दिल्ली क्राइम: वाहन चोरी गिरोह पर बड़ी कार्रवाई, 16 बदमाश गिरफ्तार
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में Delhi Crime के तहत वाहन चोरी और अंतरराष्ट्रीय गिरोहों के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई जारी है। उत्तरी जिले की वाहन चोरी निरोधक टीम (एएटीएस) ने हाल ही में वाहन चोरी करने वाले 16 बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनमें छह नाबालिग भी शामिल हैं। इनके कब्जे से कुल 10 स्कूटी और 12 बाइकें बरामद की गई हैं। इस कार्रवाई में विभिन्न क्षेत्रों से गिरफ्तार अपराधियों की पहचान भी की गई है।
गिरफ्तार किए गए बदमाशों में मॉडल टाउन निवासी राम तिवारी, जहांगीरपुरी निवासी अजय उर्फ टिंकू, वजीरपुर जे.जे. कॉलोनी निवासी रवि, जशपाल, घोंडा अंबेडकर बस्ती निवासी कुणाल, लक्ष्मी नगर निवासी मोहम्मद आसिफ, मुकुंदपुर निवासी अंकुश, शकरपुर निवासी सूरज, सदर बाजार निवासी नदीम खान और जीटीबी नगर निवासी नीरज शामिल हैं।
जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने बताया कि इन अपराधियों को पकड़ने के लिए विभिन्न चेकपॉइंट बनाए गए थे और उनके खिलाफ लंबी जांच-पड़ताल के बाद कार्रवाई की गई। इस मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार यह गिरोह दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वाहन चोरी की घटनाओं में शामिल था।
Delhi Crime ब्रांच की बड़ी सफलता: अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम (Delhi Crime) ब्रांच ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर को गिरफ्तार किया है, जो डुप्लीकेट चाबियों और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके महंगी गाड़ियों को चुराता था। इस गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के कब्जे से चोरी की गाड़ियां, डुप्लीकेट चाबियां और चाबियां बनाने में इस्तेमाल होने वाला ओबीडी स्कैनर बरामद किया गया।
आरोपी की पहचान यूपी बुलंदशहर निवासी रिजवान के रूप में हुई है। पूछताछ में यह पता चला कि रिजवान एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का सक्रिय सदस्य है, जिसका संचालन दुबई में कुख्यात अपराधी आमिर पाशा करता है। इस गिरोह के सदस्य नवीनतम तकनीकी उपकरणों और कंप्यूटर आधारित डिवाइस का इस्तेमाल कर वाहन के ईसीएम कोड को हैक करके डुप्लीकेट चाबी बनाते हैं।
Delhi Crime ब्रांच के अनुसार, यह गिरोह विशेष रूप से दिल्ली और एनसीआर में वाहन चोरी के मामलों में सक्रिय है। अब तक इस गिरोह के कुल नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है और 17 चोरी की गई वाहनों को बरामद किया गया है।
गिरफ्तारी का तरीका और जांच प्रक्रिया
चार सितंबर की मध्यरात्रि को गुप्त सूचना मिलने पर एसीपी संजय नागपाल की देखरेख में और इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के नेतृत्व में टीम ने रिजवान को चांद बाग, मुस्तफाबाद स्थित उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया।
जांच के दौरान यह पता चला कि रिजवान पहले वाहन चोरी और एटीएम चोरी के चार मामलों में शामिल रह चुका है। इसके अलावा, वह अपने सौतेले पिता ताज मोहम्मद उर्फ ताजू और मेरठ निवासी अफजाल के साथ मिलकर दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र से 25-30 वाहन चोरी कर चुका है। ये वाहन आमिर पाशा के निर्देश पर विभिन्न व्यक्तियों को बेच दिए जाते थे।
Delhi Crime ब्रांच ने इस गिरोह के संचालन और नेटवर्क के बारे में गहन जानकारी जुटाई है। इसके तहत यह स्पष्ट हुआ कि यह गिरोह देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय है और बड़ी मात्रा में वाहन चोरी के मामलों में शामिल है।
चोरी की तकनीकें और गिरोह की कार्यप्रणाली
इस गिरोह की कार्यप्रणाली अत्यंत पेशेवर और तकनीकी रूप से उन्नत है। आरोपी और उसके साथियों के पास ऐसे उपकरण हैं जो आधुनिक वाहनों के ईसीएम सिस्टम को हैक करने और नई चाबियां बनाने में सक्षम हैं।
गिरोह के सदस्य डुप्लीकेट रिमोट चाबियों का निर्माण करते हैं।
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग आधारित डिवाइस की मदद से वाहन को हैक करते हैं।
