ISRO ने पूरा किया लॉन्च रिहर्सल, जानिए चांद पर कब होगी चंद्रयान-3 की लैंडिंग : इसरो (ISRO) ने 11 जुलाई 2023 को चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की लॉन्चिंग का रिहर्सल पूरा कर लिया है. यह रिहर्सल 24 घंटे चलता है. इसमें श्रीहरिकोटा के के लॉन्च सेंटर से लेकर अन्य स्थानों के सभी केंद्र, टेलिमेट्री सेंटर और कम्यूनिकेशन यूनिट्स की तैयारियों का जायजा लिया जाता है.
पहला है पृथ्वी केंद्रित चरण: यानी धरती पर होने वाले काम. इसमें तीन स्टेज आते हैं. पहला- लॉन्च से पहले का स्टेज. दूसरा- लॉन्च और रॉकेट को अंतरिक्ष तक ले जाना और तीसरा- धरती की अलग-अलग कक्षाओं में चंद्रयान-3 को आगे बढ़ाना. इस दौरान चंद्रयान-3 करीब छह चक्कर धरती के चारों तरफ लगाएगा
Chandrayaan 3 Launch Update: भारत का चंद्र मिशन शुक्रवार (14 जुलाई) को लॉन्च के लिए तैयार है. चंद्र मिशन में कोई चूक न हो, इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने विशेष उपाय किए हैं. सफल चंद्र मिशन के लिए ज्यादा ईधन, कई सुरक्षा उपाय और चंद्रमा पर एक बड़े लैंडिंग स्थल को सुनिश्चित किया गया है. इसके लिए इसरो ने खास ‘विफलता आधारित डिजाइन’ का विकल्प चुना है ताकि कुछ चीजें गलत होने पर भी रोवर चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरे.14 जुलाई को चंद्रयान-3 दोपहर 2:35 बजे उड़ान भरेगा. यह चंद्रयान-2 का फॉलो-अप मिशन है, जिसकी सितंबर 2019 में सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के चलते क्रैश लैंडिंग हुई थी सोमवार (10 जुलाई) को कहा कि चंद्रयान-2 के सफलता आधारित डिजाइन की बजाय चंद्रयान-3 में ‘विफलता आधारित डिजाइन’ का विकल्प चुना गया
इसलिए है चंद्र मिशन के सफल होने की उम्मीद: सोमनाथ ने कहा, ”हमने लैंडिंग के क्षेत्र को 500 मीटर x 500 मीटर से बढ़ाकर 4 किलोमीटर x 2.5 किलोमीटर कर दिया है. यह कहीं भी उतर सकता है, इसलिए यह आपको एक विशिष्ट बिंदु को लक्षित करने तक सीमित नहीं करता है. यह केवल नाममात्र स्थितियों में एक विशिष्ट बिंदु को लक्षित करेगा. इसलिए अगर प्रदर्शन खराब हुआ तो यह उस क्षेत्र में कहीं भी उतर सकता है.