उत्तर प्रदेश : के कौशांबी, में स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में घटित विस्फोट का एक लाइव वीडियो अब सार्वजनिक हो गया है, जो विस्फोट के समय गांव के एक निवासी द्वारा रिकॉर्ड किया गया था। यह वीडियो वर्तमान में सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसके दृश्य ने देखने वालों को गहराई से झकझोर दिया, और इसकी तुलना ज्वालामुखी विस्फोट से की जा रही है
रविवार के दिन कौशांबी जिले के कोखराज थाना अंतर्गत भरवारी क्षेत्र में स्थित एक पटाखा निर्माण इकाई में एक भयानक विस्फोट हुआ। इस दुखद घटना में अब तक 7 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका उपचार प्रयागराज के SRN अस्पताल में जारी है। इस आपदा से प्रभावित मृतकों के परिजनों पर गहरा शोक छाया हुआ है, उनके आंसुओं का कोई अंत नहीं है।
पुलिस के बचाव अभियान के दौरान, 4 मजदूरों के शवों की बरामदगी हुई है: और अनेक घायलों को तत्कालिक चिकित्सा हेतु जिला अस्पताल में एम्बुलेंस के माध्यम से लाया गया है। रविवार की छुट्टी के बावजूद, सीएमओ के निर्देशानुसार, अस्पताल में मरीजों की देखरेख के लिए सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के डॉक्टरों को बुलाया गया है। ऐसी जानकारी मिली है कि 6 से अधिक व्यक्तियों की स्थिति नाजुक है। कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी नगर पालिका परिषद की एक बस्ती में सराफत अली के नेतृत्व में एक पटाखा फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था, जहां लगभग 25 लोग नियमित रूप से काम करते थे। आज, उसी दिनचर्या के अनुसार, सभी कर्मचारी फैक्ट्री में कार्यरत
एकाएक हुए कई शक्तिशाली विस्फोटों के कारण पटाखा निर्माण इकाई पूर्णतया ध्वस्त हो गई। इस दुर्घटना में, शिव नारायण जो भोला के पुत्र थे, बब्लू जो रामभवन के पुत्र थे और अम्हा मरूखपुर के निवासी थे, और अशोक जो गया प्रसाद के पुत्र थे, उनकी झुलसने से मौत हो गई, जबकि एक पीड़ित की पहचान अभी भी अज्ञात है। फैक्ट्री के ढहने से उत्पन्न मलबे के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस द्वारा आयोजित बचाव कार्यक्रम में, घायलों को लगातार एम्बुलेंस की सहायता से इलाज हेतु जिला अस्पताल पहुँचाया जा रहा है।
बचाव अभियान लगातार 5 घंटे तक जारी रहा, जिसके दौरान मृतकों के शवों को बाहर निकाला गया और घायलों को तत्काल उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया। इस बीच, आग पर भी पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया गया। लेकिन, वह सब कुछ पहले ही राख में तब्दील हो चुका था। इस घटना की सूचना मिलते ही, प्रयागराज जोन के एडीजी और आईजी घटनास्थल पर पहुंचे और वहाँ के परिस्थितियों का मुआयना करके हालात की समीक्षा की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम में शिवनारायण, मुन्ना लाल, शिवाकांत, अशोक, कल्लू, मंगला प्रसाद, और शाहिद अली का देहांत हो गया। इसके अलावा, 8 अन्य व्यक्ति घायल हो गए हैं, जिन्हें प्रयागराज में चिकित्सा प्रदान की जा रही है। इस प्रकरण में, फैक्ट्री के मालिक समेत कई लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।