जम्मू-कश्मीर में बदलाव की बयार बही तो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ उन गलियारों से हो रही है जहां केंद्र को तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ता था. जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था तो जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला रशीद ने इसके खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया था. तब शहला रशीद ने सेना पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि सेना लोगों के घरों में घुस रही है लोगों को उठा रही है, मारपीट कर रही है. शहला के इन आरोपों का सेना ने सिरे से खंडन किया था
सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 को निरस्त किया था तो देश से लेकर विदेशों तक से मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठी थी।
शेहला रशीद ने की मोदी सरकार की तारीफ: स्वतंत्रता दिवस के दिन उन्होंने अपने X हैंडल (ट्वीट) के जरिए कहा,”इस बात को स्वीकार करने में भले ही हैरानी हो रही है, लेकिन कश्मीर में मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार हुआ है। नरेंद्र मोदी सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन ने घाटी में लोगों की जान बचाने में मदद की है। यही मेरा दृष्टिकोण है।
370 को हटाने पर सरकार को कड़वे शब्द सुनाने वाली शहला ये ट्वीट लोगों के लिए हैरानी भरे थे
वर्तमान सरकार एक झटके में कश्मीरियों के लिए दशकों से चले आ रहे पहचान के संकट को खत्म करने में कामयाब रही है। क्या यह आर्टिकल 370 को खत्म करने का सकारात्मक नतीजा है? शायद अगली पीढ़ी संघर्ष भरे आईडेंटिटी के साथ बड़ी नहीं होगी। शायद अब और खून-खराबा नहीं होगा।”
JNU में टुकड़े टुकड़े के नारे और चर्चा में आई शहला : 2016 में जेएनयू में जब कथित तौर पर कुछ छात्रों ने भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाए गए थे तो जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद की गिरफ्तारी हुई थी. तब ये मामला काफी सुर्खियों में रहा था. बाद में इस नारेबाजी से टुकड़े-टुकड़े गैंग निकला और इसका राजनीतिक खालिद की गिरफ्तारी हुई थी. तब ये मामला काफी सुर्खियों में रहा था. बाद में इस नारेबाजी से टुकड़े-टुकड़े गैंग निकला और इसका राजनीतिक इस्तेमाल होने लगा. छात्रों की ओर से नारेबाजी से इनकार किया गया था. इस दौरान शहला रशीद ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. शहला रशीद छात्रों के राजनीतिक प्रदर्शन के अधिकार को सख्ती से डिफेंड करती हुई नजर आती थीं
जलवायु संरक्षण पर पीएम मोदी की तारीफ: 15 अगस्त को शहला ने पीएम मोदी की जलवायु संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर उनकी तारीफ की. शहला ने एक रिसर्च पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया और कहा कि ‘जैसा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, भारत वास्तव में ऊर्जा परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है शहला ने कहा कि इस तथ्य को देखते हुए कि भारत ऐतिहासिक रूप से प्रदूषण फैलाने वाला देश नहीं है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सक्रिय दृष्टिकोण सराहनीय है. इसके साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की भी शुभकामनाएं दी. कश्मीरियों के लिए पहचान का संकट खत्म: शेहला रशीद: इससे पहले 14 अगस्त को उन्होंने कश्मीर के मौजूदा हालात को लेकर केंद्र सरकारी की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने एक ही फैसले में कश्मीरियों के लिए पहचान का संकट खत्म कर दिया।
शहला ने ये प्रतिक्रिया उस खबर पर दी है जहां जम्मू-कश्मीर में तिरंगा रैली के दिन आतंकवादी जावेद मट्टू का भाई रईस मट्टू तिरंगा फहराता नजर आ रहा है
15 अगस्त को एक और ट्वीट में शहला ने माना कि कश्मीर में मानवाधिका र का रिकॉर्ड नरेंद्र मोदी सरकार में सुधरा है. शहला ने ट्वीट किया, इस बात को स्वीकार करना भले ही असुविधाजनक हो, लेकिन कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलजी मनोज सिन्हा के शासन में मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार हुआ है. अगर एक नजरिये से देखें तो सरकार के स्पष्ट रुख ने कुल मिलाकर जीवन बचाने में मदद की है. यही मेरा दृष्टिकोण है