Kolkata Traffic Police: 2024 में बढ़े ट्रैफिक उल्लंघन और सुरक्षा चिंताएं
Kolkata Traffic Police के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 2024 में सिग्नल जंपिंग के मामलों में पिछले चार वर्षों के मुकाबले सबसे अधिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इन अपराधों में दोपहिया वाहन चालकों का हिस्सा सबसे अधिक है। यह बढ़ोतरी शहर में सड़क सुरक्षा को लेकर Kolkata Traffic Police के अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। शहर में रोड एक्सीडेंट कम करने के प्रयासों के बावजूद यह प्रवृत्ति गंभीर संकेत दे रही है।
सिग्नल उल्लंघन में वृद्धि
Kolkata Traffic Police के ट्रैफिक रिव्यू बुलेटिन के अनुसार, सिग्नल उल्लंघन के मामलों में 2021 में 3,09,001 मुकदमे दर्ज किए गए थे। यह संख्या 2023 तक बढ़कर 3,35,176 हो गई और 2024 में यह अचानक 5,85,225 तक पहुँच गई। अधिकारियों ने इसे अलार्मिंग करार दिया और बताया कि अधिकांश अपराध दोपहिया चालकों द्वारा किए गए हैं।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि Kolkata Traffic Police को सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और उल्लंघनों को रोकने के लिए अपनी नीतियों और निगरानी को और सख्त करने की आवश्यकता है।
रेश ड्राइविंग और हेलमेट उल्लंघन
बुलेटिन में यह भी दिखाया गया है कि 2024 में रेश ड्राइविंग के मामलों में वृद्धि हुई। इस वर्ष कुल 50,159 मोटर चालकों को रेश ड्राइविंग के लिए बुक किया गया, जिनमें 23,087 दोपहिया चालक शामिल थे। यह आंकड़ा 2023 में 44,701 और 2022 में 46,041 था।
हेलमेट पहनने के उल्लंघनों की स्थिति भी इसी तरह की रही। 2021 में 4,01,127 चालकों को हेलमेट न पहनने पर मुकदमा दर्ज किया गया था, जो 2022 में बढ़कर 4,29,936, 2023 में 4,76,514 और 2024 में 5,07,527 हो गया। यह स्पष्ट करता है कि Kolkata Traffic Police के लगातार प्रयासों के बावजूद हेलमेट नियमों का उल्लंघन बड़े पैमाने पर जारी है।
केंद्रीय और बाहरी क्षेत्रों में उल्लंघन की प्रवृत्ति
ट्रैफिक विभाग के सूत्रों ने कहा कि हेलमेट नियमों का अनुपालन केंद्रीय कोलकाता में अपेक्षाकृत अधिक है। हालांकि, शहर के बाहरी और हाल ही में शामिल किए गए क्षेत्रों में उल्लंघन अधिक सामान्य है। रिपोर्टों के अनुसार, बड़ी संख्या में उल्लंघन करने वाले युवा चालक हैं जो सिग्नल, गति सीमा और सुरक्षा उपकरणों की अनदेखी करते हैं।
अत्यधिक तेज़ रफ्तार और सड़क दुर्घटनाओं का खतरा
Kolkata Traffic Police के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह लापरवाह व्यवहार सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक बना हुआ है। पुलिस प्रशासन ने लगातार जागरूकता अभियान और सख्त प्रवर्तन के माध्यम से सड़क सुरक्षा बढ़ाने का प्रयास किया है, लेकिन उल्लंघन अभी भी आम हैं।
इस तरह की प्रवृत्ति न केवल सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ाती है, बल्कि सड़क पर सभी राहगीरों और अन्य चालकों के लिए जोखिम भी उत्पन्न करती है। Kolkata Traffic Police अब और सख्त निगरानी और कानून के पालन को सुनिश्चित करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
Kolkata Traffic Police के प्रयास और भविष्य की रणनीति
Kolkata Traffic Police ने बताया कि आने वाले वर्षों में सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी और प्रशासनिक उपायों को और मजबूत किया जाएगा। इसमें स्मार्ट कैमरों के माध्यम से सिग्नल उल्लंघन पर नजर रखना, हेलमेट नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई, और तेज़ रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए अभियान शामिल हैं।
अधिकारी यह भी कहते हैं कि युवाओं में सड़क सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, सड़क पर ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए Kolkata Traffic Police ने डिजिटल प्लेटफॉर्म और मोबाइल ऐप्स का भी उपयोग शुरू किया है, ताकि उल्लंघनों की जानकारी तत्काल दर्ज की जा सके और आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
निष्कर्ष
2024 में सिग्नल जंपिंग और अन्य ट्रैफिक उल्लंघनों में वृद्धि ने स्पष्ट कर दिया है कि Kolkata Traffic Police के प्रयासों के बावजूद सड़क सुरक्षा पर गंभीर ध्यान देने की आवश्यकता है। दोपहिया चालकों का अत्यधिक योगदान, हेलमेट नियमों का उल्लंघन और रेश ड्राइविंग सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाओं को बढ़ा रहे हैं।
Kolkata Traffic Police के अधिकारी लगातार सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने और उल्लंघनों को रोकने के लिए उपाय कर रहे हैं। डिजिटल निगरानी, जागरूकता अभियान, और सख्त प्रवर्तन के जरिए शहर में सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है।
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