Delhi Police Crime : दिल्ली में महिला कॉन्स्टेबल की हत्या के दो साल बाद हुए खुलासे ने सभी को चौंका दिया है इस केस की सबसे खास बात यह है कि इसमें हत्यारा कोई और नहीं बल्कि महिला कॉन्स्टेबल के साथ ही काम करने वाला हेड कॉन्स्टेबल है यूपी के बुलंदशहर स्थित गुलावठी थाना क्षेत्र के गांव कोटा निवासी दिल्ली पुलिस में तैनात महिला सिपाही मोनिका का दिल्ली में कंकाल मिलने पर गांव में शोक छाया हुआ है। मृतका के घर पर शोक संतप्त लोगों की आवाजाही लगी हुई है। परिजन मोनिका को बड़ा अफसर बनाना चाहते थे। उसकी मौत की सूचना से वह स्तब्ध हैं
बता दें कि वर्ष 2018 में गांव कोटा निवासी महिला कांस्टेबल मोनिका की पीसीआर में तैनात हैड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह राणा से मिलना जुलना हुआ। आरोपी ने सितंबर 2021 में अगवा करने के बाद मोनिका की गला घोंटकर हत्या कर दी। उसका शव पत्थर से बांधकर दिल्ली के बुराड़ी पुश्ता के पास नाले में डुबा दिया गया था। 20 अक्टूबर 2021 में मोनिका की गुमशुदगी मुखर्जी नगर थाने में दर्ज की गई थी। जिसमें कहा गया गया था कि मोनिका 8 सितंबर 2021 से लापता थी हत्याकांड को अंजाम देने ने बाद आरोपी सुरेंद्र ने मोना के घरवालों को बताया कि वह कहीं गायब हो गई है
पुलिस को अलीपुर से मिला मोना का कंकाल : आरोपी सुरेंद्र लगातार मोना के घरवालों के साथ उसे खोजने का ड्रामा करता रहा. कई बार वह मोना के घरवालों के साथ पुलिस थाने भी गया. आरोपी ने कई बार थाने में पुलिस वालों को मोना को ठीक से नहीं तलाश करने पर फटकार भी लगाई आरोपी सुरेश के पास मोना के कई ऑडियो थे, जिसे एडिट कर वह मोना की आवाज अपने साले रॉबिन को भेज देता था. रॉबिन जब भी मोना के परिवार को फोन करता तो मोना के जिंदा होने के सबूत के तौर पर मोना का ऑडियो प्ले करता था और मोना के परिवार वाले यकीन कर लेते की मोना जिंदा है. पुलिस ने अलीपुर से मोना का कंकाल बरामद कर लिया. कंकाल फॉरेंसिक टीम को भेज दिया गया है. क्राइम ब्रांच अब मोना के परिवार का डीएनए लेकर उसका मिलान बरामद कंकाल से करेगी. जिस से पुख्ता हो सके की बरामद नरकंकाल मोना का ही है