हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट: IMD के मुताबिक अगले चार दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत और सिक्किम में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग ने बताया कि अगले चार दिनों के दौरान हिमाचल उत्तराखंड-यूपी और अगले एक-दो दिन में पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। दिल्ली में भी आज बारिश के आसार हैं भारी बारिश, भूस्खलन से तबाही झेल रहे हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। भारतीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। विभाग ने इन सात राज्यों के लिए 21 से 24 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल और उत्तराखंड में 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही कहा है कि इस दौरान प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है। इसके अलावा आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की भी चेतावनी जारी की गई है। उत्तराखंड के देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, टिहरी और बागेश्वर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि अन्य जनपदों में येलो अलर्ट रहेगा। वहीं 23 और 24 अगस्त को प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, उधम सिंह नगर और पिथौरागढ़ जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार 23 और 24 अगस्त को टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तेज बारिश होने की आशंका है। अगले तीन दिनों तक प्रदेश में भारी बारिश होगी।
दिल्ली में आज बारिश के आसार:मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में आज बारिश के आसार हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है, जिससे अधिकतम तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट आएगी।
उत्तराखंड सीएम ने कहा-एक हजार करोड़ का नुकसान, केंद्र से मांगेंगे मदद: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य को प्राकृतिक आपदाओं से अब तक 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। हम केंद्र सरकार से मदद मांगेंगे। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जिले में बाढ़ और जलभराव से 21 हजार हेक्टेयर गन्ने की फसल खराब हुई। सड़कों और पुलों को भारी क्षति पहुंची है। बारिश कम होने के बाद सड़कों की मरम्मत के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू होगा।