राजस्थान की राजधानी जयपुर शुक्रवार को भूकंप से हिल गई। : यहां सुबह 4 बजकर 9 मिनट से 4 बजकर 25 मिनट के बीच 3 झटके महसूस किए गए। फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। मानसरोवर इलाके के शिप्रा पथ स्थित यूनीक प्राइम अपार्टमेंट में रहने वाले गौरव बहादुर थापा ने बताया कि बहुत जोर से बिल्डिंग हिलने की आवाज आई। ऐसा लगा जैसे जहाज गिर रहा है। विद्याधर नगर में रहने वाले बुजुर्ग रामस्वरूप अग्रवाल ने बताया कि जयपुर में इससे पहले भी झटके महसूस किए हैं, लेकिन इतना तेज भूकंप पहली बार महसूस हुआ।
पार्क में जाकर बैठे लोग: तीन बार झटके आने की वजह से लोग सहम गए और आसपास स्थित पार्क व खुले मैदानों में जाकर बैठ गए। वहीं कुछ लोग सड़क पर कुर्सी लगाकर स्थिति सामान्य होने का इंतजार करते रहे।
भूकंप कई तरह से आता है, इसे फॉल्ट लाइन भी कहते हैं, ये तीन तरह की होती है:
रिवर्स फॉल्ट- भूकंप के दौरान जमीन का एक हिस्सा ऊपर की तरफ उठता है।
नॉर्मल फॉल्ट- इस फॉल्ट में जमीन का एक हिस्सा नीचे की तरफ जाता है।
स्ट्राइक स्लिप फॉल्ट- टेक्टोनिक प्लेट्स में घर्षण होने की वजह से जमीन का एक हिस्सा आगे या पीछे की तरफ खिसकता है।
नीचे दी गई तस्वीर में तीनों ही तरह की दरारों को देख सकते हैं।
अब जानिए भूकंप क्यों आता है: मारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।