Rohtak : हरियाणा के सोनीपत में एक युवक ने रक्तदान किया और घर वापस आया, लेकिन उसकी स्वास्थ्य खराब हो गई। तुरंत ही उसे अस्पताल ले जाया गया। दुखदर्शनीय बात है कि उसका इलाज करते समय उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने रोहतक प्राइवेट हॉस्पिटल को उपेक्षा का आरोप लगाया है, और इस पर मामला दर्ज किया गया है। यह घटना सोनीपत के गांव मुडलाना के आस-पास हुई थी। 23 अक्टूबर को 30 साल के मनीष ने एक महिला को खून देने के लिए प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाया, जिन्हें खून की आवश्यकता थी। मनीष ने महिला को रक्तदान किया, लेकिन जैसे ही वह घर वापस आया, उसकी स्वास्थ्य बिगड़ गई।
मंगलवार को अस्पताल में एक युवक ने रक्तदान किया, लेकिन उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसके परिजनों ने हंगामा किया और उन्होंने उसका शव अस्पताल के बाहर सड़क पर रख दिया, जहां उन्होंने धरना दिया। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी रवि खुंडिया मौके पर पहुंचे और पीड़ितों की बात सुनी। पीड़ित पक्ष ने अपनी शिकायती पत्र भी डीएसपी को सौंपा।
sonipat : हरियाणा के सोनीपत के गांव मुड़लाना में निवासी 30 वर्षीय मनीष ने सोमवार को रोहतक के सनफ्लैग अस्पताल में रक्तदान किया था। रक्तदान के बाद मनीष अपने घर पहुंचा, लेकिन उसकी स्वास्थ्य खराब हो गई। इस कारण परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उसकी स्थिति गंभीर देखकर उसे खानपुर अस्पताल में रेफर किया। खानपुर जाते समय मनीष ने दम तोड़ दिया। उसकी मौत के चलते परिजनों ने हंगामा किया। उनका आरोप है कि रक्तदान के दौरान भी मनीष को चक्कर आए, लेकिन डॉक्टरों ने लापरवाही की। अब इस मामले की जांच हो रही है और लापरवाही करने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सकती है। इस मांग के साथ, वे शाम करीब पांच बजे अस्पताल के बाहर सड़क पर आए हैं, जहां उन्होंने शव को ज़मीन पर रखा और धरना दिया। देर शाम तक धरना जारी रहा। डीएसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है
अस्पताल में मरीज की मौत के मामले में आलोचना उठी है। इसके संदर्भ में शिकायत दर्ज की गई है। वर्तमान में मरीज के परिवार के लोग अस्पताल के सामने धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, और उन्हें इस स्थान से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस मामले की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इसके बाद पुलिस अगली कार्रवाई करेगी मनीष खानपुर जा रहे समय रास्ते पर दम तोड़ दिया। उनकी मौत के बाद, परिजनों ने हंगामा शुरू किया। उनका आरोप है कि रक्तदान के दौरान भी मनीष को चक्कर आए, परंतु डॉक्टरों ने लापरवाही की। अब इस मामले की जांच की जाएगी और लापरवाही करने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस आरोप के साथ, वे शाम को अस्पताल के बाहर शव रखकर धरना प्रदर्शन पर बैठे। देर तक प्रदर्शन जारी रहा।