मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस का दौरा किया। उन्होंने जिला अस्पताल में भगदड़ में घायल हुए लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। इससे पहले, उन्होंने हाथरस पुलिस लाइन में अधिकारियों से मिलकर स्थिति की समीक्षा की थी। मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर के हाथरस पुलिस लाइन में उतरने के बाद वहां एक बैठक आयोजित की गई। प्रमुख सचिव मनोज कुमार, डीजीपी प्रशांत कुमार सहित राज्य सरकार के कई मंत्री पहले से ही हाथरस में मौजूद थे। अलीगढ़ के पोस्टमार्टम हाउस में मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। मंगलवार को ही मुख्यमंत्री योगी ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी
मंगलवार को हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के प्रवचन के समय एक भयानक भगदड़ हो गई, जिसमें 116 लोगों की मौत हो गई। इस सत्संग में उपस्थित अधिकांश मृतक महिलाएं थीं। भोले बाबा के अनुयायी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से सत्संग में शामिल होने आए थे। भगदड़ की घटना के बाद, जगह-जगह पर जूते-चप्पल और व्यक्तिगत सामान बिखरे पड़े थे। आयोजन स्थल पर बिखरे पड़े छोटे बच्चों के दूध की बोतलें, टिफ़िन और कपड़ों से भरे बैग भी पाए गए।आगरा और अलीगढ़ मंडल की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी देर रात तक हाथरस व सिकंदराराऊ में बचाव और राहत कार्य में सक्रिय रहे। इस दौरान, वे घायलों को उचित चिकित्सा प्रदान करने, अपनों की खोज में भटक रहे लोगों की मदद करने और मृतकों के शवों को सम्मान के साथ उनके परिवारों को सौंपने की व्यवस्था में लगे रहे। इसी बीच, बारिश ने राहत कार्यों में व्यवधान डाला, लेकिन प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर लोगों की सहायता की कोशिश की
मैनपुरी और कासगंज से आये शव परिवहन
इस क्षेत्र में केवल दो शव परिवहन वाहन उपलब्ध थे। पोस्टमार्टम के पश्चात, शवों को परिजनों को सौंपने की आवश्यकता थी। इसके लिए, सीएमओ ने मैनपुरी और कासगंज के सीएमओ से संपर्क साधा और वहां से अतिरिक्त शव परिवहन वाहन मंगवाए। साथ ही, चार निजी वाहन और पांच एंबुलेंस भी शवों के परिवहन के लिए तैनात किए गए। सीएमओ के अनुसार, शाहजहांपुर और कासगंज से शवों को एंबुलेंस के जरिए उनके गंतव्य स्थल पर पहुँचाया गया


















Leave a Reply