New Delhi : इन दिनों भारत के कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं। चाहे रात हो, सुबह हो या दिन, हर समय लोगों को गर्मी से परेशानी हो रही है। यह बताया जा रहा है कि इस साल तापमान सामान्य से 6 से 8 डिग्री अधिक है। उत्तर भारत में हीट वेव का प्रकोप निरंतर जारी है और कई जिलों में पिछले डेढ़ महीने से तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब बना हुआ है। इस असामान्य गर्मी के चलते यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इस साल ऐसा क्या हो गया कि गर्मी में कोई कमी नहीं आ रही है और हर समय तापमान बेहद उच्च बना हुआ है। आइए जानें कि इस साल गर्मी इतनी अधिक क्यों है।
दिल्ली में तापमान के चरम पर पहुंचने के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो प्रयागराज राज्य का सबसे गर्म जिला है, जहाँ तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। इसके बाद कानपुर, लखनऊ, बांदा, और बुंदेलखंड जैसे शहरों की स्थिति भी गर्म है। बिहार में, 9 जिलों में रेड अलर्ट और चार जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी इसी तरह की गर्मी की स्थिति बनी हुई है।
गर्मी की तीव्रता भले ही अधिक हो, पर दैनिक कार्यों को विराम देना संभव नहीं है। इस गर्मी के बीच, लोगों को काम के लिए घर से बाहर निकलना पड़ रहा है, साथ ही घर के अंदर भी गर्मी से बचाव जरूरी है। आज के इस लेख में हम आपको दिल्ली की गर्मी और हीटवेव से निपटने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके बताएंगे।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में आगामी दो दिनों तक तीव्र हीटवेव की स्थिति बनी रहने की आशंका है। हालांकि, इसके बाद धीरे-धीरे इसमें गिरावट आने की संभावना है। इसका मतलब है कि 19 और 20 जून के बाद भीषण गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है ,आईएमडी ने सोमवार को अपने अनुमान में जानकारी दी कि अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत की ओर बढ़ रहे पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आएगी। इसके साथ ही, मानसून के आगमन से भी कुछ सुधार होने की उम्मीद है।