Kashmir Attack: Pahalgam हत्याकांड पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया

kashmir Attack

kashmir Attack: 26 लोगों की मौत, ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली जिम्मेदारी

कश्मीर में एक और घातक हमला हुआ, जिसमें 26 लोग मारे गए। यह हमला कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुआ था, और इसे भारतीय प्रशासनिक कश्मीर में वर्षों में हुए सबसे बड़े हमलों में से एक माना जा रहा है। हमले के बाद, भारत के रक्षा मंत्री ने कड़े शब्दों में आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का वादा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और यह कहा कि हमलावरों को जल्द से जल्द न्याय दिलवाया जाएगा।

कश्मीर में हुए हमले की पूरी जानकारी

kashmir Attack: की जिम्मेदारी एक कम पहचानी जाने वाली आतंकवादी समूह, ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है। इस समूह ने सोशल मीडिया पर एक संदेश जारी करते हुए यह कहा कि यह हमला कश्मीर में बाहरी लोगों के बढ़ते हस्तक्षेप के विरोध में किया गया। समूह ने यह भी आरोप लगाया कि 85,000 से अधिक “बाहरी” लोगों को कश्मीर में बसाया गया है, जिससे क्षेत्र में जनसंख्या परिवर्तन हो रहा है।

इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई, जिनमें सभी पुरुष थे। यह हमला उस समय हुआ जब कश्मीर में हाल के वर्षों में पर्यटकों पर हमला पहली बार देखा गया था। इस हमले ने कश्मीर में पर्यटन की स्थिति को भी प्रभावित किया है, जहां पहले पर्यटकों को हमलों से बचाया जाता था।

kashmir Attack: की स्थिति और सरकार की प्रतिक्रिया

कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक का ऐलान किया, जिसमें राज्य की राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा। यह बैठक कश्मीर में चल रही स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी। मुख्यमंत्री ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि यह राज्य के लिए एक कठिन समय है।

कश्मीर में आतंकवादी हमलों के इतिहास को देखते हुए, इस हमले को एक और महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जा रहा है। उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि इस हमले के बाद शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को एकजुट होकर काम करना होगा।

kashmir Attack: में पाकिस्तान का हाथ?

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, यह हमला पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा किया गया था, जो स्थानीय आतंकवादियों के साथ मिलकर हमला करने आए थे। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि हमलावरों के द्वारा बोला गया उर्दू पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में बोली जाती है, जिससे यह संकेत मिलता है कि ये हमलावर पाकिस्तान से हो सकते हैं। हमलावरों में से कुछ स्थानीय मिलिटेंट भी हो सकते हैं, लेकिन उनकी पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।

इस हमले के बाद, कई अन्य जानकारी आई हैं, जिसमें यह बताया गया है कि इस हमले का मुख्य उद्देश्य कश्मीर में बाहरी लोगों के खिलाफ विरोध था।

kashmir Attack: ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) क्या है?

The Resistance Front (TRF) एक आतंकवादी संगठन है, जो 2019 में कश्मीर में सक्रिय हुआ था। इस समूह ने अपने नाम से यह संदेश दिया है कि वह कश्मीरी राष्ट्रीयता का समर्थन करता है, लेकिन यह संदेश भी दिया है कि वह भारतीय प्रशासन के खिलाफ है।

TRF ने पहले भी कई हमलों की जिम्मेदारी ली है, और इसने नई रणनीतियों को अपनाया है। इसका नाम, “द रेजिस्टेंस फ्रंट”, पारंपरिक कश्मीरी विद्रोही समूहों से अलग है, जो आमतौर पर इस्लामिक नामों से जाने जाते हैं। TRF ने अपनी पहचान को एक “न्यूट्रल” नाम के रूप में प्रस्तुत किया है, लेकिन इसके हमलों और गतिविधियों से यह साफ हो गया है कि वह कश्मीर के अलगाव के पक्षधर हैं।

kashmir Attack:  कश्मीर में पर्यटन की स्थिति पर प्रभाव

कश्मीर में आतंकवादियों के हमलों ने पर्यटन क्षेत्र को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। हमले के बाद, कई पर्यटक कश्मीर से निकल गए, और कश्मीर के कुछ हिस्सों में असुरक्षा का माहौल बन गया। एक पर्यटक, मनोजित देbnath ने बताया कि कश्मीर सुंदर जगह है, लेकिन अब वह और उनका परिवार सुरक्षित महसूस नहीं करते।

इस हमले के बाद, कश्मीर में पर्यटकों के बीच डर और असुरक्षा का माहौल बढ़ गया है। हालांकि, कश्मीर की सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए थे, लेकिन इस तरह के हमले से इन प्रयासों पर असर पड़ा है।

kashmir Attack: कश्मीर के इतिहास में अन्य प्रमुख हमले

कश्मीर में पिछले 25 वर्षों में कई घातक हमले हुए हैं। कुछ प्रमुख हमले जिनका उल्लेख किया जा सकता है:

  • 20 मार्च 2000: जब अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत दौरे पर थे, तब कश्मीर के चिटसिंहपोरा गांव में बंदूकधारियों ने 36 सिखों की हत्या कर दी।

  • अगस्त 2000: संदिग्ध आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रा के दौरान 32 हिंदू तीर्थयात्रियों की हत्या कर दी।

  • 14 फरवरी 2019: पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में 40 सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए।

  • सितंबर 18, 2016: उरी में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हमला किया, जिसमें 19 सैनिक शहीद हुए।

kashmir Attack: अंतिम निष्कर्ष

Kashmir attack ने पूरे देश को चौंका दिया है और यह कश्मीर में हो रहे आतंकवादी हमलों की बढ़ती संख्या को दर्शाता है। सरकार और सुरक्षा बलों को आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी ताकि कश्मीर में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके। इसके अलावा, पर्यटन उद्योग को पुनः सुरक्षित बनाने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे। इस हमले ने कश्मीर की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को और भी जटिल बना दिया है, और इसे हल करने के लिए एक साझा राजनीतिक प्रयास की आवश्यकता होगी।

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