संभल के समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का 94 वर्ष की आयु में देहांत हो गया। वे अंतिम समय में एक निजी चिकित्सालय में इलाज करवा रहे थे। हाल ही में, उनसे समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भेंट की थी।

Today New Delhi  : समाजवादी पार्टी के प्रतिष्ठित सदस्य और संभल के सांसद, शफीकुर्रहमान बर्क, का मंगलवार को देहांत हो गया, वे 94 वर्ष के थे। उन्होंने मुरादाबाद के प्रसिद्ध सिद्ध हॉस्पिटल में अपनी जीवन यात्रा का अंत किया। गौरतलब है कि हाल ही में उनकी स्वास्थ्य स्थिति में गिरावट आई थी। उन्हें शारीरिक दुर्बलता और अतिसार के कारण अस्पताल में शरण लेनी पड़ी थी। मेडिकल जांच में उनकी किडनी में संक्रमण का पता चला था।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य और संभल से सांसद, शफीकुर्रहमान बर्क की, मंगलवार को 94 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई। उनका निधन मुरादाबाद स्थित प्रतिष्ठित सिद्ध हॉस्पिटल में हुआ। उल्लेखनीय है कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति कुछ दिनों से नाजुक बनी हुई थी। शारीरिक दुर्बलता और दस्त के कारण उन्हें अस्पताल में दाखिला लेना पड़ा था। विशेषज्ञों ने उनके किडनी में संक्रमण की बात कही थी। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का देहांत हो गया है। उन्हें कुछ समय पूर्व अचानक स्वास्थ्य विकारों के चलते मुरादाबाद के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा था। उनके पोते जियाउर्रहमान बर्क के अनुसार, 93 वर्षीय बर्क की तबियत में अस्पताल में थोड़ा सुधार भी देखने को मिला था।

मंगलवार की प्रातः उन्हें गंभीर अवस्था में आईसीयू में भर्ती किया गया, जहां उनका देहांत हो गया। डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क, जिन्होंने चार बार विधायक के रूप में और चार बार सांसद के रूप में सेवा की थी, 2019 में पांचवीं बार संसद के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए थे। अपनी लंबी उम्र और राजनीतिक अनुभव के साथ, वे क्षेत्र के सबसे अनुभवी राजनेताओं में से एक थे और उनके राजनीतिक दृष्टिकोण ने उन्हें एक विशिष्ट पहचान प्रदान की थी
11 जुलाई 1930 को जन्मे शफीकुर्रहमान बर्क ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत चौधरी चरण सिंह के सान्निध्य में की थी। वे बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के महत्वपूर्ण सदस्य और संयोजक रहे हैं। उनकी पहचान देशभर में मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधित्व और अपने निष्ठावान चरित्र के लिए थी। समाजवादी पार्टी की स्थापना के वक्त, उन्होंने मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर काफी योगदान दिया और उन्हें पार्टी के प्रमुख संस्थापक सदस्यों में गिना जाता था।
शफीकुर्रहमान बर्क बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के प्रमुख सदस्य थे और उन्होंने मुस्लिम समुदाय के मुद्दों को सक्रिय रूप से उठाया। उनके वंदेमातरम् पर विचार ने उन्हें राजनीतिक चर्चाओं में एक विशेष स्थान दिलाया। समाजवादी पार्टी में उनकी प्रमुख भूमिका थी, और वे अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान एक प्रभावशाली आकृति बने रहे, जो 60 वर्षों से अधिक का था।

उनकी राजनीतिक यात्रा किसी एक दल की सीमाओं तक सीमित नहीं थी; उन्होंने समय-समय पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी दोनों से चुनाव लड़ा। उनका मुख्य एजेंडा मुस्लिम समुदाय के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर केंद्रित था। वे उस समय विशेष रूप से चर्चित हुए जब उन्होंने लोकसभा में वंदेमातरम् गाने का विरोध किया।

संभल से लोकसभा सदस्य डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क की उम्र वर्तमान में 95 वर्ष है, जिससे वे संसद में सबसे वरिष्ठ सदस्य बन गए हैं। इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी थीं। डॉ. बर्क की अपनी एक विशिष्ट पहचान है और उनकी लंबी उम्र और अनुभव संसद में उनके योगदान को और भी मूल्यवान बनाते हैं।

इसके अलावा, उनकी उम्र को लेकर ‘कौन बनेगा करोड़पति’ जैसे प्रसिद्ध टेलीविज़न शो में भी चर्चा हुई है, जहाँ अमिताभ बच्चन ने प्रतियोगियों से संसद के सबसे उम्रदराज सदस्य के बारे में प्रश्न किया था। डॉ. बर्क संभल के साथ-साथ मुरादाबाद से भी लोकसभा सदस्य रह चुके हैं, जिससे उन्हें संभल और मुरादाबाद दोनों क्षेत्रों में व्यापक पहचान और सम्मान प्राप्त है।

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