Patna Need Paper Leak : पटना. वर्तमान में नीट परीक्षा के पेपर लीक मामले से संबंधित एक महत्वपूर्ण खबर सामने आ रही है, जिसमें नए खुलासे हुए हैं। न्यूज़ 18 के पास मौजूद आरोपियों के इकबालिया बयान में कई महत्वपूर्ण तथ्य उजागर हुए हैं। इस इकबालिया बयान के मुताबिक, नीट परीक्षा के पेपर लीक के संदेह को पुष्ट करते हुए पुख्ता प्रमाण मिले हैं। आरोपियों ने खुद पेपर लीक की बात कबूली है
आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि पेपर वास्तव में लीक हुआ था। उनके अनुसार, पेपर लीक करने वाले समूह ने परीक्षा से एक दिन पहले ही परीक्षार्थियों को प्रश्न और उनके उत्तर याद करवाए थे। आरोपी अनुराग यादव ने खुलासा किया कि उनके फूफा ने उसे बताया था कि ‘सेटिंग’ हो गई है और उसे कोटा से बुलाया गया था। परीक्षा से ठीक एक दिन पहले, 4 मई को, प्रश्नपत्र उन तक पहुंच गया था। आप नीचे नीट पेपर लीक के आरोपियों सिकंदर, अनुराग कुमार, अमित आनंद और नीतीश कुमार के इकबालिया बयान पढ़ सकते हैं।
क्या है पूरा विवरण?
NEET परीक्षा में 67 परीक्षार्थियों ने 720 में से पूरे 720 अंक प्राप्त किए थे। इस परीक्षा का आयोजन करने वाली संस्था NTA से जब इस विषय में प्रश्न किया गया, तो उन्होंने उत्तर दिया कि यह ग्रेस मार्क्स के कारण हुआ था। कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय की कमी के कारण कुल 1563 विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। उच्चतम 67 में से 44 अभ्यर्थियों को भी ये अंक दिए गए थे। NTA ने बाद में सुप्रीम कोर्ट में यह घोषित किया कि वे इन ग्रेस मार्क्स को रद्द करके 23 जून को इन छात्रों के लिए पुनः परीक्षा का आयोजन करेंगे। जो विद्यार्थी अपने मूल स्कोर के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं, लेकिन उनके स्कोर कार्ड से ग्रेस अंक हटा दिए जाएंगे।
इस प्रकरण में, पुलिस ने अनुराग यादव नामक एक परीक्षार्थी को हिरासत में लिया है। अनुराग ने यह स्वीकार किया है कि परीक्षा से पहले उसे एक प्रश्नपत्र प्राप्त हुआ था, जो मूल परीक्षा पत्र के साथ पूर्णतः समान था। उसे प्रश्नों के उत्तर भी दिए गए थे। इंडिया टुडे संवाददाता आदित्य वैभव की रिपोर्ट के अनुसार, अनुराग यादव ने पुलिस को दिया गया इकबालनामा प्रकाशित हुआ है।
यादव बिहार के दानापुर नगर निगम में कार्यरत एक इंजीनियर के भांजे हैं। 22 वर्षीय अनुराग यादव ने बताया कि उनके चाचा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने उन्हें सूचित किया था कि परीक्षा की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस इकबालनामे पर यादव के हस्ताक्षर मौजूद हैं।
इसके अतिरिक्त, EOU को उस स्थान की सूचना मिली है जहां परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र याद करवाए गए थे। पेपर लीक में लिप्त कुछ परीक्षार्थियों के इकबालनामे और आरोपियों से पूछताछ के दौरान प्राप्त जानकारी भी शिक्षा मंत्रालय को भेजी जा सकती है। इस प्रकरण में शामिल माफिया के पिछले इतिहास की भी छानबीन की जा रही है। EOU ने 11 परीक्षार्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिनमें से दो परीक्षार्थी जांच एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित हुए थे और उनसे लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की गई थी।