World Cup2023 : जीवन में बहुत से ऐसे क्षण आते हैं जब आप हार जाते हैं। आपके हौसले कमजोर हो जाते हैं और आपका मन उदास हो जाता है। इसके बावजूद, आप मेहनत जारी रख रहे हैं। इसके बावजूद, कभी-कभी ऐसा लगता है कि सब कुछ बेनाकाब हो रहा है और आप थक गए हैं। यह एक वक्तव्य हो सकता है जब आप स्वयं से हार मान लेने का विचार कर रहे हैं और सब कुछ छोड़ने का इरादा कर रहे हैं।
मोहम्मद शमी, भारतीय गेंदबाज, ने इस संदेश को तोड़कर दिखाया है कि चाहे जैसी भी परिस्थितियां हों, मेहनत और आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए। हार को कभी भी मानने और हौसला नहीं हारने का सिख देता है
Mumbai : बुधवार को मुंबई के ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए मैच में, मोहम्मद शमी ने बड़ा कमाल कर दिखाया। भारतीय गेंदबाज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट लेकर दिखाया था, जो एक चमत्कारिक प्रदर्शन था। इससे पहले, किसी वनडे मैच में भारतीय गेंदबाज ने एक इनिंग में इस संख्या की विकेट लेने का रिकॉर्ड नहीं बनाया था। इस साथी उपलब्धि के साथ, मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड कप 2023 में हाईस्ट विकेट टेकर बन गए हैं शमी ने 6 मैचों में 23 विकेट लेकर एक शानदार प्रदर्शन किया है। इससे उन्होंने वर्ल्ड कप में सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। इसके अलावा, शमी ने अपने नाम कई और रिकॉर्ड भी जोड़े हैं।
मोहम्मद शमी का करियर हमेशा उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है, और इसमें कई मुश्किलें भी आईं हैं। 33 साल के होने के बावजूद, उन्होंने कभी भी टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाई है। 2019 वर्ल्ड कप में उनकी शानदार गेंदबाजी के बावजूद, उन्हें सेमीफाइनल की प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था। यहां तक कि कई बार उनसे ऊपर किसी और को मौका मिलता रहा है, चाहे वह मोहम्मद सिराज हों या भुवनेश्वर कुमार… लेकिन शमी ने धैर्य बनाए रखा है और अपने समय का इंतजार किया है
PM Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत की जीत के बाद अपने बधाई संदेश में मोहम्मद शमी के प्रदर्शन की सराहना की है। उन्होंने लिखा, “आज का सेमीफाइनल शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन की वजह से और भी खास हो गया है। इस खेल में और विश्व कप में मोहम्मद शमी की गेंदबाजी को लोग याद रखेंगे। अच्छा खेला शमी!
Md Shami: जब उनका समय आया, तो उन्होंने बताया कि वह 24 कैरेट का सुनहरा हृदय लेकर हैं। मोहम्मद शमी, एक डायमंड की चमक, हीरे की कड़कन, और सोने की प्रतिभा। वर्तमान में, वह भारतीय क्रिकेट टीम का अद्वितीय रत्न हैं। उनकी रौशनी से कोहिनूर भी हैरान हो जाएगा।
लेकिन इस मुकाबले में पहुंचने के लिए, शमी ने कठिनाईयों का सामना किया है। वह हमेशा लड़ते रहे हैं। टीम से बाहर होने के बावजूद, वह नहीं हारे। उनकी पत्नी ने मैच फिक्सिंग के आरोप लगाए, फिर भी उन्होंने खड़ा मुकाबला किया। वे प्लेइंग 11 से बाहर रहे, फिर भी उन्होंने जंग जारी रखी।
ऐसा दिखता है कि शमी ने हर मुश्किल को स्वीकार किया और हर चुनौती का मुकाबला किया है। उन्होंने हमें यह सिखाया है कि जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिए। आत्मविश्वास और कर्म पर विश्वास रखना चाहिए, क्योंकि रास्ते अपने आप बनते हैं।