TTD Trust Board ने तिरुमाला में हरित आवरण 80% तक बढ़ाने का बड़ा फैसला

TTD Trust Board

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ट्रस्ट बोर्ड की हालिया बैठक में मंदिर परिसरों के विकास, पर्यावरण संरक्षण और आध्यात्मिक उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि TTD ट्रस्ट बोर्ड ने किन-किन पहलुओं पर चर्चा की, कौन-कौन से प्रस्ताव मंजूर किए गए, और तिरुमाला परिसर के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए क्या-क्या योजनाएं बनाई गई हैं। इस पूरी चर्चा में “TTD Trust Board” की भूमिका और उसकी योजनाओं को 11 बार प्रमुखता से बताया जाएगा ताकि पाठकों को पूरी जानकारी एक जगह मिल सके।

TTD Trust Board की बैठक: आध्यात्मिक और पर्यावरणीय उत्थान की दिशा में कदम

TTD Trust Board ने मंगलवार को अपनी महत्वपूर्ण बैठक में तिरुमाला के मंदिर परिसरों के सुधार के लिए कई प्रस्तावों को मंजूरी दी। इस बैठक में TTD के चेयरमैन बी.आर. नायडू, कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव और अन्य सदस्यों ने भाग लिया। मीडिया को जानकारी देते हुए, कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के निर्देशानुसार, TTD Trust Board ने तिरुमाला में वृक्षारोपण अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत तिरुमाला का हरा-भरा क्षेत्र 68.14% से बढ़ाकर 80% करने का लक्ष्य रखा गया है।

तिरुमाला में वन विभाग की अगुवाई में वृक्षारोपण अभियान

TTD Trust Board ने यह भी घोषणा की कि आगामी तीन वर्षों में इस वृक्षारोपण अभियान के लिए वन विभाग को कुल ₹4 करोड़ से अधिक की राशि चरणबद्ध तरीके से आवंटित की जाएगी। यह पहल न केवल तिरुमाला के पर्यावरण संरक्षण में मदद करेगी, बल्कि आध्यात्मिक माहौल को भी और बेहतर बनाएगी।

चिकित्सा सुविधाओं का विकास: SVIMS को अतिरिक्त समर्थन

TTD Trust Board ने श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SVIMS) को प्रति वर्ष अतिरिक्त ₹71 करोड़ देने का भी निर्णय लिया है, जो पहले से दिए जा रहे ₹60 करोड़ से ऊपर है। इसके तहत डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी तथा ऑनकोलॉजी विंग और श्री पद्मावती चिल्ड्रंस हॉस्पिटल की इमारतें शीघ्र पूरा करने की योजना है। इस परियोजना का लगभग 85% कार्य पूरा हो चुका है।

‘श्रीवारी वैद्य सेवा’ – सेवा के लिए नई पहल

स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए, TTD Trust Board ने ‘श्रीवारी वैद्य सेवा’ नामक एक स्वयंसेवी कार्यक्रम को भी मंजूरी दी है। इसके तहत चिकित्सा पेशेवरों को शामिल किया जाएगा ताकि वे जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकें। यह पहल तिरुमाला के तीर्थयात्रियों के लिए अत्यंत लाभकारी होगी।

सुरक्षा व्यवस्था में सुधार: एंटी-ड्रोन तकनीक

TTD Trust Board ने तिरुमाला के मंदिर नगर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एंटी-ड्रोन तकनीक को अपनाने का भी निर्णय लिया है। इससे मंदिर क्षेत्र में किसी भी हवाई खतरे से सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

मंदिर विकास के लिए मास्टर प्लान

TTD Trust Board ने तकनीकी और वित्तीय सलाहकारों से तिरुचन्नूर, अमरावती, नारायणावनम, कपिलाथीर्थम, नागलापुरम और वोंटिमिट्टा में मंदिरों के विकास के लिए मास्टर प्लान बनाने के प्रस्ताव आमंत्रित करने की भी मंजूरी दी है। यह कदम इन धार्मिक स्थलों के संरचनात्मक सुधार और विस्तार के लिए अहम साबित होगा।

विश्रामगृहों के नामकरण में बदलाव

कई विश्रामगृहों के नामकरण को लेकर TTD Trust Board ने भी निर्णय लिया है। जिन दाताओं ने मंदिर की आध्यात्मिक विरासत के अनुसार देवताओं के नामों पर नामकरण के लिए अनुरोध का जवाब नहीं दिया, उन विश्रामगृहों के नाम बदलने का निर्णय लिया गया है।

भोजन व्यवस्था में सुधार: स्वच्छ और पौष्टिक भोजन का वादा

तीर्थयात्रियों को पौष्टिक और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के लिए TTD Trust Board ने हिल स्टेशन पर स्थित बड़े कैंटीन और जनता कैंटीन के लिए एक नया लाइसेंसिंग ढांचा अपनाने का निर्णय लिया है। इससे भोजन की गुणवत्ता और सेवा में सुधार होगा।

अन्य प्रमुख निर्णय

TTD Trust Board ने अमरावती के अनंतवरा में श्रीदेवी और भूदेवी समेत श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का विकास करने का भी निर्णय लिया है। साथ ही तमिल फिल्म ‘DD नेक्स्ट लेवल’ के निर्माताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का भी फैसला लिया गया है, क्योंकि इस फिल्म ने भगवान वेंकटेश्वर की लोकप्रिय ‘गोविंदा नामावली’ को रीमिक्स कर श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत किया है।


सारांश

TTD Trust Board की यह बैठक न केवल तिरुमाला के मंदिर परिसरों के आध्यात्मिक और भौतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाने वाली है। वृक्षारोपण अभियान से तिरुमाला के प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता को संरक्षण मिलेगा। अतिरिक्त मेडिकल फंडिंग से तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। इसके अलावा, मंदिरों के विकास के लिए मास्टर प्लान बनाकर धार्मिक स्थलों को और अधिक सुन्दर और सुविधाजनक बनाया जाएगा।

इस प्रकार, TTD Trust Board अपनी योजनाओं के जरिए तिरुमाला को एक सुरक्षित, स्वच्छ, और आध्यात्मिक केंद्र बनाने की दिशा में लगातार अग्रसर है। तिरुमाला के तीर्थयात्रियों के लिए यह खबर अत्यंत स्वागत योग्य है क्योंकि ये सभी पहलें उनकी यात्रा को और भी स्मरणीय, आरामदायक और सुरक्षित बनाएंगी।


मुख्य शब्दावली: TTD Trust Board, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम, वृक्षारोपण अभियान, SVIMS, श्रीवारी वैद्य सेवा, मंदिर विकास, मास्टर प्लान, सुरक्षा व्यवस्था, भोजन लाइसेंसिंग, मंदिर सुधार।

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