MP News : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में राम मंदिर के मुद्दे ने फिर से सुर्खियों में आ गया है। भाजपा ने लगातार कांग्रेस पर सवाल उठाया है कि अब तक कांग्रेस ने राम मंदिर को क्यों नहीं बनवाया। इस संदर्भ में, उत्तर प्रदेश के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने ग्वालियर में कहा है कि राम हमारे पूज्य देवता हैं और हमारे राष्ट्र पिता महात्मा गांधी ने अंतिम समय में ‘हे राम’ कहा था, जब उन्हें गोली लगी थी। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि आज जो राम मंदिर बन रहा है, वह कोर्ट के आदेश पर बन रहा है, और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को जाता है
आज ग्वालियर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा कि कोर्ट ने अमित शाह को तड़ीपार कहा था, लेकिन वह हमारी संस्कृति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे मध्यप्रदेश में बागियों को नहीं मना पा रहे हैं। आज भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश में पूरी तरह से टूट गई है। इसलिए आज तक वे मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है। बीजेपी बता रही है कि क्या मध्यप्रदेश में अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सबसे खास बात यह है कि डूबते हैं तो पूरी तरह से डूबते हैं और इन्हें डूबना दिखाई देता है, इसलिए मध्यप्रदेश में अब तक किसी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया गया है। इसलिए आज अमित शाह जी ग्वालियर में इस पर विचार करेंगे कि बीजेपी को किस तरह से डुबोया जा सकता है। यह कहावत है कि हम तो डूबेंगे ही सनम, सब कुछ… समझाने ही आ रहे हैं
Amit Shah : शाह का कहना था कि अगर वे मान रहे हैं तो ठीक है, वरना आगे बढ़ो। फूफा 10 तारीख (नवंबर) तक पार्टी का प्रचार करते हुए नजर आएंगे। अभी जो लोग पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं, उनसे जरूर संपर्क करें। उनको मनाने की कोशिश करें, जिससे वे अपना नाम वापस ले लें। अगर आपको आवश्यकता हो तो मुझसे भी बात करें। शाह ने कहा कि उन्होंने वोट करने वालों से सीधे संपर्क करने की कोशिश करें, जोने को डबल इंजन की सरकार से लाभ हुआ है। उनका वोट हर हालत में मिले, इसके लिए प्रयास करें अब हम लहार विधानसभा की ओर बदलते हैं। इस बार, बीएसपी के टिकट पर उमा भारती के कट्टर समर्थक रसाल सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। रसाल सिंह ने पहले रौन विधानसभा सीट से चार बार विधायक का कार्य देखा है, लेकिन परिसीमन के बाद रौन विधानसभा खत्म हो गई। उसके बाद, वह बीते दो बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर लहार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं शाह ने ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों पर बीजेपी के पदाधिकारियों, प्रवासियों, जिला और विधानसभा प्रभारियों के साथ एक बैठक आयोजित की। वे यहां सवा चार घंटे तक बैठे और इसके बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान शाह ने बीजेपी के 300 पदाधिकारियों के साथ करीब दो घंटे तक चर्चा की। इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र सिंह यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, एसपीएस बघेल, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद थे विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे बीएसपी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बीजेपी के लिए पहले से ही कठिनाइयाँ बढ़ा दिए हैं, इस परिस्थिति में अमित शाह की सलाह का महत्वपूर्ण रोल हो सकता है। अब देखना होगा कि भिंड जिले के बीजेपी के नेता अमित शाह के मार्गदर्शन का पालन करते हैं या फिर उन्होंने अमित शाह के सुझाव को नजरअंदाज किया है।