Assam Rifles: ने 3 लाख मेटाम्फेटामाइन टैबलेट्स जब्त कीं, ₹112.4 करोड़ की कीमत
Assam Rifles ने शुक्रवार को मिजोरम के चम्फाई जिले के जोखवथार में 3 लाख से अधिक मेटाम्फेटामाइन टैबलेट्स जब्त कीं, जिनकी कीमत ₹112.4 करोड़ बताई गई है। इस ऑपरेशन को Assam Rifles के क्षेत्रीय प्रभारी दल ने विशेष खुफिया जानकारी पर अंजाम दिया था, और यह एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
घटना का विवरण
Assam Rifles: ने शुक्रवार को जोखवथार में 3 लाख से अधिक मेटाम्फेटामाइन टैबलेट्स जब्त कीं, जो मिजोरम के चम्फाई जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण सीमा क्षेत्र से बरामद हुईं। खुफिया जानकारी मिलने के बाद, क्षेत्रीय प्रभारी टीम ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को रक्सैक लेकर चलते हुए देखा। जब इन व्यक्तियों ने महसूस किया कि उन्हें देखा जा रहा है, तो उन्होंने तियाउ नदी में कूदकर म्यांमार की ओर तैरकर भागने का प्रयास किया और अपने बैकपैक छोड़ दिए।
Assam Rifles: के अधिकारियों के अनुसार, इन बैकपैक्स की जांच के दौरान 33 पैकेट मेटाम्फेटामाइन टैबलेट्स पाए गए, जिनमें कुल 3,33,300 टैबलेट्स थे, जो लगभग 37.476 किलोग्राम वजन के थे। यह ड्रग्स शायद चम्फाई शहर में वितरण के लिए लाए जा रहे थे।
Assam Rifles: का सक्रिय योगदान
असम राइफल्स, जो मिजोरम में भारत-म्यांमार सीमा की 510 किमी की लंबाई की सुरक्षा करती है, सीमा पर होने वाली अवैध गतिविधियों को रोकने में सक्रिय रूप से शामिल रही है। असम राइफल्स ने इस ऑपरेशन में बड़ी सफलता प्राप्त की है और ड्रग तस्करी के खिलाफ अपनी लड़ाई को और भी मजबूत किया है।
Assam Rifles: के एक अधिकारी ने कहा, “बरामद की गई मेटाम्फेटामाइन टैबलेट्स को ज़ोकहवथार पुलिस विभाग को आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही के लिए सौंप दिया गया है।”
हेरोइन की बरामदगी
इससे पहले, Assam Riflesने गुरुवार रात 11 सोप केस (128 ग्राम) हेरोइन की बरामदगी की थी, जिनकी कीमत ₹96 लाख बताई गई थी। यह ड्रग्स भी म्यांमार से भारत में तस्करी की जा रही थी और असम राइफल्स के सतर्क निगरानी के कारण पकड़ी गई।
Assam Rifles: की भूमिका और जिम्मेदारियां
असम राइफल्स, जो मिजोरम राज्य में भारत-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा का मुख्य जिम्मेदार संगठन है, ने हमेशा अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिए कड़ी कार्रवाई की है। इस संगठन के तहत 23 सेक्टर मुख्यालय, जो ऐज़वाल के खटल में स्थित है, तीन बटालियनों का संचालन करता है, प्रत्येक बटालियन में छह कंपनी ऑपरेटिंग बेस होते हैं, जो सीमा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
सीमा सुरक्षा और ड्रग तस्करी का खतरा
भारत और म्यांमार के बीच की सीमा लंबे समय से तस्करी, मादक पदार्थों की अवैध आपूर्ति और अन्य अवैध गतिविधियों के लिए एक प्रमुख मार्ग बन चुकी है। असम राइफल्स ने इन अवैध गतिविधियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखा है और सीमा पर सुरक्षा को मजबूत किया है।
यह घटना असम राइफल्स की कड़ी निगरानी और सुरक्षा कार्यों का एक और उदाहरण है, जिसके द्वारा मिजोरम राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध व्यापार और मादक पदार्थों की तस्करी को रोका जा रहा है।
असम राइफल्स का उत्कृष्ट योगदान
असम राइफल्स की इस तरह की कार्रवाई इस संगठन के समर्पण और साहस को उजागर करती है। असम राइफल्स के कर्मियों ने अपने जीवन को जोखिम में डालकर सीमा पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए लगातार संघर्ष किया है। इन कार्यों के लिए असम राइफल्स को सराहना मिलनी चाहिए, क्योंकि उनका योगदान सीमा पर सुरक्षा और देश के भीतर शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।
असम राइफल्स का यह ऑपरेशन मिजोरम और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध व्यापार और तस्करी पर एक बड़ी चोट है, और यह संगठन इस दिशा में अपनी कार्यवाही को जारी रखने का संकल्प ले चुका है।
निष्कर्ष:
असम राइफल्स ने हाल ही में मिजोरम के जोखवथार से ₹112.4 करोड़ की मेटाम्फेटामाइन टैबलेट्स की जब्ती के साथ एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इस ऑपरेशन से यह साबित हुआ है कि असम राइफल्स अपने कर्तव्यों के प्रति सच्चे समर्पित हैं और वे देश की सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इस कार्यवाही ने अवैध तस्करी के खिलाफ असम राइफल्स की प्रतिबद्धता और सशक्त निगरानी को उजागर किया है।
Read More:
Anant Ambani और राधिका मर्चेंट की शादी की 1st एनीवर्सरी: 5 वायरल पल
Leave a Reply