Income Tax Raid: गोरखपुर, बनारस और बिहार में इनकम टैक्स के कर्मचारी ने एक साथ छापा मारा है। इससे पहले, सोमवार को इनकम टैक्स की टीम ने कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, और तेलंगाना में छापा मारा था। इनकम टैक्स के अनुसार, 94 करोड़ कैश, 8 करोड़ रुपये के सोने और हीरे के आभूषण, और 30 लक्जरी घड़ियां बरामद की गई थीं। यह छापा कांग्रेस के करीबी व्यापारी के परिसर में पड़ा था। इस छापेमारी का तंत्र 12 अक्टूबर को शुरू हुआ था, और इस दौरान विभाग द्वारा बेंगलुरु के साथ-साथ पड़ोसी राज्य तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ शहरों, सहित दिल्ली में भी 55 स्थानों पर छापेमारी की गई वाराणसी में मंगलवार की सुबह, इनकम टैक्स के छापेमारी के बाद हलचल मच गई। रिपोर्ट के मुताबिक, नारायण दास सराफा के सभी प्रॉपर्टी पर इनकम टैक्स विभाग द्वारा छापा मारा गया है। इसके परिणामस्वरूप, भेलूपुर क्षेत्र के आवास में पुलिस और अन्य अधिकारी मौजूद हैं। इस छापेमारी का मुख्य उद्देश्य गोल्ड व्यापार में कर से बचाव करना है, और इसके लिए लखनऊ और बनारस के छापेमारी टीमों ने साझा मिलकर कदम बढ़ाया
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, देश की प्रमुख टेक्सटाइल कंपनी ट्राइडेंट ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग द्वारा छापा मारा गया है। कंपनी के कई आवासिक क्षेत्रों पर इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी पहुंचे. इसके बाद, ग्रुप के विभिन्न ऑफिसों पर देशभर में छापा मारा गया है. ट्राइडेंट ग्रुप विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है, जैसे कि यार्न, होम टेक्सटाइल, कागज और स्टेशनरी, रसायन और अनुकूली ऊर्जा, और इसके ऑफिस बुधनी, मध्य प्रदेश, बरनाला, और धौला पंजाब में इसके ऑफिस स्थित हैं
Rajasthan : राजस्थान के जोधपुर में रावत होटल और स्वीट्स ग्रुप के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग द्वारा छापेमारी की गई है. टीम ने ग्रुप के जयपुर और जोधपुर के दोनों ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. फार्म हाउस जो मथानिया में स्थित है और जोधपुर में स्थित होटल पर भी छापेमारी की गई. इस कार्रवाई में इनकम टैक्स विभाग के 20 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं इससे पहले, कर्नाटक में आईटी विभाग ने बड़ी बड़ी वसूलियाँ की थी, जिसमें 94 करोड़ रुपये कैश, हीरे, और लक्जरी घड़ियाँ शामिल थीं. इस वसूली से आईटी विभाग ने एक अरब रुपये से भी अधिक का वसूली किया था. कर्नाटक में, इस वसूली पर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, “पूरा भ्रष्टाचार बीजेपी का ही है. बीजेपी ही भ्रष्टाचार की नींव है, इसलिए कर्नाटक की जनता ने उन्हें उखाड़ फेंका. जो पैसा मिला है, वो बीजेपी नेताओं से जुड़ा हुआ है और इसका कोई कांग्रेस सरकार से कोई लेना-देना नहीं है
बताया जा रहा है कि इस व्यापारी का नेटवर्क बिहार के एक प्रमुख नेता के साथ जुड़ा हुआ है। सुबह सात बजे, तीन गाड़ियों की टीम ने छापा मारा है। इस छापेमारी के बाद, आभूषणों के अलावा प्रपत्रों और ज़मीन की खरीददारी और बेच-खरीद की जांच भी चल रही है। इस व्यापारी का प्रमुख कारोबार सोने और चांदी का होता है