Uttar Pradesh : भारत जोड़ो न्याय यात्रा के मार्ग में बदलाव देखा जा सकता है, जिससे स्पष्ट है कि राहुल गांधी फिर से उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहे हैं, और अमेठी में भी वापस जा रहे हैं। देखा जाएगा कि राहुल गांधी यूपी के लोगों के सामने उत्तर और दक्षिण की राजनीति के अंतर पर कैसे अपने दृष्टिकोण को प्रस्तुत करते हैं – और INDIA ब्लॉक के साथीयों को साथ लेकर कैसे आगे बढ़ते हैं
Rahul Gandhi : राहुल गांधी ने पिछली बार अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कुछ समय उत्तर प्रदेश में बिताया था, लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश पर उनका फोकस और भी अधिक है। इस यात्रा के नाम की परिवर्तन में भी उत्तर प्रदेश की राजनीति का खास महत्व है। पहले इसे ‘न्याय यात्रा’ कहा जा रहा था, लेकिन अब इसे ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के नाम से जाना जा रहा है। मणिपुर से शुरू होकर मुंबई में समाप्त होने वाली इस यात्रा के दौरान, राहुल गांधी अपना सबसे अधिक समय उत्तर प्रदेश में ही बिताएंगे
राहुल गांधी की नई यात्रा पिछली “भारत जोड़ो यात्रा” से बहुत हटकर होगी। पिछली यात्रा में, राहुल गांधी और सभी भारतीय यात्रीगण ने पैदल चलकर यात्रा की थी, लेकिन इस बार पदयात्राएं कम होंगी और बड़ा हिस्सा उन्हें बस से यात्रा करने का निर्णय लिया गया है
Manipur Yatra 2024 : 14 जनवरी, 2024 को मणिपुर से शुरू होने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने देशभर में धूम मचा दी है। इस यात्रा का आयोजन 11 दिनों के लिए है, जिसमें यूपी के 20 जिलों को समाहित किया गया है। यह यात्रा सामूहिक न्याय और सामाजिक इंसानियत की दिशा में है, और इसका उद्देश्य न्याय स्थापित करना है।इस यात्रा का रूट 1,074 किलोमीटर का है, जो कि यूपी में ही सबसे लंबा सफर होगा। इसमें गांधी परिवार के किले अमेठी और रायबरेली के अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी भी शामिल है। यह संकेतक है कि यह यात्रा राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हो सकती है।
ममता बनर्जी ने वाराणसी को चुनाव क्षेत्र के रूप में शामिल करने का सुझाव दिया है और उन्होंने प्रियंका गांधी को यहां उतरने की सलाह दी है। इसके अलावा, बीजेपी द्वारा अमेठी सीट पर हावी होने का भी खतरा है, और स्मृति ईरानी वहां से सांसद हैं।
यह यात्रा एक महत्वपूर्ण दौरा है, जो न्याय और सामाजिक समर्थन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है, और इसके माध्यम से विभिन्न राज्यों में न्यायप्रिय चर्चाएं हो रही हैं।
4 दिसंबर को दिल्ली में हुई न्याय यात्रा की बैठक में : छत्तीसगढ़ से प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत मौजूद रहे। इस अद्भूत समय में, वे मुख्य विषयों पर चर्चा करते हुए एक-दूसरे से मिले और राजनीतिक मुद्दों पर आपसी राय साझा की।
बैठक के बाद, दीपक बैज और चरण दास महंत ने राहुल गांधी से चर्चा की, जिससे कि वे अपने राज्य के मुद्दों और जनता की आवश्यकताओं को साझा कर सकें। यह एक महत्वपूर्ण क्षण था जब राजनीतिक नेताएं एक दूसरे के साथ मिलकर राष्ट्र के विकास और न्याय की दिशा में काम करने के लिए समर्पित होते हैं।
पूर्व डेप्युटी सीएम टी एसि सिंहदेव ने भी इस यात्रा की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी, जिससे कि वे अपने अनुयायियों और समर्थकों को इस महत्वपूर्ण क्षण के बारे में सूचित कर सकें। इससे सामाजिक संबंधों को मजबूती मिलती है और लोग अपने नेताओं के साथ जुड़े रहते हैं