Gold price December 2025 — वैश्विक संस्थागत निवेशकों की नज़र में सोने की कीमतें एक नए रिकॉर्ड की ओर
दुनिया भर में बहुमूल्य धातुओं का बाज़ार इस समय बड़े बदलावों से गुजर रहा है, और विशेष रूप से सोना लगातार नए रिकॉर्ड बनाता दिखाई दे रहा है। Gold price December 2025 को लेकर जो अनुमान सामने आए हैं, वे दर्शाते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में चल रहे अनिश्चित माहौल के बावजूद सोने में निवेशकों का भरोसा तेजी से बढ़ रहा है। गोल्डमैन सैक्स द्वारा किए गए एक नए सर्वेक्षण में यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि आने वाले वर्षों में सोना निवेशकों के लिए सबसे आकर्षक संपत्ति बनकर उभर सकता है।
संस्थागत निवेशकों की राय: सोने की कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी की उम्मीद
गोल्डमैन सैक्स ने अपनी Marquee प्लेटफ़ॉर्म पर 12 से 14 नवंबर 2025 के बीच एक सर्वे किया, जिसमें दुनिया भर के 900 से अधिक संस्थागत निवेशकों ने हिस्सा लिया। इस सर्वे का मुख्य फोकस था—Gold price December 2025 और 2026 के अंत तक सोने की संभावित कीमतें।
सर्वे के परिणाम चौंकाने वाले थे:
लगभग 70% संस्थागत निवेशकों ने कहा कि सोने की कीमतें 2026 में और ऊपर जाएंगी।
सबसे बड़ी हिस्सेदारी यानी 36% निवेशकों ने अनुमान लगाया कि 2026 के अंत तक सोना $5,000 प्रति औंस के स्तर को पार कर जाएगा।
करीब एक-तिहाई निवेशकों ने अनुमान लगाया कि यह कीमत $4,500 से $5,000 प्रति औंस के बीच रहेगी।
केवल 5% से थोड़ा अधिक निवेशकों को लगता है कि कीमतें घटकर $3,500–$4,000 तक जा सकती हैं।
ये आंकड़े यह दर्शाते हैं कि सोने को लेकर वैश्विक निवेशकों का रुझान बेहद सकारात्मक है। आर्थिक अनिश्चितताओं, मंदी की आशंका, और डॉलर की लगातार कमजोर होती स्थिति के बीच सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में और चमकता दिखाई दे रहा है।
2025 से 2026 तक क्यों बढ़ रही है सोने की मांग?
1. ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कई प्रमुख देशों में केंद्रीय बैंक आने वाले महीनों में ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं। जब ब्याज दरें घटती हैं, तो बॉन्ड और बैंक डिपॉज़िट का आकर्षण कम हो जाता है। ऐसी स्थिति में निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं।
यह एक बड़ा कारण है कि Gold price December 2025 और उसके बाद भी लगातार बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
2. केंद्रीय बैंकों द्वारा बड़े पैमाने पर सोने की खरीद
गोल्डमैन सैक्स के सर्वे में 38% निवेशकों ने कहा कि केंद्रीय बैंकों की लगातार बढ़ती खरीद 2026 में सोने के बढ़ते दामों का सबसे बड़ा कारक होगी।
कई देशों के केंद्रीय बैंक अपनी विदेशी मुद्रा भंडार का विविधीकरण कर रहे हैं ताकि डॉलर पर निर्भरता कम हो सके। इस प्रक्रिया में सोना एक प्रमुख विकल्प बनकर उभर रहा है।
3. राजकोषीय चिंताएँ (Fiscal Concerns)
सर्वे में 27% निवेशकों ने कहा कि बढ़ते सरकारी ऋण और वित्तीय अस्थिरता की वजह से भी सोने की कीमतों में जोरदार उछाल आएगा।
लंबे समय में आर्थिक तनाव की स्थिति में सोना हमेशा एक सुरक्षित निवेश साधन माना जाता है।
4. डॉलर-आधारित संपत्तियों से निकलना
Sprott Asset Management की नवंबर 2025 की रिपोर्ट भी इसी ओर इशारा करती है। रिपोर्ट के अनुसार, निवेशक डॉलर-आधारित बॉन्ड और शेयरों से अपने पैसे निकालकर सोना और क्रिप्टो जैसे विकल्पों में डाल रहे हैं।
यह ट्रेंड आने वाले वर्षों में Gold price December 2025 और 2026 तक लगातार बढ़ावा देगा।
सोने का मौजूदा प्रदर्शन
2025 में सोने ने कई रिकॉर्ड बनाए:
वर्ष की शुरुआत से अब तक सोना 61% बढ़ चुका है।
नवंबर 2025 में यह पहली बार $4,000 प्रति औंस के ऐतिहासिक स्तर को पार कर गया।
वर्ष के अंत तक यह $4,223.36 प्रति औंस तक पहुंच गया, जो कि अपने आप में तीसरे लगातार वर्ष की दो-अंकीय (double-digit) वृद्धि है।
ये आंकड़े इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि Gold price December 2025 भविष्य की कीमतों के लिए मजबूत नींव तैयार कर रहा है।
विशेषज्ञों की राय: क्या सोने का बुल मार्केट अभी जारी रहेगा?
