कांवड़ यात्रा :कांवड़ यात्रा एक बहुत ही महत्वपूर्ण और भव्य धार्मिक अनुष्ठान है जो हर वर्ष श्रावण मास में निकाली जाती है। यह यात्रा भगवान शिव के भक्तों द्वारा की जाती है, जिन्हें कांवड़िये कहा जाता है। इस धार्मिक यात्रा का उद्देश्य गंगा जल लाकर अपने स्थानीय शिवालयों में भगवान शिव को अर्पित करना होता है।
कांवड़ यात्रा के दौरान, लाखों भक्त पवित्र नदियों से गंगा जल लेकर, अपने कंधों पर कांवड़ (एक बांस की लकड़ी जिसके दोनों सिरों पर जल से भरे हुए कलश होते हैं) लेकर चलते हैं। यह यात्रा विशेष रूप से पवित्र मानी जाती है और इसे करने वाले भक्त विशेष नियमों का पालन करते हैं, जैसे कि नंगे पाँव चलना, शाकाहारी भोजन करना और किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों से दूर रहना।
उत्तर प्रदेश में, इस यात्रा का आयोजन व्यापक पैमाने पर किया जाता है। कांवड़ यात्रा का मार्ग विशेष रूप से तैयार किया जाता है, जिसमें यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं जैसे विश्राम स्थल, चिकित्सा केंद्र, और पेयजल की व्यवस्था की जाती है। पुलिस और स्वयंसेवी संगठन यात्रा के दौरान सुरक्षा और सहायता प्रदान करते हैं।