Ahmedabad Plane Crash: जांच में इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच पर ध्यान

Ahmedabad Plane Crash

Ahmedabad plane crash: ए.आई. 171 की दुर्घटना की जांच और संभावित कारण

Ahmedabad plane crash: AI-171) 12 जून 2025 को भारत के लिए एक काले अध्याय के रूप में याद रखी जाएगी। इस दुर्घटना में 260 लोग मारे गए, जिसमें 241 लोग विमान के अंदर थे और शेष जमीन पर थे। एयर इंडिया का यह Boeing 787 Dreamliner अहमदाबाद से लंदन-गैटविक जा रहा था, जब यह केवल 35 सेकंड में उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह घटना न केवल भारतीय नागरिक विमानन के इतिहास में एक दुखद पल है, बल्कि दुनिया भर में विमानों के सुरक्षा मानकों और दुर्घटनाओं की जांच के तरीकों पर सवाल भी खड़े करती है।

दुर्घटना के बाद, भारतीय विमानन मंत्रालय और Aircraft Accident Investigation Board (AAIB) इस मामले की गहरी जांच कर रहे हैं। इस लेख में हम उस जांच की प्रगति और संभावित कारणों पर ध्यान देंगे, जैसा कि हाल ही में The Air Current जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है।

Ahmedabad plane crash: की जांच: रिपोर्ट और संभावित कारण

AI-171 की जांच के दौरान एक महत्वपूर्ण पहलू पर ध्यान दिया गया है, जो Boeing 787 Dreamliner के इंजन ईंधन नियंत्रण स्विचेस के संचालन से संबंधित है। The Air Current द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, जांचकर्ताओं ने engine fuel control switches पर ध्यान केंद्रित किया है, और यह संभावना जताई है कि दुर्घटना के समय किसी पायलट ने गलती से सही इंजन को बंद कर दिया हो, जबकि वह इंजन अभी भी काम कर रहा था। इस मामले में पायलट की गलती का संकेत मिला है, लेकिन इसे पुष्टि करना बाकी है।

दूसरी ओर, विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की गलती कम संभावना वाली स्थिति है। वे यह बताते हैं कि अगर विमान को उड़ान के दौरान इंजन का फ्लेम-आउट (engine failure) हुआ था, तो पायलटों के पास एक स्पष्ट प्रोटोकॉल होता है जिसे वे अपनी ट्रेनिंग के दौरान नियमित रूप से याद करते हैं। इसमें इंधन नियंत्रण स्विच को “run” से “cut-off” और फिर “run” स्थिति में लाने की प्रक्रिया शामिल है, ताकि इंजन को फिर से चालू किया जा सके।

Ahmedabad plane crash का कारण और पायलट की गलती

हालांकि The Air Current की रिपोर्ट में पायलट की गलती को प्रमुख कारण नहीं बताया गया है, यह माना जा रहा है कि यदि इंजन में एक ही विफलता हुई थी, तो पायलट ने गलत इंजन को बंद कर दिया हो सकता है। यह गलती उस वक्त के लिए एक गंभीर खतरे का कारण बन सकती है, क्योंकि पायलट को आमतौर पर उस इंजन के लिए ईंधन की आपूर्ति बंद नहीं करनी चाहिए था जो अभी काम कर रहा था।

बोइंग 787 के पायलटों का कहना है कि इस प्रकार की गलती बहुत कम संभावित होती है। इसके बजाय, पायलटों को विभिन्न कार्यों का पालन करना पड़ता है जब इंजन में विफलता होती है, और इसके लिए उनकी ट्रेनिंग विशेष रूप से तैयार की जाती है। पायलटों का दावा है कि अगर इंजन विफलता का सामना करना पड़ता है, तो ईंधन आपूर्ति को बंद करने के बजाय, पायलट अन्य प्रक्रियाओं का पालन करते हैं, जैसे कि इंजन के लिए थ्रस्ट लीवर को Idle पर लाना और फिर स्विच को बंद करना।

Ahmedabad plane crash के बाद की जांच प्रक्रिया और रिपोर्ट

वर्तमान में, AAIB ने जांच में AI-171 के ब्लैक बॉक्स को दिल्ली में 25 जून 2025 को पढ़ा था, और इसके बाद यह पता चला कि अभी तक किसी प्रकार की तकनीकी विफलता का कोई प्रमुख संकेत नहीं मिला है। रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि इस घटना के बाद, बोइंग या जीई ऑपरेटरों से कोई मल्टी-ऑपरेटर संदेश (MOM) प्राप्त नहीं हुआ है, जो यह संकेत देता है कि दुर्घटना का कारण तकनीकी विफलता नहीं था।

यह भी बताया गया है कि दुर्घटना के कारणों को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं आई है और यह भी अभी स्पष्ट नहीं है कि AI-171 की प्रारंभिक रिपोर्ट कब सार्वजनिक की जाएगी। AAIB और नागरिक विमानन मंत्रालय से यह उम्मीद की जा रही है कि वे 30 दिनों के भीतर इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करेंगे, और यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो यह रिपोर्ट 11 जुलाई 2025 को जारी की जा सकती है।

Ahmedabad plane crash का प्रभाव और इसके बाद की कार्रवाई

AI-171 दुर्घटना ने पूरे विमानन समुदाय को प्रभावित किया है। इसने न केवल एयर इंडिया के ऑपरेशनों को प्रभावित किया है, बल्कि इसके बाद की जांच और रिपोर्ट भी विमानन सुरक्षा के मानकों पर सवाल खड़ा करती है। यदि यह पायलट की गलती के कारण हुआ था, तो यह विमानन उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण सबक होगा, विशेष रूप से बोइंग 787 जैसी हाई-टेक विमानन तकनीकों के संदर्भ में।

Ahmedabad plane crash: के बाद, यह सवाल उठा है कि क्या विमानन सुरक्षा के मानकों को और बेहतर किया जा सकता है और पायलटों के प्रशिक्षण को और मजबूत किया जा सकता है। यह घटना न केवल एयर इंडिया के लिए, बल्कि पूरे विमानन उद्योग के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और हर स्थिति के लिए पायलटों को बेहतर तरीके से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।

निष्कर्ष

Ahmedabad plane crash: ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है, और इसकी जांच अब एक महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुंच चुकी है। रिपोर्टों के अनुसार, पायलट की गलती की संभावना को लेकर विचार किया जा रहा है, हालांकि तकनीकी विफलता का कोई संकेत नहीं मिला है। इस घटना से विमानन उद्योग को महत्वपूर्ण सबक मिल सकते हैं, और उम्मीद की जा रही है कि जांच रिपोर्ट जल्द ही जारी की जाएगी, ताकि दुर्घटना के असली कारणों का पता चल सके।

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