Paytm Update : पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के शेयरों में गुरुवार को 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट में जमा या टॉप अप स्वीकार करना बंद करने का निर्देश दिया है, जिसके बाद पेटीएम के शेयरों के मूल्य में 20 प्रतिशत की गिरावट हो गई है। इसके परिणामस्वरूप, बीएसई पर पेटीएम के स्टॉक की मूल्य 20 प्रतिशत गिरकर 608.80 रुपये पर पहुंच गई है, और एनएसई पर 19.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 609 रुपये की दिन की न्यूनतम ट्रेडिंग सीमा पर पहुंच गई है। इसके साथ ही, यह भी जानकारी दी जाती है कि शुरूआती कारोबार में कंपनी की बाजार पूंजीकरण (एमकैप) भी 9,646.31 करोड़ रुपये कम होकर 38,663.69 करोड़ रुपये रह गई
आरबीआई ने एक बयान में बताया कि इस निर्देश का प्रावधानिक उपाय केंद्रीय बैंक के वित्तीय स्थायन को सुधारने के लिए लिया गया है, और यह निर्देश लगातार गैर अनुपालन चिंताओं के बाद दिया गया है। इसके अलावा, आरबीआई ने यह भी कहा है कि पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के ‘नोडल खाते’ को 29 फरवरी, 2024 से पहले खत्म किया जाना चाहिए। इस निर्देश के परिणामस्वरूप, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सालाना ऑपरेशनल प्रॉफिट पर 300-500 करोड़ रुपये का असर पड़ सकता है, क्योंकि यह निर्देश उनके व्यवसायिक मॉडल पर प्रभाव डाल सकता है।
जर्व बैंक की कार्रवाई के बाद पेटीएम की पेरेंट कंपनी ने घोषणा की है कि वे रोक के बाद पूरी तरह से अपने बैंक पार्टनर्स पर ट्रांसफर हो जाएंगे। इसका मतलब है कि कंपनी भविष्य में पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payment Bank) के रूप में कार्य नहीं करेगी, बल्कि सिर्फ दूसरे बैंकों के साथ काम करेगी। यह एक महत्वपूर्ण निर्णय हो सकता है और इसका वित्ती प्रभाव हो सकता है
आरबीआई के एक्शन से प्रभावित हो सकने वाले उन यूजर्स के लिए कुछ मुख्य बातें हैं:
To every Paytmer,
Your favourite app is working, will keep working beyond 29 February as usual.
I with every Paytm team member salute you for your relentless support. For every challenge, there is a solution and we are sincerely committed to serve our nation in full…— Vijay Shekhar Sharma (@vijayshekhar) February 2, 2024
- यूपीआई लिंकेज: जिन यूजर्स ने अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक खातों को यूपीआई (Unified Payments Interface) से लिंक किया है, उन्हें आरबीआई के एक्शन से कोई असर नहीं होगा। वे अपने अन्य बैंक खातों के साथ जैसे कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) या आईसीआईसीआई जैसे दूसरे बैंकों के साथ भी स्वाभाविक रूप से लेन-देन कर सकते हैं।
- पेमेंट रिसीव नहीं कर पाना: वे दुकानदार जो अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक खातों में पैसा प्राप्त करते हैं, वे आरबीआई के एक्शन के बाद अब पेमेंट रिसीव नहीं कर पाएंगे।
- पेटीएम फास्टैग: पेटीएम फास्टैग उपयोगकर्ताओं को अब दूसरे इश्यूअर से नया टैग खरीदना होगा और वे अब जो टैग उपयोग कर रहे हैं, उसे डिएक्टिवेट करना होगा।
- पेटीएम लोन लेने वालों: पेटीएम के माध्यम से लोन लेने वालों को ध्यान में रखना होगा कि वे अब अपने लोन की चुकाने के लिए लगागार रिपेमेंट करते रहें क्योंकि पेटीएम एक थर्ड-पार्टी लेंडर का है, और उनके लोन की चुकाने की जिम्मेदारी होती है।आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी से, यह समझ में आता है कि एक कंपनी अपने विकास योजनाओं में तेजी लाने के लिए अन्य बैंकों के साथ साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। कंपनी अब आगे चलकर केवल अन्य बैंकों के साथ ही काम करने का निर्णय लिया है, और पीपीबीएल (PPBL) के साथ किसी भी तरह की साझेदारी नहीं करेगी। इसके अलावा, कंपनी की फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे लोन वितरण, बीमा वितरण, और इक्विटी ब्रोकिंग, सहयोगी बैंकों से स्वतंत्र रहेंगे।कंपनी अपने ऑफ़लाइन व्यापारी भुगतान नेटवर्क पेशकशों जैसे पेटीएम क्यूआर, पेटीएम साउंडबॉक्स, पेटीएम कार्ड मशीन आदि को जारी रखेगी, जो इस साझेदारी के निर्णय से अप्रभावित रहेंगे। यह कदम कंपनी की व्यापार रणनीति और विकास दृष्टिकोण में एक बदलाव को दर्शाता है, जिससे वह अधिक फोकस्ड और लक्षित साझेदारियों के माध्यम से अपने व्यावसायिक उद्देश्यों को प्राप्त कर सके।