BRICS Summit 2024: मोदी-पुतिन की खास बैठक में क्या होगा?

BRICS Summit 2024

ब्रिक्स समिट 2024: पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात से उम्मीदें बढ़ीं

ब्रिक्स समिट 2024 को लेकर दुनिया भर में उत्सुकता का माहौल है, खासकर तब जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के कजान में होने वाले इस समिट में हिस्सा लेने जा रहे हैं। BRICS Summit 2024 में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर रूस जा रहे हैं। इस समिट के दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत भी होने की संभावना है, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।

BRICS Summit 2024: थीम और उद्देश्य

इस साल का BRICS Summit 2024 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा, जिसका विषय है ‘न्यायपूर्ण वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना।’ इस समिट का उद्देश्य दुनिया के प्रमुख नेताओं को एक मंच पर लाकर वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करना है। भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स द्वारा शुरू की गई पहलों की प्रगति का मूल्यांकन करने और भविष्य के सहयोग के संभावित क्षेत्रों की पहचान करने का महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा।

प्रधानमंत्री मोदी पहले भी जून 2024 में रूस का दौरा कर चुके हैं और जुलाई में उन्होंने यूक्रेन की यात्रा भी की थी। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने सितंबर में मोदी को BRICS Summit 2024 के दौरान द्विपक्षीय वार्ता के लिए आमंत्रित किया था।

वंदे भारत ट्रेन प्रोजेक्ट पर चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच होने वाली बातचीत में वंदे भारत ट्रेन प्रोजेक्ट पर भी चर्चा हो सकती है। यह परियोजना भारत और रूस के बीच एक बड़ी संयुक्त उद्यम है। रूस की CJSC Transmashholding और भारतीय रेलवे विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने 58,000 करोड़ रुपये की लागत से 200 वंदे भारत ट्रेनें बनाने का अनुबंध जीता था। हालांकि, सरकार ने बाद में ऑर्डर को घटाकर 120 ट्रेन सेट कर दिया, जिसकी कुल लागत 36,000 करोड़ रुपये है।

वंदे भारत ट्रेनें अर्ध-उच्च गति वाली ट्रेनें हैं जिनमें 16 सेल्फ-प्रोपेल्ड कोच होते हैं। इस ट्रेन में अलग से लोकोमोटिव की आवश्यकता नहीं होती, जिससे यह एक आधुनिक और कुशल यात्री ट्रेन के रूप में उभरी है। लेकिन प्रोजेक्ट में कुछ तकनीकी और रेगुलेटरी मुद्दों के कारण देरी हो रही है, और यह मुद्दा BRICS Summit 2024 के दौरान मोदी और पुतिन के बीच चर्चा का प्रमुख बिंदु हो सकता है।

ब्रिक्स समिट में बॉलीवुड का जिक्र

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने BRICS Summit 2024 से पहले बॉलीवुड फिल्मों को रूस में बढ़ावा देने की इच्छा जाहिर की थी। पुतिन ने कहा कि रूस में भारतीय सिनेमा की बड़ी लोकप्रियता है और उन्होंने सुझाव दिया कि भारतीय फिल्म निर्माताओं को रूस में शूटिंग के लिए प्रोत्साहन दिया जा सकता है। पुतिन ने यह भी कहा कि रूस में एक चैनल है जो दिन-रात बॉलीवुड फिल्में दिखाता है।

पुतिन और मोदी के बीच बॉलीवुड फिल्मों को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। पुतिन ने संकेत दिया है कि रूस और भारत सिनेमा के क्षेत्र में साझा जमीन खोज सकते हैं और भारतीय फिल्मों को रूसी बाजार में लाने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं।

आर्कटिक और उत्तरी समुद्री मार्ग पर सहयोग

BRICS Summit 2024 के दौरान भारत और रूस के बीच आर्कटिक क्षेत्र और उत्तरी समुद्री मार्ग (NSR) पर सहयोग पर भी चर्चा हो सकती है। भारत और रूस के बीच एनएसआर पर सहयोग को लेकर हाल ही में एक कार्य समूह की बैठक हुई थी। इस मार्ग के तहत आर्कटिक के जल क्षेत्र में 5,600 किलोमीटर लंबी समुद्री यात्रा शामिल है, जो रूस के विशेष आर्थिक क्षेत्र के अंतर्गत आती है।

एनएसआर दुनिया के सबसे छोटे शिपिंग रूट्स में से एक है जो एशिया-प्रशांत और यूरोप को जोड़ता है। भारत और रूस इस मार्ग पर माल ढुलाई और आइसब्रेकर निर्माण में सहयोग बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा, आर्कटिक में भारतीय नाविकों को प्रशिक्षण देने और संयुक्त जहाज निर्माण पर भी चर्चा हो सकती है।

रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग

BRICS Summit 2024 के दौरान मोदी और पुतिन के बीच रक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में भी चर्चा हो सकती है। भारत और रूस के बीच लंबे समय से रक्षा सहयोग रहा है और दोनों देश रणनीतिक साझेदार हैं।

रक्षा विशेषज्ञ शिवाले देशपांडे के अनुसार, भारत और रूस के बीच संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं और यह दुनिया के लिए एक ‘रणनीतिक साझेदारी’ के रूप में देखा जा रहा है। देशपांडे ने यह भी बताया कि भारत और रूस केवल राजनीतिक और आर्थिक मामलों में ही नहीं, बल्कि व्यापार, ऊर्जा और अन्य मुद्दों में भी मित्र हैं।

यूक्रेन संघर्ष पर भारत की भूमिका

BRICS Summit 2024 के दौरान एक और महत्वपूर्ण मुद्दा होगा यूक्रेन संघर्ष। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार इस मुद्दे पर अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं और उन्होंने शांति वार्ता के प्रति भारत की दिलचस्पी की सराहना की है। पुतिन ने यह भी कहा कि नाटो के हस्तक्षेप के कारण यह युद्ध लंबा खिंच रहा है।

मोदी और पुतिन के बीच यूक्रेन संघर्ष को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है, जहां भारत एक मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी पहले भी इस संघर्ष के समाधान के लिए प्रयास कर चुके हैं और अब BRICS Summit 2024 के दौरान उनकी यह भूमिका और महत्वपूर्ण हो सकती है।

निष्कर्ष

BRICS Summit 2024 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकता है, जहां वंदे भारत ट्रेन प्रोजेक्ट से लेकर यूक्रेन संघर्ष तक कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। इस समिट के दौरान दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होने की संभावना है, जिससे वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण संदेश जाएगा।

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