Lucknow Crime Murder : लखनऊ निवासी वर्षा को शायद ही कभी आशंका होगी कि उसका जीवनसाथी ही उसकी मृत्यु का कारण बनेगा। वह जीवनसाथी, जिसके साथ उसने आजीवन सुख-दुःख साझा करने के स्वप्न देखे थे, और जिसके साथ उसने सात वचनों का बंधन स्वीकार किया था, ने ही उसे मौत की घाटी में धकेल दिया। वर्षा अभी मात्र 25 वर्ष की थी, उसके समक्ष उसका पूरा जीवन विस्तृत था, लेकिन उसके पति ने उसके सिर पर गोली चला दी और उसका जीवन समाप्त कर दिया।
वर्षा यादव और ऋषि यादव का विवाह कुछ समय पूर्व ही हुआ था। परंतु विवाह के पश्चात् से ही दोनों के बीच वाहन को लेकर मतभेद थे। उस समय शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह वाहन संबंधी विवाद एक दिन इस संबंध को रक्तरंजित परिणाम तक ले जाएगा।
वर्षा के परिजनों ने अब इस प्रकरण में पुलिस को कुछ गंभीर जानकारियां सौंपी हैं। उनका आरोप है कि विवाह के उपरांत ऋषि अक्सर गाड़ी को लेकर उनकी पुत्री को तंग करता रहता था। यह विषय इसलिए उठा क्योंकि वर्षा की बहनों के विवाह में उनके परिजनों ने गाड़ियां भेंट की थीं, लेकिन वर्षा के विवाह में ऐसा नहीं किया गया था, जो ऋषि को अस्वीकार्य था।
वाहन के लिए हुई हत्या : मृतका वर्षा के भाई सचिन यादव ने अपने बहनोई ऋषि यादव और उसके परिवार पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपों के अनुसार, विवाह के बाद से ही ऋषि, दहेज में वाहन की मांग को लेकर वर्षा को पीड़ित करता रहा और कहता था कि जब तुम्हारी अन्य बहनों के पतियों को दहेज में वाहन मिला है, तो मुझे भी चाहिए। घटना के दिन ऋषि शराब के नशे में घर आया और गाली-गलौज के साथ मारपीट करने के बाद अवैध हथियार से वर्षा पर गोली चलाकर उसकी हत्या कर दी।
भाई सचिन ने यह भी बताया कि विवाह के पश्चात् से ही उसके बहनोई ने वाहन की मांग के लिए वर्षा को परेशान किया। घटना के दिन ऋषितोश नशे में धुत होकर आया और वर्षा से गाली-गलौज कर मारपीट शुरू कर दी। जब वर्षा ने विरोध किया
पश्चिमी क्षेत्र के उप-पुलिस आयुक्त के अनुसार, वर्षा यादव के पैतृक पक्ष द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर उपयुक्त कानूनी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान प्राप्त होने वाले सबूतों के अनुसार आगामी कदम उठाए जाएंगे।