दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर टोल दरें अलग-अलग पैकेज एरिया की दर से निर्धारित हैं. जैसै कि कहीं पहाड़ काटकर रोड़ को बनाना पड़ा है, तो उस इलाके से गुजरने की टोल दरें थोड़ी अधिक होंगी और जहां फ्लैट एरिया में निर्माण हुआ, वहां थोड़ी कम होंगी. एक्सप्रेस-वे में टोल दर लागत पर आधारित रहेगी। जिस खंड में पुल-पुलिया और इंटरचेंज अधिक होंगे वहां पर टोल ज्यादा देना होगा। दौसा वाले हिस्से के मान से कार व हल्के वाहनों के लिए टोल 2.20 रुपए से 2.25 रुपए प्रति किलोमीटर तक की दर हो सकती है। बड़े यात्री वाहन, ट्रक के लिए यह 7 से 7.35 रुपए तक होने की संभावना है। विभागीय स्तर पर दरों की जानकारी भी सार्वजनिक सूचना के माध्यम से दी जाएगी। इस संबंध में प्रोजेक्ट मैनेजर रविन्द्र गुप्ता का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की आवाजाही 20 सितम्बर से प्रारंभ होगी। अलग-अलग सेक्शन में अलग-अलग दर निर्धारित हैं। निर्धारित दरों के मान से ही टोल की वसूली की जाएगी
13 घंटे में पहुंच जाएंगे दिल्ली से मुंबई: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक्सप्रेस-वे की दिल्ली से मुंबई तक की कुल दूरी 1380 किलोमीटर है। जिसमें मध्यप्रदेश का 244.5 किलोमीटर का हिस्सा शामिल है। एक्सप्रेस-वे में एमपी के रतलाम जिले का 90 किलोमीटर, झाबुआ जिले का 50.95 किलोमीटर व मंदसौर का 102 किलोमीटर लंबा हिस्सा शामिल है। इसके प्रारंभ हो जाने से लोगों का सफर काफी आसान हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे से मुंबई से दिल्ली तक का 12 से 13 घंटे में पूरा हो जाएगा। जबकि अभी तकरीबन 22 घंटे का समय लग जाता है।
किसान स्थानीय ग्रामीणों के साथ एक्सप्रेस-वे के टोल नाके पर जमा हुए और अपनी मांग के संबंध में नारेबाजी की। प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर तहसीलदार कुलभूषण शर्मा और एसडीओपी अभिलाष भलावी मौके पर पहुंचे। किसानों ने उन्हें बताया कि एक्सप्रेस-वे की वजह से खेतों तक जाने के लिए कई किलोमीटर लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। इस पर अधिकारियों ने वैकल्पिक हल निकालने का आश्वासन दिया। इसके बाद जिला प्रशासन और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के नाम ज्ञापन देकर प्रदर्शन खत्म किया गया सुबह 8 लेन एक्सप्रेस वे का उद्घाटन हुआ, तो दोपहर में रतलाम के धामनोद में 8 लेन पर ग्रामीणों ने पहुंचकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि दो दिनों में यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे जाम कर देंगे। ग्रामीणों ने विधायक को बुलाया तो वह भी नहीं आए।
MP में 7 स्थानों पर कर सकते हैं एंट्री : जस्थान बॉर्डर से MP में प्रवेश करने पर पहला इंटरचेंज मंदसौर के रतनपुरा गांव के पास बना है। यहां से दिल्ली की दूरी 523 किमी और मुंबई की दूरी 832 किमी है। MP मंदसौर जिले में शामगढ़-भानपुरा के बीच बरदियाअमरा गांव के पास दूसरा इंटरचेंज बना है। यहां से उज्जैन की दूरी 185 किमी है। मंदसौर की दूरी 81 किमी है
दो पहिया वाहनों का प्रवेश नहीं : क्सप्रेस-वे के माध्यम से रतलाम से मुंबई अथवा दिल्ली के लिए समान रूप से 6 से 7 घंटे का वक्त लगेगा। इसमें टू-व्हीलर को प्रवेश नहीं मिल सकेगा। जबकि चार पहिया व बड़े वाहन 120 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड पर चल सकेंगे। इससे ज्यादा यदि वाहनों की स्पीड मिली तो उनका चालान कटेगा। वाहनों की स्पीड पर नियंत्रण रखने के लिए पूरा मार्ग सीसीटीवी कैमरों से लैस है एक्सप्रेस-वे के जरिए रतलाम से मुंबई या दिल्ली के लिए 6-7 घंटे का वक्त लगेगा। टू-व्हीलर को एंट्री नहीं मिल सकेगी। फोरव्हीलर और बड़े वाहन 120 किलोमीटर/घंटे की अधिकतम स्पीड पर चल सकेंगे। इससे ज्यादा स्पीड मिली तो चालान कटेगा। गाड़ियों की स्पीड पर नजर रखने के लिए जगह-जगह CCTV कैमरे लगाए गए हैं