पंजाब : में आज वाल्मीकि और ईसाई समुदाय की तरफ से मणिपुर में हुई हिंसक झड़पों और महिलाओं के साथ हुए क्रूर व्यवहार को लेकर बंद का आह्वान किया गया है.वाल्मीकि और ईसाई समुदायों के लोगों का कहना है कि केंद्र की बीजेपी सरकार दलित महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को रोकने में नाकाम रही है. जिसकी वजह से उन्होंने बंद बुलाने का आह्वान किया है. वहीं नगर निगम की सफाई यूनियनों औऱ नेताओं ने भी इस बंद का समर्थन किया है. वहीं बंद का असर अब दिखने लगा है सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक पंजाब में बंद किया गया है, इस दौरान यातायात भी बंद किया गया है. इसी वजह से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए, राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों की भी छुट्टी की है.
मणिपुर में हिंसक झड़प और महिलाओं के साथ क्रूर व्यवहार के कारण गुस्साए दलित व ईसाई समुदाय के लोगों ने 9 अगस्त को पंजाब बंद का आह्वान किया है। इस पंजाब बंद की कॉल को लेकर शंभू संगठनों ने शहर के बाजारों में दुकानें बंद रखने का दुकानदारों से आग्रह किया। वहीं, दूसरी तरफ कपूरथला जिला पुलिस ने जनता को सुरक्षित होने का एहसास करवाने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला है।
थानों के प्रभारी सहित पुलिस कर्मी रहे :आज देर शाम लगभग 100 पुलिस कर्मियों तथा अधिकारियों के साथ शहर के मुख्य बाजारों तथा विभिन्न क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला गया है।
पंजाब डेस्कः बता दें कि मणिपुर में हिंसक झड़प और महिलाओं के साथ क्रूर व्यवहार के कारण गुस्साए दलित समुदाय व ईसाई समुदाय के लोगों ने 9 अगस्त को पंजाब बंद का आह्वान किया है। इस संबंध में ईसाई भाईचारे ने जालंधर के प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस की और मणिपुर इंसाफ मोर्चा का गठन कर पंजाब बंद की घोषणा की थी। साथ ही मणिपुर इंसाफ मोर्चा के अध्यक्ष सुरजीत थापर ने कहा कि 9 अगस्त को सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक आवाजाई बंद रहेगी।