Uttar Pradesh News: मेरठ के चौधरी चरण सिंह कांवड़ पथ पर रविवार की रात एक भीषण दुर्घटना घटित हुई। दिल्ली से हरिद्वार जाने वाली एक सेंट्रो कार में सिसौला खुर्द गांव के पास आग लग गई। इस घटना में कार में सवार सभी चार व्यक्ति जीवित जल गए। घटना के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड ने तत्काल मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। जब आग बुझाई गई, तो कार के भीतर का मंजर देखकर अधिकारी भी दंग रह गए। कार के अंदर से चार शव बरामद हुए, जो पूरी तरह से जल चुके थे। दो शव आगे की सीटों पर और दो पीछे की सीटों पर पाए गए। इस दृश्य को जिसने भी देखा, उसकी आत्मा कांप उठी। सोमवार सुबह तक मृतकों की पहचान पूरी हो गई थी।
मेरठ के जानी क्षेत्र में स्थित कांवड़ पटरी मार्ग पर दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जिन लोगों की जान गई थी, । मृतकों में शामिल हैं: ललित (20) जो स्वर्गीय धर्म सिंह के पुत्र और मोहम्मदपुर कीरी, थाना ककोड़, जनपद बुलंदशहर के निवासी थे, हाल ही में 241 मानसरोवर पार्क लाल कुआं, थाना वेव सिटी, गाजियाबाद में रह रहे थे। रजनी (40) जो स्वर्गीय धर्म सिंह की पत्नी और उपरोक्त पते की निवासी थीं, राधा (29) हरि ओम की पुत्री, निवासी खेड़ा धरमपुरा, थाना बादलपुर, गौतम बुद्ध नगर और कविता (50) बलिराम की पत्नी, निवासी ग्राम तिबड़ा, थाना मोदीनगर, गाजियाबाद।
घटनास्थल पर कार गंगनहर पटरी के विपरीत दिशा में खड़ी पाई गई। यह देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आग लगने के बाद चालक ने कार को दूसरी ओर मोड़ने की कोशिश की होगी। हालांकि, दरवाजे न खुल पाने के कारण, सभी सवार व्यक्ति बेहद पीड़ा में जिंदा जल गए। उन्हें इतना भी समय नहीं मिला कि वे इमरजेंसी किट का उपयोग करके कार की खिड़कियां तोड़ पाते और अपनी जान बचा सकते।
अभी तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है कि कार में आग कैसे लगी, क्योंकि कोई चश्मदीद गवाह सामने नहीं आया है। जब फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर चार व्यक्तियों के जले हुए कंकाल देखे, तो वे भौचक्के रह गए। उन्होंने बताया कि जब वे पहुंचे, तब तक आग ने पूरी कार को अपनी चपेट में ले लिया था और आग को बुझाने में काफी समय लगा।
कार से लगभग 50 गज की दूरी पर, पुलिस को एक होंडा बाइक सड़क किनारे पड़ी हुई मिली। कुछ लोगों का दावा है कि बाइक सवार ने आग लगने के बाद कार का शीशा तोड़ने की कोशिश की थी, और शीशा टूटते ही आग और तेज हो गई। ऐसा माना जा रहा है कि उस युवक को भी आग से गंभीर चोटें आई हैं
अभी तक यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कार और बाइक की टक्कर के बाद ही आग लगी या नहीं। इस बारे में किसी ने भी प्रत्यक्ष घटना नहीं देखी है। बाइक का नंबर यूपी 14 ईएच 5035 है, जो गाजियाबाद के निस्तौली के निवासी विपुल के नाम से पंजीकृत है। पुलिस के अनुसार, विपुल ने यह बाइक खानपुर के अंकुर को उधार दी हुई थी।
आग के गोले में बदल जाने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियाँ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया, परन्तु उस समय तक काफी देर हो चुकी थी। कार पूरी तरह जल चुकी थी और उसमें चार लोग जिंदा जलकर मर चुके थे। राहगीर कार के अंदर झांकते रहे और वहां का मंजर देखकर उनकी आत्मा काँप उठी। कई लोगों ने कार के अंदर शव देखकर चीख पुकार मचाई।