Wipro Share Price: 50% गिरावट नहीं, ये है असली कारण

Wipro Share Price

Wipro Share Price: मूल्य में 50% की गिरावट: असली वजह क्या है?

Wipro Share Price के शेयर मूल्य में हाल ही में एक अप्रत्याशित 50% की गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, यह गिरावट असल में शेयर के मूल्य में कोई वास्तविक कमी नहीं है। दरअसल, यह गिरावट एक बोनस इश्यू (Bonus Issue) के कारण हुई है, जो विप्रो के शेयर की संख्या को बढ़ाने के साथ-साथ शेयर की कीमत को समायोजित करने का काम करती है।

क्यों दिख रही है Wipro Share Price के शेयरों में गिरावट?

विप्रो ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का ऐलान किया है, जिसका मतलब है कि हर शेयर के लिए एक अतिरिक्त पूरी तरह से भुगतान किया गया शेयर जारी किया जाएगा। बोनस शेयर जारी होने के बाद, शेयर की कीमत को अनुपातिक रूप से समायोजित किया गया है।

जब बाजार में विप्रो के शेयर खुले, तो BSE (Bombay Stock Exchange) पर Wipro Share Price 1.09% बढ़कर 295.50 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। हालांकि, जब हम पिछले दिन के समायोजित बंद मूल्य 584.55 रुपये से इसकी तुलना करते हैं, तो शेयरों में लगभग 49.45% की गिरावट दिखती है। इस वजह से कुछ ट्रेडिंग ऐप्स और प्लेटफार्म्स पर पुराने समायोजित कीमत का डेटा दिख रहा है, जिसके कारण निवेशकों को 50% की गिरावट का भ्रम हो रहा है।

बोनस इश्यू का शेयर की कीमत पर असर कैसे होता है?

बोनस इश्यू एक तरह से कंपनी के जारी किए गए शेयरों की संख्या को बढ़ा देता है। जब बोनस शेयर जारी होते हैं, तो शेयर की कीमत उस अनुपात में घट जाती है। हालांकि, निवेशकों के पास जो कुल शेयर होते हैं, उनकी कुल कीमत पर कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि बोनस शेयर कंपनी के मुक्त रिजर्व (free reserves) से जारी किए जाते हैं।

Wipro Share Price के मामले में, 1:1 का अनुपात यह दर्शाता है कि हर निवेशक को उनके पास पहले से जितने शेयर हैं, उतने के बदले एक अतिरिक्त शेयर मिलेगा। यह विप्रो का 2019 के बाद पहला बोनस इश्यू है, जब उसने 1:3 का अनुपात जारी किया था।

बोनस इश्यू की घोषणा और रिकॉर्ड डेट

विप्रो ने 2 दिसंबर को बोनस शेयरों के लिए रिकॉर्ड डेट के रूप में तय किया था। इसका मतलब है कि जो भी निवेशक इस दिन तक विप्रो के शेयरों के मालिक थे, वे बोनस शेयर प्राप्त करने के पात्र होंगे। इस तरह, निवेशकों को जल्द ही अपने बोनस शेयर मिल जाएंगे।

Wipro Share Price के वित्तीय विवरण और बोनस इतिहास

विप्रो के पास 30 सितंबर, 2024 तक 56,808 करोड़ रुपये का रिजर्व था, जिसमें मुक्त रिजर्व, सिक्योरिटी प्रीमियम और कैपिटल रिडेम्पशन रिजर्व शामिल हैं। बोनस के बाद, विप्रो का पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल लगभग 20,925.9 करोड़ रुपये का होगा, जिसमें 10,462,971,564 शेयर होंगे, जिनकी कीमत 2 रुपये होगी।

विप्रो का बोनस शेयर जारी करने का लंबा इतिहास रहा है, जो 1990 के दशक से शुरू हुआ था। पहले के बोनस इश्यू के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:

  • 2019: 1:3 का अनुपात (एक्स-बोनस तिथि: 6 मार्च, 2019)
  • 2017: 1:1 का अनुपात
  • 2010: 2:3 का अनुपात
  • 2005: 1:1 का अनुपात
  • 2004: 2:1 का अनुपात

कंपनी ने पिछले साल एक शेयर बायबैक कार्यक्रम भी चलाया था, जिसे बाजार में काफी ध्यान मिला था।

Wipro Share Price की वर्तमान स्थिति और भविष्य की उम्मीदें

विप्रो इस समय एक चुनौतीपूर्ण मांग वातावरण का सामना कर रहा है, जहां ग्राहक-विशिष्ट मुद्दे इसके प्रदर्शन को प्रभावित कर रहे हैं। हालांकि, इसके BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) सेक्टर में विकास के शुरुआती संकेत दिखाई दे रहे हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि विप्रो के पास विविध पोर्टफोलियो, नए CEO श्रीनी पलिया के तहत नेतृत्व, और आकर्षक वैल्यूएशंस जैसे पहलुओं के कारण एक अच्छा जोखिम-पुरस्कार संतुलन है। आने वाले समय में कंपनी की स्थिति बेहतर हो सकती है, खासकर यदि उसके प्रमुख सेक्टरों में सुधार होता है।

निष्कर्ष

Wipro Share Price मूल्य में हाल ही में दिखी गिरावट को लेकर निवेशकों में भ्रम की स्थिति है, लेकिन यह कोई वास्तविक मूल्य गिरावट नहीं है। बोनस इश्यू के कारण शेयर की कीमत को समायोजित किया गया है, और निवेशकों के लिए बोनस शेयर एक नई उम्मीद का संकेत हो सकते हैं। भविष्य में विप्रो के प्रदर्शन में सुधार की संभावना है, और यह निवेशकों के लिए एक अच्छे अवसर का रूप ले सकता है।

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