Uttarakhand News: मौसम विभाग ने हिमाचल और उत्तराखंड में 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही कहा है कि इस दौरान प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है। इसके अलावा आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की भी चेतावनी जारी की गई है। इन दोनों राज्यों में पिछले कुछ हफ्तों में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते बड़ी तबाही हुई है। इन राज्यों में 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान भी हुआ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी 22 और 23 अगस्त को 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी बारिश का अनुमान है। पूर्वी यूपी में 21 से 24 अगस्त तक जोरदार बारिश हो सकती है।
प्रदेश में देहरादून समेत दस जिलों में आज भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हरिद्वार, टिहरी, चमोली, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ जिले के लिए येलो अलर्ट है।
मौसम विभाग ने चंबा और मंडी जिलों के कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा होने की चेतावनी दी है. इसी के साथ, बताया है कि यहां 26 अगस्त तक बारिश का मौसम रहेगा. अनुमान है कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन, बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा. वहीं, नदियों और नालों में जलस्तर तक बारिश का मौसम रहेगा. अनुमान है कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन, बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा. वहीं, नदियों और नालों में जलस्तर
हिमाचल प्रदेश: में लगातार तेज बारिश हो रही है। तेज बारिश के चलते भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। राज्य में भारी तबाही मची है। कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। आलम यह है कि एक ही परिवार के आठ सदस्यों सहित 22 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 6 लोगों के मारे जाने की आशंका है, जो लापता हैं। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिले में हुआ है। राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान मौसम संबंधी 34 घटनाएं दर्ज की गई हैं। स्कूल-कॉलेज फिलहाल बंद कर दिए गए हैं। लोगों को अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल को केंद्र देगा 200 करोड़: केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को अग्रिम सहायता के रूप में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष से 200 करोड़ रुपये जारी करने को रविवार को मंजूरी दे दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि केंद्र ने 10 और 17 जुलाई को दो किस्तों में राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष के केंद्रीय हिस्से से 360.80 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि को स्वीकृति दी थी। बचाव और राहत के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें, सेना की 9 टुकड़ियां और वायुसेना के 3 हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं
हिमाचल में बारिश का 50 साल का रिकॉर्ड टूटा : 24 जून से हो रही मॉनसूनी बारिश ने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. राज्य में बाढ़-बारिश, लैंडस्लाइड से जुड़ी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं एनडीआरएफ की टीमों द्वारा अभी तक हाजरों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल प्रदेश में अगले 5 दिनों तक भारी से भारी बारिश और बिजली कड़कने का संभावना है. हिमाचल प्रदेश के शिमला में अगले एक हफ्ते तक न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया जा सकता है जो कि अधिकतम 21 डिग्री तक पहुंच सकता है