Nepal big protest news violence: त्रिभुवन एयरपोर्ट फिर खुला

Nepal big protest news violence

नेपाल में हिंसा और राजनीतिक उथल-पुथल: Nepal big protest news violence

नेपाल के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य में हाल के दिनों में तेजी से बदलाव देखने को मिले हैं। देश की राजनीतिक अस्थिरता और भ्रष्टाचार के खिलाफ युवा वर्ग ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस आक्रोशित जेन-जी (युवाओं) की भीड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रियों के घरों के साथ-साथ देश की संसद, सुप्रीम कोर्ट और कई सरकारी भवनों में आगजनी की है। यह Nepal big protest news violence ने पूरे देश में सनसनी फैलाकर स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चौकन्ना कर दिया है।

नेपाल की इस हिंसक राजनीतिक गतिविधि ने न केवल देश की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती दी है, बल्कि पड़ोसी देशों को भी सतर्क कर दिया है। भारत ने नेपाल में बिगड़ते हालात पर गहरी चिंता जाहिर की है और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय शुरू किए हैं। भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के प्रयास में जुटी हैं।


एयरलाइंस और उड़ान सेवाओं पर प्रभाव

हालात बिगड़ने के कारण नेपाल में सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिलहाल परिचालन की अनुमति दे दी गई है। इसके अलावा, एअर इंडिया ने विशेष उड़ानों का संचालन करने की घोषणा की है। एयर इंडिया ने दिल्ली और काठमांडू के बीच विशेष फ्लाइट्स को चालू किया है, ताकि नेपाल में फंसे भारतीय नागरिक सुरक्षित रूप से लौट सकें।

एयरलाइन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे उड़ान की स्थिति की पुष्टि वेबसाइट Air India Flight Status पर करें और किसी भी सहायता के लिए कॉल सेंटर से संपर्क करें। यह कदम विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जो नेपाल की बिगड़ती राजनीतिक स्थिति के कारण फंसे हुए हैं।

यह विशेष उड़ान व्यवस्था Nepal big protest news violence की वजह से लागू की गई है, जिससे यात्रा बाधित होने के बावजूद नागरिक सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।


अंतरराष्ट्रीय चेतावनी और सावधानी

चीन में भारतीय दूतावास ने भी अपनी एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में फंसे भारतीय नागरिकों को नेपाल के रास्ते सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। विशेष रूप से, कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान यात्रियों को नेपाल में बढ़ती हिंसा और आक्रोश से बचाव के लिए सतर्क रहने को कहा गया है।

यह कदम भी Nepal big protest news violence की गंभीरता को दर्शाता है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय नागरिक भी इन हालातों से प्रभावित हो रहे हैं।


राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदम

आंध्र प्रदेश: 200 लोग फंसे, आपात सेल बनाई गई

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि नेपाल में लगभग 200 तेलुगू लोग फंसे हुए हैं। इसके लिए एचआरडी मंत्री और राज्य प्रशासन ने विशेष आपातकालीन सेल की स्थापना की है। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। इसके अलावा, कुछ फंसे हुए परिवारों को पास के सुरक्षित गेस्ट हाउस में स्थानांतरित किया गया है। यह कार्रवाई सीधे तौर पर Nepal big protest news violence की वजह से की गई है।

कर्नाटक: 30 लोग हवाई अड्डे पर फंसे

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने काठमांडू हवाई अड्डे पर फंसे 30 कन्नड़ भाषी नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं। कर्नाटक की यह कोशिश भी Nepal big protest news violence के चलते उत्पन्न जोखिमों को कम करने की दिशा में है।

तेलंगाना: दिल्ली में हेल्पलाइन

तेलंगाना सरकार ने दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन में विशेष हेल्पलाइन की स्थापना की है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के निर्देश पर यह कदम उठाया गया। यह हेल्पलाइन Nepal big protest news violence के दौरान फंसे नागरिकों और उनके परिवारों को मदद देने के लिए है।

गुजरात: केंद्र से मदद मांगी

गुजरात सरकार ने केंद्र से संपर्क कर नेपाल में फंसे नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए सहायता मांगी है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट कर बताया कि राज्य प्रशासन विदेश मंत्रालय के संपर्क में है और सभी फंसे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

राजस्थान: पुलिस ने बनाई विशेष सेल

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नेपाल में हिंसा पर चिंता जताई और फंसे नागरिकों की मदद के लिए भारतीय दूतावास के साथ मिलकर विशेष सेल की स्थापना की। इस सेल के माध्यम से लोगों को चौबीसों घंटे सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी का बयान

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेपाल में फंसे पर्यटकों को घबराने की जरूरत नहीं होने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि फंसे पर्यटक सुरक्षित लौट सकें।


भारतीय विदेश मंत्रालय की भूमिका

भारत सरकार ने नेपाल में फंसे नागरिकों की सुरक्षा के लिए आपातकालीन नंबर जारी किए हैं। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास से +977-980 860 2881 और +977-981 032 6134 पर संपर्क किया जा सकता है। ये नंबर Nepal big protest news violence के कारण फंसे भारतीयों की मदद के लिए उपलब्ध हैं।


नेपाल में हिंसा का विस्तार

नेपाल में युवाओं के आक्रोश ने देश में राजनीतिक उथल-पुथल पैदा कर दी है। भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं। आक्रोशित युवाओं ने कई सरकारी और निजी इमारतों में आगजनी की है। इसके चलते नेपाल में लगभग सभी भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं।

  • कर्नाटक: 30 कन्नड़ भाषी

  • आंध्र प्रदेश: 200 तेलुगू

  • पश्चिम बंगाल: अज्ञात संख्या में पर्यटक

  • गुजरात: फंसे हुए नागरिक

यह सब Nepal big protest news violence की वजह से हो रहा है।


राजनीतिक संकट का इतिहास

नेपाल में पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद भी राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है। युवाओं और छात्रों के आक्रोश ने देश में हिंसक प्रदर्शन को जन्म दिया है। सामाजिक और राजनीतिक असंतोष की यह स्थिति बढ़ती जा रही है। Nepal big protest news violence लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।


नागरिकों की सुरक्षित वापसी

भारतीय राज्य सरकारें अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। एयरलाइंस की विशेष उड़ानें, आपातकालीन हेल्पलाइन, और भारतीय दूतावास की मदद सभी उपायों का हिस्सा हैं। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन भी फंसे नागरिकों की मदद में जुटा है।


अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण

नेपाल में इस हिंसक राजनीतिक प्रदर्शन की खबर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है। चीन और अन्य पड़ोसी देशों ने भी अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालयों ने यात्रियों को Nepal के भीतर और आस-पास सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।

यह अंतरराष्ट्रीय चिंता भी Nepal big protest news violence की गंभीरता को दर्शाती है।


निष्कर्ष

नेपाल में हालिया हिंसा और राजनीतिक उथल-पुथल ने देश की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती दी है। भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। एयरलाइंस की विशेष उड़ानें, हेल्पलाइन और आपातकालीन सेल सभी उपाय Nepal big protest news violence के प्रभाव को कम करने के लिए अपनाए गए हैं।

भारत सरकार की सतर्कता, राज्य सरकारों की तत्परता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। Nepal big protest news violence के चलते उठाए गए ये कदम यह दर्शाते हैं कि संकट के समय में प्रशासन और सरकार कितनी प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं।

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