Jammu Kashmir Election Result: उमर अब्दुल्ला की बढ़त और नेशनल कॉन्फ्रेंस की वापसी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे धीरे-धीरे स्पष्ट होते जा रहे हैं और इसके साथ ही राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला बडगाम और गांदरबल सीटों से चुनाव लड़ रहे थे, और दोनों ही सीटों पर उनकी बढ़त बनी हुई है। चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, उमर अब्दुल्ला बडगाम में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के उम्मीदवार आगा सैयद मुंतज़िर मेहदी से 8,612 वोटों से आगे चल रहे हैं। यह आंकड़ा सातवें दौर की मतगणना के बाद का है।
गांदरबल में भी उमर अब्दुल्ला की बढ़त
गांदरबल सीट से भी उमर अब्दुल्ला बढ़त बनाए हुए हैं। यहां वह PDP के उम्मीदवार बशीर अहमद मीर से 5,958 वोटों से आगे चल रहे हैं। यह नतीजे भी सातवें दौर की गिनती के बाद के हैं। Jammu Kashmir Election Result में नेशनल कॉन्फ्रेंस का प्रदर्शन खासकर कश्मीर घाटी में बेहद मजबूत दिख रहा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस की बढ़त
Jammu Kashmir Election Result में अब तक के आंकड़ों के अनुसार, नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 सीटों पर आगे चल रही है, जिनमें से अधिकांश सीटें कश्मीर घाटी से हैं। कांग्रेस, जो नेशनल कॉन्फ्रेंस की सहयोगी पार्टी है, 9 सीटों पर आगे चल रही है। इसके विपरीत, भारतीय जनता पार्टी (BJP) जम्मू क्षेत्र में 26 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जो इस चुनाव में उसकी मुख्य पकड़ मानी जा रही है। वहीं, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) मात्र 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जो पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है।
विधानसभा की संरचना और सीटों की आवश्यकता
जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में कुल 119 सदस्य होते हैं। इस बार 90 सीटों पर चुनाव हुआ, जबकि पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) के 24 सीटों के लिए भी आरक्षण है। इसके अलावा, उप-राज्यपाल के पास 5 सदस्यों को नियुक्त करने का अधिकार होता है। इस तरह, कुल 95 सीटों में से बहुमत के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन को 48 सीटों की आवश्यकता होगी।
चुनाव के तीन चरण और मतदान प्रतिशत
जम्मू-कश्मीर चुनाव तीन चरणों में हुआ था। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ, दूसरा चरण 25 सितंबर को और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को संपन्न हुआ। कुल मिलाकर 63.8% मतदान दर्ज किया गया, जो कि जम्मू-कश्मीर के लिए एक मजबूत आंकड़ा माना जा रहा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की बढ़त
ज्यादातर एग्जिट पोल नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को भाजपा से आगे दिखा रहे थे, और अब तक के चुनाव परिणाम इस भविष्यवाणी को सही साबित करते नजर आ रहे हैं। Jammu Kashmir Election Result में भाजपा को मुख्य रूप से जम्मू क्षेत्र में अच्छा समर्थन मिला है, जबकि कश्मीर घाटी में नेशनल कॉन्फ्रेंस की पकड़ मजबूत है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव
यह चुनाव जम्मू-कश्मीर में पिछले 10 सालों में पहला विधानसभा चुनाव था और विशेष रूप से अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से पहली बार हुआ। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त हो गया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था। इस संदर्भ में, यह चुनाव सिर्फ राजनीतिक ही नहीं, बल्कि सांकेतिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण था।
Jammu Kashmir Election Resultऔर भविष्य की राजनीति
Jammu Kashmir Election Result ने एक बार फिर से क्षेत्रीय दलों की वापसी को दर्शाया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस, जो कश्मीर घाटी में प्रमुख पार्टी मानी जाती है, ने इस चुनाव में बड़ी बढ़त हासिल की है। वहीं, भाजपा ने जम्मू क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाए रखी है, लेकिन कश्मीर घाटी में उसे उम्मीद के मुताबिक समर्थन नहीं मिला। PDP का कमजोर प्रदर्शन इस चुनाव में एक प्रमुख पहलू है, जो पार्टी की वर्तमान स्थिति को स्पष्ट करता है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस की संभावनाएं
Jammu Kashmir Election Result नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उमर अब्दुल्ला की व्यक्तिगत बढ़त के साथ-साथ पार्टी की मजबूत स्थिति कश्मीर घाटी में उसे एक बार फिर से सत्ता के करीब ले जा रही है। कांग्रेस के साथ गठबंधन से पार्टी को और भी मजबूती मिल रही है, जो बहुमत हासिल करने के लिए जरूरी है।
भाजपा की स्थिति और जम्मू में पकड़
भाजपा का प्रदर्शन मुख्य रूप से जम्मू क्षेत्र में अच्छा रहा है, जहां उसे 26 सीटों पर बढ़त मिली है। यह परिणाम पार्टी के लिए एक मजबूत संदेश है कि जम्मू में उसकी पकड़ अभी भी मजबूत है। हालांकि, कश्मीर घाटी में भाजपा को बड़ी सफलता नहीं मिली है, जो पार्टी के लिए एक चुनौती बनी रहेगी।
चुनाव परिणाम का समग्र विश्लेषण
Jammu Kashmir Election Result को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने वापसी की है और भाजपा ने अपनी मजबूत स्थिति को बनाए रखा है। PDP का कमजोर प्रदर्शन एक बड़ा धक्का है और कांग्रेस का समर्थन गठबंधन को बहुमत के करीब ले जा रहा है।
निष्कर्ष
Jammu Kashmir Election Result नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए सकारात्मक दिशा में बढ़ते हुए दिख रहे हैं, जबकि भाजपा की पकड़ जम्मू क्षेत्र में मजबूत बनी हुई है। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यह पहला चुनाव था, और इस चुनावी संघर्ष में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिशें साफ नजर आ रही हैं। अब देखना यह होगा कि अंतिम परिणाम किस पार्टी या गठबंधन को सत्ता तक पहुंचाएंगे।
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