PM Modi Laos Meeting: रक्षा और आर्थिक सहयोग पर बनी सहमति

PM Modi Laos Meeting

भारत और लाओस के बीच हुई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक: पीएम मोदी की लाओस यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लाओस में अपने समकक्ष लाओस के प्रधानमंत्री सोनेक्से सिफानदोन से मुलाकात की। यह मुलाकात PM Modi Laos Meeting के रूप में जानी जा रही है, जो दोनों देशों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुई। इस द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया, जिसमें क्षमता निर्माण, आपदा प्रबंधन, नवीकरणीय ऊर्जा, और आर्थिक संबंध शामिल थे।

मुलाकात का प्रमुख उद्देश्य: सहयोग को नई दिशा देना

PM Modi Laos Meeting के दौरान दोनों देशों के बीच क्षमता निर्माण और रक्षा सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया। पीएम मोदी और उनके लाओस के समकक्ष ने इस बैठक में चर्चा की कि कैसे दोनों देश अपने-अपने क्षेत्रों में एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं। विशेषकर आर्थिक और रक्षा संबंधों में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से बातचीत की गई। लाओस के प्रधानमंत्री ने भारत को धन्यवाद दिया कि कैसे भारत ने हाल के चक्रवाती तूफान यागी के दौरान लाओस की मदद की थी।

विश्व विरासत स्थल संरक्षण में सहयोग

इस महत्वपूर्ण बैठक में एक और अहम पहलू था PM Modi Laos Meeting के दौरान विश्व विरासत स्थल वात फोउ के संरक्षण पर हुई सहमति। इस परियोजना के तहत भारत का पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग लाओस की सरकार के साथ मिलकर इस धरोहर को संरक्षित करने में मदद करेगा। यह कदम दोनों देशों के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करेगा।

मेकॉन्ग-गंगा सहयोग पर चर्चा

भारत और लाओस के बीच PM Modi Laos Meeting के दौरान मेकॉन्ग-गंगा सहयोग पर भी चर्चा हुई। इस सहयोग का उद्देश्य दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना है। मेकॉन्ग-गंगा सहयोग भारत की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया है।

रक्षा और आर्थिक सहयोग को नई दिशा

इस बैठक के एक अन्य प्रमुख बिंदु पर ध्यान दिया गया, जो था रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाना। PM Modi Laos Meeting में दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। इसके तहत दोनों देश सैन्य अभ्यास, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और सुरक्षा प्रौद्योगिकी में साझेदारी करेंगे। इसके साथ ही, आर्थिक संबंधों को भी नया आयाम देने के लिए विभिन्न समझौतों पर चर्चा हुई।

विकास साझेदारी और अनुदान सहायता

PM Modi Laos Meeting के दौरान भारत ने लाओस को पोषण सुरक्षा में सुधार के लिए करीब 10 लाख अमेरिकी डॉलर की अनुदान सहायता देने का भी ऐलान किया। यह सहायता संयुक्त राष्ट्र विकास भागीदारी कोष के माध्यम से दी जाएगी, जो दक्षिण-पूर्व एशिया की पहली परियोजना होगी। यह भारत और लाओस के बीच विकास सहयोग को नई दिशा देने का संकेत है।

विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बैठक को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, “भारत और लाओस की साझेदारी को नई गति प्रदान करने वाली PM Modi Laos Meeting में दोनों नेताओं ने रचनात्मक और व्यापक चर्चा की। इसमें विरासत संरक्षण, विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर जोर दिया गया।”

आपदा प्रबंधन और नवीकरणीय ऊर्जा पर सहमति

PM Modi Laos Meeting के दौरान आपदा प्रबंधन और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्रों में भी सहयोग पर चर्चा की गई। लाओस अक्सर प्राकृतिक आपदाओं का सामना करता है, और इस बैठक में यह सहमति बनी कि भारत लाओस को आपदा प्रबंधन में मदद करेगा। इसके अलावा, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी दोनों देश मिलकर काम करेंगे, ताकि पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा की कमी जैसी समस्याओं का समाधान किया जा सके।

सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा

इस बैठक का एक और महत्वपूर्ण पहलू था दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करना। PM Modi Laos Meeting में इस बात पर जोर दिया गया कि भारत और लाओस के लोग सदियों से सांस्कृतिक रूप से जुड़े हुए हैं, और इस रिश्ते को और प्रगाढ़ बनाने की आवश्यकता है। इसके तहत दोनों देश सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों और शैक्षणिक साझेदारियों को बढ़ावा देंगे।

पीएम मोदी की लाओस यात्रा: एक महत्वपूर्ण कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा और PM Modi Laos Meeting दोनों देशों के लिए ऐतिहासिक साबित हो रही है। इस बैठक ने भारत और लाओस के संबंधों को न सिर्फ राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से मजबूत किया है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक स्तर पर भी दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा किया है।

निष्कर्ष

PM Modi Laos Meeting ने भारत और लाओस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम दिए हैं। इस बैठक में रक्षा, आर्थिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई, जिससे दोनों देशों के संबंधों को मजबूती मिली। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि भारत और लाओस आने वाले समय में एक साथ मिलकर काम करेंगे और अपने-अपने देशों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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