MP News : मध्यप्रदेश में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 33 रेलवे स्टेशनों को पुनर्निर्मित करने के लिए और 133 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास के निर्माण/उद्घाटन के लिए शिलान्यास समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। इस परियोजना में भोपाल मंडल से 5 स्टेशन, 4 रोड ओवर ब्रिज और 2 अंडरपास भी शामिल हैं।
PM Modi : अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश भर में 554 रेलवे स्टेशनों के नवीनीकरण और 1500 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास के निर्माण या उद्घाटन की योजना प्रस्तुत की जा रही है। इस विशेष अवसर पर, मध्यप्रदेश में 33 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखी जाएगी, साथ ही 133 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास का भी शुभारंभ किया जाएगा
रेलवे अधोसंरचना के क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति कर चुका है। 26 फरवरी 2024 के दिन, पूरे भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 41 हजार करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं का अनुपम उपहार मिलने वाला है। इस उपहार में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 554 रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण और 1500 रोड ओवर ब्रिज/अंडरपास का शिलान्यास या उद्घाटन शामिल है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। मध्यप्रदेश में रेलवे अधोसंरचना के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस वर्ष, राज्य के रेलवे प्रोजेक्ट्स के लिए एक अभूतपूर्व बजट आवंटन के रूप में 15,143 करोड़ रुपए की राशि निर्धारित की गई है। वर्तमान समय में मध्यप्रदेश में 77,800 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली 32 से ज्यादा परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इसके अलावा, 26 फरवरी 2024 को एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश को 3276 करोड़ रुपए की रेल परियोजनाओं की भेंट दी जाएगी। इसमें अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 33 स्टेशनों के पुनर्निर्माण के साथ-साथ 133 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का निर्माण या उद्घाटन शामिल है, जिसमें भोपाल मंडल के 5 स्टेशनों, 4 रोड ओवर ब्रिजों और 2 अंडरपासों का विकास भी शामिल है।
मध्यप्रदेश में रेलवे से संबंधित 78 हजार करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाएँ वर्तमान में प्रगति पर हैं। इसके अतिरिक्त, 2024 में रेल अधोसंरचना विकास हेतु 15,143 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट भी आवंटित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 133 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास के निर्माण का भी आरंभ और शिलान्यास किया जाएगा। मध्य प्रदेश में पुनर्विकास के लिए चुने गए 33 रेलवे स्टेशनों में जबलपुर और भोपाल मंडल से प्रत्येक के 5 स्टेशन आते हैं। इनमें बड़े शहरों के स्टेशन जैसे इंदौर, उज्जैन, और जबलपुर भी शामिल हैं। साथ ही, सीहोर, बीना, नीमच, शुजालपुर, अशोकनगर, खिरकिया, मुरैना, भिंड, दतिया, सांची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवां, नरसिंहपुर, पिपरिया, मंदसौर, मक्सी, नागदा, खाचरोद, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खंडवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी और हरपालपुर स्टेशन भी इस योजना के अंतर्गत आते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में मध्य प्रदेश के लिए 3,275 करोड़ रुपए की लागत वाली विभिन्न सड़क विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इनमें हरदा-तेमागांव से हरदा-बैतूल (पैकेज-I) तक NH-47 को 0.00 किमी से 30.00 किमी तक चार लेन में विस्तारित करना, उज्जैन से देवास तक NH-752D का विकास, और इंदौर-गुजरात MP सीमा खंड पर NH-47 को 16 किमी तक चार लेन में विस्तारित करना शामिल हैं। ये परियोजनाएं राज्य में यातायात की सुविधा और सुरक्षा में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
स्टेशनों के नवीनीकरण से न केवल यात्रा में सहूलियत होगी बल्कि इससे आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन क्षेत्र को भी नई दिशा मिलेगी। यात्रियों को आवागमन की सरलता के साथ-साथ बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा, जिससे रोजगार और व्यापार के अवसर भी वृद्धि पाएंगे। रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज के निर्माण से सड़क और रेल यातायात में सुधार होगा, जिससे सड़क यात्रियों का समय भी बचेगा और यातायात सुरक्षित और सुचारू होगा।