अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के कोदवरिया गांव मैं चिंगारी बनी ज्वाला : 50 बीघे गेहूं की फसल धुआं में उड़ी, खून-पसीने की कमाई आग में डूबी; किसानों को बिलखते हुए देखकर दिल दहल गया, जान की परवाह किए बिना कूद गए लोग आग की लपटों में

Balia News : बलिया में 50 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख

बलिया के बांसडीह क्षेत्र के सुल्तानपुर (चक्की दियर) में गुरुवार की दोपहर एक भयानक घटना में 50 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। घटना के समय, ट्रैक्टर-थ्रेसर में गेहूं की कटाई चल रही थी। डंठल फंसने से निकली चिंगारी ने आग को जन्म दिया, जो तेज हवाओं के कारण तेज़ी से फैल गई।

आग को बुझाने के लिए ग्रामीणों ने हरसंभव प्रयास किए, लेकिन पानी फेंकने के बावजूद आग पर काबू नहीं पाया जा सका। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम भी आग को बुझाने में विफल रही।


अगलगी की खबर गांवों में फैलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग खेतों में उतर आए और आग बुझाने में मदद करने लगे।
इस घटना में किसानों की मेहनत और खून-पसीने की कमाई देखते-देखते आग की लपटों में समा गई।
यह घटना किसानों के लिए एक बड़ा झटका है, जो पहले से ही कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

आग लगने के कारण:

  • ट्रैक्टर-थ्रेसर में डंठल फंसने से निकली चिंगारी

नुकसान:

  • 50 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख
  • किसानों की मेहनत और खून-पसीने की कमाई का नुकसान

    जमुई में गेहूं की फसल में आग लगी, किसानों को भारी नुकसान

    जमुई जिले के इस्लामनगर अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के कोदवरिया गांव में बुधवार को गेहूं की फसल में आग लग गई। इस घटना में चुन्नी यादव, साधु यादव, लूटन यादव, गांधी यादव सहित आधा दर्जन किसानों की डेढ़ बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।

    आग लगने का कारण:

    • अभी तक आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
    • ग्रामीणों का अनुमान है कि शायद किसी चिंगारी से आग लगी होगी।

    नुकसान:

    • डेढ़ बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।
    • किसानों को भारी नुकसान हुआ है।

    बचाव:

    • ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग बहुत तेजी से फैल गई।
    • फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया, लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची, तब तक आग पर काबू पा लिया गया था।

    यह घटना किसानों के लिए एक बड़ा झटका है।


    गाँव के भरत सिंह के खेत में थ्रेसर से गेहूं की बारीकी की जा रही थी। इस दौरान थ्रेसर में गेहूं के अंश फंस गए। अचानक थ्रेसर के कमरे से आग की लपेटें निकल कर खेत में लग गई। थ्रेसिंग करने वाले लोग खेतों की ओर देखते ही आग तेजी से फैलने लगी। शोर मचाने पर गाँव के लोग आग को बुझाने के लिए कोशिश की, लेकिन तेज हवाओं के साथ आग और भी बढ़ गई।

    आगामी खेत में हरिनाथ राम, बुचन, मानती देवी, मुन्ना, महेंद्र, मैनेजर, साहब राम, पप्पू यादव, जलेसर यादव, ददन यादव, वकील यादव, मदन, हृदयानंद, लल्लन और नंदलाल के 50 बीघा से अधिक के रकबे की फसल आग में जल गई। आगामी घटना की खबर से गाँव के लोगों में अफवाह फैलने लगी और वे भी खेतों में उतर आए।

    आग की भीषणता इतनी ज्यादा थी कि मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भी चौंक गए। आग की लपेटों ने सभी को डरा दिया और आग बुझाने के बाद ही सब शांत हुए

    बच्चों की शरारत, खेतों में लगी आग, लाखों का नुकसान

    गंभीर घटना:

    • ग्रामीणों के अनुसार, गांव के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने शरारत में गेहूं की फसल में आग लगा दी।
    • समय से पहले स्कूल बंद होने के बाद बच्चों ने बदमाशी शुरू कर दी।
    • देखते ही देखते, डेढ़ लाख रुपये से अधिक की फसल जलकर राख हो गई।

    पीड़ितों की मांग:

    • लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी है और दोषी बच्चों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
    • लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बिना खेतों में कूदकर गेहूं की फसल बचाने का प्रयास किया।

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