Independence Day शायरी: भारत के जश्न में इन शायरियों का हिस्सा बनें
स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) भारत के गौरवमयी इतिहास का अहम हिस्सा है, जो हर भारतीय के दिल में विशेष स्थान रखता है। यह दिन देशवासियों के लिए न केवल स्वतंत्रता की याद दिलाता है, बल्कि उन शहीदों को श्रद्धांजलि भी है जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस दिन को खास बनाने के लिए भारत भर में शायरी, गीत और कविताएं पेश की जाती हैं जो देशप्रेम और बलिदान की भावना को व्यक्त करती हैं।
Independence Day शायरी का महत्व:
Independence Day के दिन शायरी का अपना एक विशेष महत्व है। यह शायरी न केवल देश के प्रति सम्मान और प्रेम को व्यक्त करती है, बल्कि हमारे संघर्ष और बलिदान की भावना को भी जागृत करती है। कई शायरों ने अपनी शायरी के माध्यम से देशभक्ति का प्रचार किया है और लोगों को प्रेरित किया है। यह शायरी न केवल उत्साह और जोश भरने का काम करती है, बल्कि यह हमें याद दिलाती है कि हमें अपने देश की सेवा में अपना योगदान देना चाहिए।
Independence Day Shayari (Independence Day पर शायरी):
बे-ज़ार हैं जो जज़्बा-ए-हुब्ब-उल-वतनी से
वो लोग किसी से भी मोहब्बत नहीं करते
(अज्ञात)मैं ने आंखों में जला रखा है आज़ादी का तेल
मत अंधेरों से डरा रख कि मैं जो हूं सो हूं
(अनीस अंसारी)वो हिन्दी नौजवां यानी अलम-बरदार-ए-आज़ादी
वतन की पासबाँ वो तेग़-ए-जौहर-दार-ए-आज़ादी
(मख़दूम मुहिउद्दीन)
Independence Day शायरी का ऐतिहासिक संदर्भ:
भारत का स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1947 में भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी। Independence Day के दिन शायरी के माध्यम से हम उन शहीदों को याद करते हैं जिन्होंने भारत को स्वतंत्र बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिन केवल खुशी और उल्लास का नहीं होता, बल्कि यह उन संघर्षों की याद भी दिलाता है जो हमारे पूर्वजों ने आज़ादी के लिए किए थे।
Independence Day पर कुछ और प्रेरणादायक शायरी:
कारवां जिन का लुटा राह में आज़ादी की
क़ौम का मुल्क का उन दर्द के मारों को सलाम
(बनो ताहिरा सईद)ख़ुदा ऐ काश ‘नाज़िश’ जीते-जी वो वक़्त भी लाए
कि जब हिन्दोस्तान कहलाएगा हिन्दोस्तान-ए-आज़ादी
(नाज़िश प्रतापगढ़ी)सर-ब-कफ़ हिन्द के जां-बाज़-ए-वतन लड़ते हैं
तेग़-नौ ले सफ़-ए-दुश्मन में घुसे पड़ते हैं
(बर्क़ देहलवी)बनाना है हमें अब अपने हाथों अपनी क़िस्मत को
हमें अपने वतन का आप बेड़ा पार करना है
(जाफ़र मलीहाबादी)
Independence Day Shayari for 15 August (15 अगस्त पर शायरी):
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है
(बिस्मिल अज़ीमाबादी)दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी
(लाल चन्द फ़लक)हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़
गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही
(साहिर लुधियानवी)
Independence Day पर शायरी का उद्दीपन:
Independence Day पर शायरी का मुख्य उद्देश्य भारत के नागरिकों में देशभक्ति और गौरव की भावना को प्रज्वलित करना है। यह शायरी शहीदों के बलिदान और स्वतंत्रता संग्राम की यादों को ताजा करती है। इस दिन हम न केवल स्वतंत्रता का उत्सव मनाते हैं, बल्कि हम यह भी याद करते हैं कि इस स्वतंत्रता की प्राप्ति में अनगिनत लोगों का संघर्ष और बलिदान था। इन शायरियों के माध्यम से हम इस संघर्ष को सम्मानित करते हैं और इसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाते हैं।
Independence Day पर शायरी से संदेश:
Independence Day के दिन शायरी हमें यह संदेश देती है कि हमें अपनी स्वतंत्रता की क़ीमत समझनी चाहिए और इसे संरक्षित करने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए। यह शायरी हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें अपने देश के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। इस दिन हमें न केवल खुशी मनानी चाहिए, बल्कि हमें अपने देश की सेवा के लिए अपनी पूरी कोशिश करनी चाहिए ताकि हम अपने देश को और भी प्रगति की दिशा में आगे बढ़ा सकें।
निष्कर्ष:
स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) भारत के इतिहास का एक अभिन्न हिस्सा है और इस दिन की शायरी हमें अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण का अहसास कराती है। शायरी के माध्यम से हम अपने देश के गौरवमयी अतीत को सम्मानित करते हैं और भविष्य में इसे और भी प्रगति की ओर ले जाने का संकल्प लेते हैं। इन शायरियों को पढ़ने और अपने जीवन में उतारने से हम अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को महसूस करते हैं और इस स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।
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