गोल्डमैन सैक्स के ग्लोबल कमोडिटी रिसर्च के सह-प्रमुख Daan Struyven ने 27 अक्टूबर को रिकॉर्ड किए गए एक पॉडकास्ट में कहा कि सोना अभी भी एक मल्टी-ईयर बुल मार्केट में है।
उनका अनुमान है कि 2026 के अंत तक सोना लगभग $4,900 प्रति औंस तक पहुंच जाएगा। उनका तर्क है:
“पिछले दो–तीन वर्षों में सोने की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है, वह मुख्य रूप से केंद्रीय बैंकों की स्थायी (sticky) खरीद के कारण है। हमें विश्वास है कि वे आगे भी अपनी होल्डिंग्स को सोने में विविधीकृत करते रहेंगे।”
अन्य बड़ी वॉल स्ट्रीट फर्मों का अनुमान भी काफी हद तक इसी से मेल खाता है:
JPMorgan Chase के अनुसार 2026 की चौथी तिमाही में सोना $5,055 प्रति औंस तक जा सकता है।
Morgan Stanley का अनुमान है कि 2025 के अंत तक यह $4,400 प्रति औंस के करीब होगा।
ये अनुमान बताते हैं कि Gold price December 2025 भविष्य के लिए एक मजबूत संकेतक साबित हो रहा है।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के व्यापक प्रभाव
1. निवेशकों के लिए सुरक्षित आश्रय
सोने की बढ़ती कीमतें यह दर्शाती हैं कि वैश्विक स्तर पर निवेशक अनिश्चित आर्थिक परिस्थितियों से बचने के लिए सुरक्षित संपत्तियों का रुख कर रहे हैं।
Gold price December 2025 इस बात का प्रतीक है कि लंबी अवधि में सोना एक भरोसेमंद संपत्ति बना रहेगा।
2. उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव
भारत, चीन और तुर्की जैसे देशों में सोने की मांग पहले से ही बहुत अधिक है। इन देशों में बढ़ती कीमतें स्थानीय बाज़ारों और त्योहारों के मौसम पर असर डाल सकती हैं।
3. मुद्रास्फीति पर प्रभाव
सोने की कीमतें बढ़ना आमतौर पर महंगाई और डॉलर की कमजोरी का संकेत होता है।
2024–2026 के बीच यह ट्रेंड और तेज़ होने की संभावना है।
निष्कर्ष: क्या 2026 तक सोना $5,000 पार करेगा?
गोल्डमैन सैक्स, जेपी मॉर्गन और मॉर्गन स्टैनली जैसे बड़े वैश्विक बैंक एकमत हैं कि सोने की मांग आने वाले वर्षों में बहुत तेज़ी से बढ़ेगी।
केंद्रीय बैंकों की खरीद, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, डॉलर की कमजोरी, आर्थिक अनिश्चितताएँ और निवेशकों का सुरक्षित संपत्तियों की ओर झुकाव—ये सभी कारण बताते हैं कि Gold price December 2025 और 2026 तक सोने को नए ऊंचाई स्तर पर ले जा सकते हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार:
70% निवेशकों को भरोसा है कि कीमतें और बढ़ेंगी
36% निवेशक सोने को $5,000 से ऊपर जाते देखते हैं
केंद्रीय बैंकों की खरीद इस रैली का मुख्य आधार है
इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि सोने की यह चमक 2026 में और अधिक तेज़ होने वाली है।
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