चोरी की गई गाड़ियां तुरंत अलग-अलग व्यक्तियों को बेच दी जाती हैं।
Delhi Crime ब्रांच के अनुसार, ऐसे गिरोह न केवल राजधानी दिल्ली में सक्रिय हैं, बल्कि पूरे उत्तर भारत में भी उनका नेटवर्क फैला हुआ है।
Delhi Crime की सक्रियता और सुरक्षा उपाय
दिल्ली पुलिस और Delhi Crime ब्रांच ने वाहन चोरी की रोकथाम के लिए कई सुरक्षा उपाय किए हैं।
चेकपॉइंट्स और निगरानी: प्रमुख क्षेत्रों में पुलिस ने चेकपॉइंट स्थापित किए हैं।
साइबर और तकनीकी जांच: वाहन चोरी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और डिजिटल डिवाइस की निगरानी।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग: अंतरराष्ट्रीय गिरोहों की जानकारी साझा करने और उनके नेटवर्क को खत्म करने के लिए विदेशों के अधिकारियों के साथ सहयोग।
अंतरराज्यीय समन्वय: यूपी और अन्य राज्यों के पुलिस विभागों के साथ मिलकर कार्रवाई।
इन कदमों के माध्यम से Delhi Crime ब्रांच ने राजधानी में वाहन चोरी की घटनाओं में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
Delhi Crime और अंतरराष्ट्रीय गिरोहों का खतरा
जांच में यह पता चला कि दुबई में कुख्यात अपराधी आमिर पाशा ने अंतरराष्ट्रीय गिरोह का संचालन कर रखा है। यह गिरोह मुख्य रूप से महंगी कारों की चोरी और उनके निपटान में सक्रिय है।
नवीनतम तकनीकी उपकरणों का प्रयोग।
अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के माध्यम से चोरी की गाड़ियों को बेचना।
देश और विदेश में वाहन चोरी के मामलों में शामिल।
Delhi Crime ब्रांच ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया और स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित प्रयास किए।
दिल्ली और एनसीआर में वाहन चोरी की घटनाओं की गंभीरता
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। इसके कारण आम नागरिकों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। Delhi Crime लगातार वाहन चोरी की रोकथाम के लिए अभियान चला रही है।
चोरी की गई गाड़ियों का तेजी से पता लगाने के लिए तकनीकी टीम सक्रिय है।
नाबालिग अपराधियों और पेशेवर चोरों दोनों के खिलाफ कार्रवाई।
वाहन मालिकों को सुरक्षा उपाय अपनाने और सावधान रहने की सलाह।
आगे की जांच और गिरफ्तारी की संभावनाएँ
Delhi Crime ब्रांच का कहना है कि रिजवान और उसके गिरोह के अन्य सदस्य अभी भी जांच के दायरे में हैं।
अब तक 16 बदमाश गिरफ्तार।
17 चोरी की गई गाड़ियां बरामद।
अन्य नेटवर्क और अंतरराज्यीय सदस्य की तलाश जारी।
इस गिरफ्तारी से संकेत मिलता है कि Delhi Crime ब्रांच न केवल वाहन चोरी के मामलों में सक्रिय है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय गिरोहों की जानकारी जुटाकर उन्हें रोकने में भी सफलता हासिल कर रही है।
Delhi Crime: नागरिक सुरक्षा में बढ़ती जिम्मेदारी
Delhi Crime का कार्य केवल अपराधियों को पकड़ने तक सीमित नहीं है। यह नागरिकों को सुरक्षा की जानकारी देने, उनकी गाड़ियों की सुरक्षा बढ़ाने और अपराधों की रिपोर्टिंग में मदद करने का भी काम करता है।
नागरिकों को वाहन सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करने की सलाह।
चोरी की घटनाओं की ऑनलाइन रिपोर्टिंग।
समुदाय आधारित पुलिसिंग और जागरूकता अभियान।
निष्कर्ष
दिल्ली में वाहन चोरी और अंतरराष्ट्रीय गिरोहों की बढ़ती गतिविधियों के बीच Delhi Crime ब्रांच की यह कार्रवाई महत्वपूर्ण और समयोचित साबित हुई है।
16 बदमाश गिरफ्तार।
17 चोरी की गई गाड़ियां बरामद।
अंतरराष्ट्रीय गिरोह के सदस्य रिजवान और आमिर पाशा का पर्दाफाश।
Delhi Crime ब्रांच की इस सफल कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया कि तकनीकी रूप से उन्नत गिरोहों के खिलाफ पुलिस और तकनीकी टीम मिलकर कैसे सफलतापूर्वक कार्रवाई कर सकती है।
नागरिकों को चाहिए कि वे अपने वाहनों की सुरक्षा में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इससे Delhi Crime के प्रयास और भी प्रभावशाली साबित होंगे और दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाओं में कमी आएगी।
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