Himachal Pradesh में भारी बारिश के बाद 10 जिलों में रेड अलर्ट जारी

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हिमाचल में भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी, कई रास्तों पर लैंडस्लाइड का खतरा

Himachal Pradesh: में भारी बारिश के कारण भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 29 जून 2025 के लिए राज्य के 10 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट में Himachal Pradesh के बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर, उना, कुल्लू और चंबा जिलों को शामिल किया गया है। इस भारी बारिश के कारण कई इलाकों में लैंडस्लाइड, पानी भरने की घटनाएँ और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

Himachal Pradesh में बारिश के प्रभाव

आलम यह है कि शिमला और कालका के बीच की रेलवे लाइन पर भारी बारिश के बाद boulders और पेड़ गिरने के कारण ट्रेनों की सेवा को घंटों के लिए रोक दिया गया था। शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-5) पर भी लैंडस्लाइड से कुछ हिस्सों को नुकसान हुआ, जिससे सारा रास्ता जाम हो गया। इस रास्ते पर दो से तीन किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

सोलन जिले में पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि चक्की मोड़ के पास NH-5 पर दो-तरफा यातायात बहाल कर दिया गया है। लैंडस्लाइड के कारण रास्ता बंद हो गया था, लेकिन अब उसे साफ किया जा रहा है। साथ ही जंगेशु रोड का वैकल्पिक मार्ग भी बंद था, लेकिन उसे साफ किया जा रहा है।

भारी बारिश से नुकसान

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 29 जून तक,Himachal Pradeshके कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जो लैंडस्लाइड, पानी भरने और ढांचे को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके अलावा, यातायात की रुकावट और अन्य आवश्यक सेवाओं में विघ्न आने का भी अंदेशा है।

Himachal Pradeshके सिरमौर और मंडी जिलों में 57 और 44 रास्ते ब्लॉक हुए हैं। मौसम विभाग ने 10 जिलों में फ्लैश फ्लड के उच्च जोखिम का अलर्ट जारी किया है। वहीं, बीस से अधिक घरों में जल भराव की घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जिससे लोगों की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है।

नदी में जलस्तर में वृद्धि

बद्दी क्षेत्र में बाल्ड नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी गई है, जिसके कारण आसपास के इलाकों में नुकसान होने का खतरा बढ़ गया है। जल स्तर लगातार बढ़ने के कारण शिवालिक नगर, झड़मजरी में पानी घुसने की घटना सामने आई है। इस इलाके में लगभग 20 घरों में 4 फीट तक पानी घुस चुका है।

पांडोह डेम का जल स्तर

मौसम विभाग के मुताबिक, पांडोह डेम के पांचों स्पिलवे गेट रविवार को खोल दिए गए थे, जिसके बाद ब्यास नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है। इसके कारण आसपास के क्षेत्रों में और भी ज्यादा जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

सड़कें और ट्रांसफार्मर प्रभावित

भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में 129 सड़कें बंद हो गईं और 612 ट्रांसफार्मर प्रभावित हो गए हैं। अधिकतर नुकसान सिरमौर और मंडी जिलों में हुआ है, जहां सड़कों की स्थिति सबसे खराब है। इन स्थानों पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।

फ्लैश फ्लड का खतरा

मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में Himachal Pradesh के विभिन्न हिस्सों में फ्लैश फ्लड का भी अलर्ट जारी किया है। कई स्थानों पर नदी के उफान से और जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है।

पिछले वर्ष की तुलना में स्थिति

2023 में भी भारी बारिश के कारण राज्य में विनाशकारी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। उस समय जुलाई और अगस्त में भारी बारिश ने राज्य को हिला दिया था, और 550 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इस साल भी 20 जून से मानसून की शुरुआत के बाद बारिश से जुड़ी घटनाओं ने 20 जानें ले ली हैं और 4 लोग अब भी लापता हैं।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी

मौसम विभाग ने 5 जुलाई तक Himachal Pradesh में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश और लैंडस्लाइड की चेतावनी जारी की गई है। विभाग ने मौसम की स्थिति को गंभीर बताया है और आम जनता से सतर्क रहने की अपील की है।

निष्कर्ष

Himachal Pradesh में इस समय भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण कई जिलों में ट्रैफिक जाम, लैंडस्लाइड, जलभराव, और बाढ़ जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। मौसम विभाग ने इस स्थिति के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। सरकार और प्रशासन द्वारा राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं, लेकिन स्थिति को देखते हुए लोगों को स्वयं भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

कुल मिलाकर

इस बारिश के मौसम में हिमाचल प्रदेश की स्थिति विकट बनी हुई है, लेकिन प्रशासन द्वारा राहत कार्यों का संचालन किया जा रहा है और आने वाले दिनों में स्थिति को संभालने की कोशिश की जाएगी।

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