Delhi News today 2023: इंदिरा ने नहीं लिया होता ये फैसला तो आज डूब जाते नोएडा और गाजियाबाद

1978 में आई बाढ़ ने मचाई थी तबाही: बता दें कि 1978 में बाढ़ ने जिस तरह तबाही मचाई थी उससे दिल्ली में आपातकाल जैसी स्थिति बन गई थी. पूरी दिल्ली में पानी में डूबी हुई थी. टेलीफोन लाइन बंद थीं और बिजली पूरी तरह से काट दी गई थी. हालात इस कदर खराब हो गए थे कि दिल्ली के महारानी बाग, ओखला, आजादपुर और मॉडल टाउन जैसे इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई थी. उस वक्त भी हथिनीकुंड बैराज से तरीबन 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. साल 1978 में आई खतरनाक बाढ़ के बाद जिस तरह से इंदिरा गांधी नहर परियोजना पर काम किया गया, उसी का नतीजा है कि आज नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद डूबने से बचे हुए हैं. बता दें कि 45 साल पहले आई बाढ़ के बाद यमुना पर एक बांध बनाया गया था. ये यमुना नदी के किनारे बना है और लगभग 22 किलोमीटर लंबा है. इस बांध को बनाने में बड़े-बड़े पत्थर और मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है. इस बांध को यमुना के तेज बहाव को रोकने के हिसाब से डिजाइन किया गया है. आज यही बांध दिल्ली में बाढ़ को रोकने में मददगार साबित हो रहा है.


2010 में यमुना का जलस्तर 207.11 मीटर पहुंच गया था:
ऐसा पहली बार 2010 में हुआ जब यमुना का जलस्तर 207.11 मीटर पहुंच गया था जबकि दूसरी बार साल 2013 में 207.32 मीटर रहा. बता दें कि दिल्ली में खतरे को निशान को साल 1866-67 में 207.73 मीटर रख गया जो यमुना पर बने पुराने रेल पुल की ऊंचाई के हिसाब से तय किया गया था
गुरुवार की बात करें तो पल्ला गांव के आसपास के इलाकों में यमुना का जलस्तर 212.70 मीटर तक पहुंच गया था जबकि दिल्ली रेल ब्रिज पर सुबह के समय जलस्तर 208.41 रिकॉर्ड किया गया

दिल्ली के बाशिंदों के लिए यमुना का बढ़ता जलस्तर मुसीबतों का सबब बन गया है. यमुना से लगे राष्ट्रीय राजधानी के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. इतना ही नहीं, नदी का पानी धीरे-धीरे दूसरे इलाकों में घुस रहा है. ट्विटर पर लोग लगातार हैशटैग #DelhiFloods के साथ प्रभावित इलाकों की तस्वीरें और वीडियोज शेयर कर रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच ट्विटर पर मुगलकाल की कुछ पेंटिंग्स ने लोगों का ध्यान खींचा है. जिसे शेयर कर दिल्लीवाले कह रहे हैं कि ‘इतिहास खुद को दोहराता है.’

https://twitter.com/qutubminari/status/1679436271930998784?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1679436271930998784%7Ctwgr%5E78e039310445d6ab99d3946a5f8318cd07f73286%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.tv9hindi.com%2Ftrending%2Fdelhi-floods-mughal-era-paintings-goes-viral-delhi-says-river-yamuna-reclaiming-its-natural-path-1979843.html

लाल किले के अलावा, विश्वकर्मा कॉलोनी, यमुना बाजार, आईएसबीटी बस टर्मिनल, कश्मीरी गेट, शंकराचार्य रोड, मजनू का टीला, बाटला हाउस, किरारी और किंग्सवे कैंप सहित कई अन्य क्षेत्र भी गुरुवार को बाढ़ से प्रभावित हुए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *