Imran Hasmi : इमरान हाशमी न केवल एक उत्कृष्ट अभिनेता हैं, बल्कि एक उत्कृष्ट व्यक्ति भी हैं। उन्हें पिछली बार ‘टाइगर 3’ में विलेन की भूमिका में देखा गया था। उस फिल्म में उनका किरदार दर्शकों की बहुत सराहना मिली थी। हाल ही में, इमरान ने अपने खलनायकी किरदार निभाने और अपने करियर में आए बड़े बदलावों के बारे में बात की है। चलिए, जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा
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इमरान हाशमी फिल्म इंडस्ट्री में 10 साल से अधिक का अनुभव रखते हैं। उन्हें बॉलीवुड के गहरे राज और साउथ सिनेमा के बीच के अंतर को समझने की अच्छी जानकारी है। हाल ही में, इमरान हाशमी ने साउथ इंडस्ट्री और बॉलीवुड के बीच के फर्क पर खुलकर बात की है। उन्होंने बॉलीवुड की फिल्म मेकर्स के लिए कुछ आलोचनात्मक बयान किए हैं, जिन्हें शायद वे पसंद नहीं करेंगे
इमरान हाशमी ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री और बॉलीवुड के बीच अंतर को बताया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि साउथ फिल्ममेकर्स हमसे (हिंदी सिनेमा में) ज्यादा अनुशासित हैं। वे अपनी फिल्म पर जो भी खर्च करते हैं, वह स्क्रीन पर स्पष्ट रूप से प्रकट होता है। मुझे लगता है कि हिंदी फिल्मों में हम अक्सर गलत जगह पर पैसे खर्च करते हैं और यह स्क्रीन पर दिखाई भी नहीं देता इमरान ने साउथ की फिल्मों की सुंदरता की तारीफ की, विशेष रूप से जब विजुअल इफेक्ट्स की बात हुई। उन्होंने कहा कि साउथ फिल्मों के निर्माता वीएफएक्स, स्केल और कहानियों पर ध्यान देते हैं।
हालिया एक साक्षात्कार में, अपने पेशेवर जीवन में परिवर्तनों पर चर्चा करते हुए इमरान ने उल्लेख किया, ‘शायद किसी ने नहीं सोचा होगा कि मैं सलमान खान या अक्षय कुमार के साथ किसी प्रोजेक्ट में काम करूँगा। वे और मैं, हम सभी विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं और जब हमारे मार्ग मिलते हैं, तो कुछ अनोखा सृजन होता है, जो कि अकल्पनीय होता है। मेरा मानना है कि ‘वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ इसका एक उदाहरण है, जहाँ मेरा किरदार विशेष रूप से अलग था
इमरान ने विस्तार से बताया, ‘मैंने पूर्व में खलनायक के चरित्र को केवल नकारात्मक दृष्टिकोण से देखा था। हालांकि, उस विशेष फिल्म में, मैंने एक एंटी-हीरो की भूमिका अदा की। यही संकल्पना ‘टाइगर 3’ में मेरे किरदार के लिए भी मान्य है। मैं इस प्रकार के किरदारों को स्वीकार कर चुका हूं और भविष्य में भी ऐसी ही भूमिकाएं निभाने की इच्छा रखता हूं
दक्षिण भारतीय सिनेमा में कार्य करने के अपने तजुर्बे को साझा करते हुए इमरान ने बताया, ‘मेरा मानना है कि दक्षिण भारतीय फिल्म निर्माता हमसे ज्यादा संयमित और अनुशासन में रहते हैं। वे अपने प्रोजेक्ट्स पर लगने वाले हर एक पैसे का सही उपयोग करते हुए उसे पर्दे पर उतारते हैं। मेरा ख्याल है कि हिंदी सिनेमा में हम अक्सर पैसा ऐसे क्षेत्रों में खर्च कर देते हैं जिसका अंत में पर्दे पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता। विशेष रूप से विजुअल इफेक्ट्स और कहानी चुनाव के मामले में उनकी फिल्में इसका उत्कृष्ट उदाहरण हैं।’
इमरान हाशमी के पेशेवर मोर्चे पर नज़र डालें तो, उन्होंने 2023 में आई ‘टाइगर 3’ मूवी में अभिनय किया था। उनके आगामी कार्यक्रमों की बात करें तो, वे शीघ्र ही पवन कल्याण के साथ ‘ओजी’ फिल्म में दिखाई देंगे।
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