चुनाव आयोग ने पांच राज्यों – राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, और मिज़ोरम के चुनावों की तारीखों का ऐलान किया है। इसके अनुसार, यह चुनाव निम्नलिखित रूप में आयोजित किए जाएंगे:राजस्थान में चुनाव: राजस्थान में विधानसभा चुनाव एक चरण में होंगे।मध्य प्रदेश में चुनाव: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव एक चरण में होंगे।छत्तीसगढ़ में चुनाव: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे।तेलंगाना में चुनाव: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव एक चरण में होंगे।मिज़ोरम में चुनाव: मिज़ोरम में विधानसभा चुनाव एक चरण में होंगे
मध्य प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के बाद काफी सियासी घटनाएं घटी थीं। चुनावों में कांग्रेस को भाजपा से पांच सीटें ज्यादा मिली थीं, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस की सरकार अल्पमत में ही टिक पाई थी। कांग्रेस के पास 114 सीटें थीं और वह गठजोड़ करके बहुमत प्राप्त कर ली थी।कांग्रेस की सरकार ने 15 महीने के बाद टिक पाई, क्योंकि 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें 6 मंत्री भी शामिल थे। स्पीकर ने मंत्रियों के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया और सरकार अल्पमत में आ गई।इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाया गया, और कोर्ट ने कमलनाथ सरकार को विशेषज्ञों के साथ फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया। फ्लोर टेस्ट से पहले ही कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, और इसके बाद भाजपा ने बागी विधायकों को मिलाकर अपने पास 127 विधायक कर लिए और सरकार बनाई। इसके परिणामस्वरूप, शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने
राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था। उस चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे।मार्च 2020 में, 22 कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था, और उनमें से कुछ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए थे। इसके बाद राज्य सरकार गिर गई थी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने थे
मिजोरम में 10 साल बाद MNF की वापसी : मिजोरम में 2018 विधानसभा चुनाव में 10 साल बाद मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) की वापसी हुई थी। कुल 40 सीटों पर हुए चुनाव में MNF को 26 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को पांच सीटें मिलीं। इसके अलावा, जोरम पीपुल्स मूवमेंट को आठ सीटें मिलीं और एक सीट भाजपा को मिली। सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट पार्टी ने जोरामथांगा को मुख्यमंत्री (CM) बनाया। विधानसभा की मौजूदा स्थिति की बात करें, तो मिजो नेशनल फ्रंट के पास इस समय 28 विधायक हैं, कांग्रेस के पास पांच, जोरम पीपुल्स मूवमेंट के पास एक, भाजपा के पास एक, और पांच निर्दलीय विधायक हैं बीजेपी राजस्थान में भी सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़वाएगी, लेकिन मुश्किल सीटों पर। पिछले हफ्ते, दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति और पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में प्रदेश के सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है
40 सीटों वाले मिजोरम में इस साल के अंत में चुनाव होने की जानकारी सही है। मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर 2023 को खत्म होने वाला है। पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था, जिसमें मिजो नेशनल फ्रंट ने जीत हासिल की थी और राज्य में सरकार बनाई थी, तब जोरमथांगा मुख्यमंत्री बने थे।