Varanasi Sikkim : वाराणसी के बाबतपुर स्थित एक निजी स्कूल के चेयरमैन, दीपक बजाज, ने एबीपी न्यूज़ को जानकारी दिया कि हाल ही में हमारे स्कूल के 45 छात्रों और 5 शिक्षकों का एक दल सिक्किम टूर पर गया था। अगले दिन, उनकी यात्रा गंगटोक से दार्जिलिंग के लिए निर्धारित थी, लेकिन प्राकृतिक आपदा के कारण बच्चे गंगटोक के होटल में ही ठहरे रहे। इस दौरान, एक अभिभावक ने सिक्किम के गवर्नर से मदद के लिए संदेश भेजा, और कुछ ही समय में सभी बच्चे और शिक्षकों से मिलने के लिए सिक्किम के गवर्नर खुद होटल पहुंचे होटल पहुंचने के बाद, गवर्नर साहब ने सिर्फ सभी बच्चों और शिक्षकों का हौसला बढ़ाया ही नहीं, बल्कि आगे के सफर के लिए भी हर संभव मदद की दिशा में प्रशासन को निर्देशित किया। इसके परिणामस्वरूप, बच्चे गंगटोक में कुछ अन्य स्थानों पर भी जाने में काफी सहजीवन हुए हैं। जब की सूचना के अनुसार, दार्जिलिंग मार्ग डायवर्ट होने की वजह से सभी बच्चे और शित रूप से सिलीगुड़ी पहुंच चुके हैं
पूर्वोत्तर के राज्य सिक्किम में एक बादल फटने की घटना के बाद, गुरुवार को राज्य शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज, और विश्वविद्यालयों को 15 अक्तूबर तक बंद करने के निर्देश जारी किया है। इससे पहले, शिक्षा विभाग ने बुधवार को एक परिपत्र में पहले सरकारी और निजी स्कूलों को 08 अक्तूबर तक बंद करने का आदेश दिया था अधिकारियों ने बताया कि अब तक चौदह शव मिल चुके हैं, जबकि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बुधवार को हुए बादल फटने के घटना के बाद तीस्ता नदी के क्षेत्र में बाढ़ आ गई, जिसके बाद 22 सेना कर्मियों सहित 102 लोग लापता हैं
सिक्किम के गवर्नर लक्ष्मण आचार्य मूलतः वाराणसी के रहने वाले हैं. बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता रहते हुए उन्होंने लंबे समय तक बेदाग छवि के साथ राजनीति की है. इसके अलावा, वाराणसी और आसपास के जनपद में लक्ष्मण आचार्य की गिनती बीजेपी के बेहद सरल और संजीदा नेताओं में की जाती है। उन्होंने अपनी नेतृत्व में वाराणसी और उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ सामाजिक कार्यों में भी भाग लिया है और इसके तहत अच्छे परिणाम दिखाए हैं। सिक्किम के गवर्नर के रूप में भी उन्होंने अपने सामाजिक और नेतृत्व कौशल का प्रयोग करते हुए एक मिसाल पेश की है, जिससे बच्चों को हौसला दिलाने में मदद मिली है
जानकारी के मुताबिक, उफनती तीस्ता नदी के कारण प्रमुख सड़कें और पुल बह गए हैं। इस घटना के बाद, सिक्किम में अधिकारियों ने अलर्ट जारी किया है। इसके परिणामस्वरूप, यातायात में बाधाएँ आ सकती हैं और सड़कों का प्रयोग करने से पहले सुरक्षित रूप से सतर्क रहना महत्वपूर्ण हो सकता है। लोगों को स्थानीय प्राधिकृत अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जा सकती है, और उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए सिक्किम में हुई तबाही के कारण, सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेज 15 अक्तूबर तक बंद रहेंगे। इसका उद्देश्य बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और अपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने में मदद करना है। शिक्षा विभाग ने इस आदेश को जारी किया है और लोगों को सुरक्षित रूप से रहने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी