मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। बीते दिनों पुलिस और सेना की मदद से हिंसा की आग को शांत किया गया था, लेकिन एक बार फिर वहां आगजनी और खूनी खेल शुरू हो गया है। बीती रात बिष्णुपुर जिले में कुछ उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय के तीन लोगों की हत्या कर दी। मणिपुर में फिर हिंसा की आग फैली है। बीती रात बिष्णुपुर जिले में कुछ उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय के तीन लोगों की हत्या कर दी। उपद्रवियों ने हिंसा के साथ कई घरों में आग भी लगा दी। पुलिस ने कहा कि मैतेई समुदाय के बफर जोन को पार कर कई लोग घुस आए और उन्होंने वहां गोलीबारी की
बीते दिन भी बिष्णुपुर में हमला हुआ था और उपद्रवियों ने इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के बटालियन मुख्यालय में में तोड़-फोड़ कर हथियार चुरा लिए। असॉल्ट राइफलों के साथ पुलिस के कई हथियार और करीब 19000 गोलियां चोरी की गई हैं। मणिपुर में हिंसा दोबारा शुरू होने के बाद पुलिस ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने कहा कि गोलीबारी और हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुई है और भीड़ ने बिष्णुपुर के कीरेनफाबी और थंगलावई में पुलिस चौकी पर हमला किया और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा लूट लिया। पुलिस ने इसी के साथ जनता से अफवाहों पर विश्वास न करने और फर्जी वीडियो से सावधान रहने की अपील की है। पुलिस ने लोगों को फर्जी वीडियो की रिपोर्ट करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया
इससे पहले गुरुवार की शाम को बिष्णुपुर में कई जगहों पर फायरिंग के बाद हालात तनावपूर्ण बन गए थे. अनियंत्रित भीड़ की सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प भी
हुई मणिपुर पुलिस की ओर से बताया गया कि सुरक्षा बलों ने सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया.
जानकारी के मुताबिक अनियंत्रित भीड़ ने बिष्णुपुर जिले में दूसरी आईआरबी यूनिट की चौकियों पर हमला किया और गोला-बारूद समेत कई हथियार लूटकर ले गए.जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में स्पेशल सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ नॉर्थ ईस्ट इंडिया में असिसटेंट प्रफेसर खुरीजम बिजॉयकुमार सिंह ने बताया कि मणिपुर की हिंसा सिर्फ दो ग्रुप का ही झगड़ा नहीं है, बल्कि ये कई समुदायों से भी बहुत गहरे जुड़ा है. ये कई दशकों से जुड़ी समस्या है. अभी तक सिर्फ सतह पर ही देखी जा रही है.