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Vodafone Share Price गिरकर ₹10 से नीचे, 52-सप्ताह का नया निचला स्तर

Vodafone Share Price

वोडाफोन आइडिया के शेयरों में भारी गिरावट: एजीआर मामले का प्रभाव

Vodafone Share Price में हाल के दिनों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। सुप्रीम कोर्ट के एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) मामले में दिए गए फैसले ने वोडाफोन आइडिया को एक बड़ा झटका दिया है। पिछले दो दिनों में Vodafone Share Price में 24% से अधिक की गिरावट आई है, जिससे कंपनी के वित्तीय हालात और भी खराब हो गए हैं। शुक्रवार को वोडाफोन आइडिया के शेयरों ने ₹9.79 का 52-सप्ताह का निचला स्तर छू लिया, जो ₹10 के महत्वपूर्ण स्तर से भी नीचे चला गया।

एजीआर फैसले का असर

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एजीआर मामले में अपनी पिछली फैसले को बरकरार रखते हुए वोडाफोन आइडिया और अन्य टेलीकॉम कंपनियों की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज कर दी। इन याचिकाओं में टेलीकॉम कंपनियों ने 2019 में दिए गए उस फैसले में राहत की मांग की थी, जिसमें गैर-टेलीकॉम राजस्व को भी एजीआर में शामिल कर लिया गया था। इसका सीधा मतलब यह था कि अब वोडाफोन आइडिया को सरकार को लाइसेंस फीस और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क के रूप में और अधिक भुगतान करना होगा।

इस फैसले के बाद Vodafone Share Price में जबरदस्त गिरावट आई, जो गुरुवार को 20% से अधिक थी और शुक्रवार को ₹9.79 के निचले स्तर पर आ गई। यह गिरावट कंपनी के लिए एक बड़ा झटका है, जो पहले से ही भारी कर्ज में डूबी हुई है और लगातार वित्तीय संकट से जूझ रही है।

वित्तीय स्थिति: गंभीर चुनौतियां

वोडाफोन आइडिया की वित्तीय स्थिति पहले से ही नाजुक थी, और सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कंपनी की मुश्किलें और बढ़ा गया है। Vodafone Share Price पर एजीआर देनदारी का भारी दबाव पड़ा है। ब्रोकर फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपने विश्लेषण में कहा कि वोडाफोन आइडिया को तीन प्रमुख घटनाओं की जरूरत है—पूंजी निवेश, टैरिफ में वृद्धि, और देनदारियों में छूट—लेकिन देनदारी माफी की संभावना अब नहीं है।

नुवामा ने कहा कि Vodafone Share Price पर एजीआर देनदारियों का बड़ा असर पड़ा है, जो लगभग ₹70,000 करोड़ है। इससे कंपनी के शेयरों की कीमत में भारी गिरावट आई है।

एजीआर देनदारी और शेयरों का मूल्य

वोडाफोन आइडिया पर एजीआर मामले के तहत ₹70,000 करोड़ की देनदारी है, जिसे कंपनी को सरकार को चुकाना है। यह देनदारी सीधे तौर पर Vodafone Share Price पर प्रभाव डाल रही है। नुवामा ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पहले इस देनदारी का केवल 50% असर शेयर मूल्य में था, लेकिन अब पूरी देनदारी को ध्यान में रखते हुए शेयर का लक्ष्य मूल्य घटाकर ₹11.5 प्रति शेयर कर दिया गया है, जो पहले ₹16.5 था।

शेयर बाजार में प्रतिक्रिया

शुक्रवार को सुबह के समय Vodafone Share Price 3.95% की गिरावट के साथ ₹9.97 प्रति शेयर पर कारोबार कर रही थी। यह गिरावट गुरुवार के बाद लगातार दूसरे दिन देखने को मिली, जब Vodafone Share Price 5% से अधिक गिरकर ₹9.79 पर पहुंच गई थी। यह दर्शाता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति गंभीर हो चुकी है और बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हो रहा है।

निवेशकों के लिए सलाह

वोडाफोन आइडिया के शेयरों पर नुवामा और अन्य ब्रोकिंग फर्मों ने फिलहाल ‘होल्ड’ की रेटिंग दी है, जिसका मतलब है कि निवेशकों को अभी अपने शेयरों को बेचने के बजाय उन्हें बनाए रखना चाहिए। हालांकि, कंपनी की मौजूदा वित्तीय स्थिति और भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को किसी भी निवेश निर्णय से पहले वित्तीय विशेषज्ञों से सलाह लेनी चाहिए।

नुवामा ने यह भी कहा कि पूंजी निवेश और टैरिफ वृद्धि के बावजूद, देनदारियों में माफी न मिलने से कंपनी की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में, निवेशकों के लिए जोखिम बढ़ सकता है।

वोडाफोन आइडिया के लिए भविष्य की चुनौतियां

वोडाफोन आइडिया की वित्तीय स्थिति अब और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है। Vodafone Share Price में भारी गिरावट कंपनी के सामने मौजूदा वित्तीय संकट को स्पष्ट करती है। हालांकि, कंपनी ने पूंजी निवेश और टैरिफ वृद्धि जैसे सुधारात्मक कदम उठाए हैं, लेकिन देनदारी माफी न मिलने से कंपनी की स्थिति और खराब हो सकती है।

अब यह देखना होगा कि वोडाफोन आइडिया अपनी वित्तीय समस्याओं से कैसे निपटती है और क्या वह अपने परिचालन को स्थिर करने में सफल हो पाती है। कंपनी के पास अभी भी कुछ उपाय हैं, लेकिन उन्हें जल्द से जल्द इनका उपयोग करना होगा, अन्यथा कंपनी के शेयरों में और गिरावट हो सकती है।

निष्कर्ष

Vodafone Share Price में भारी गिरावट और सुप्रीम कोर्ट के एजीआर फैसले ने वोडाफोन आइडिया को एक बड़ी चुनौती के सामने खड़ा कर दिया है। कंपनी पर भारी कर्ज का बोझ है और अब उसे ₹70,000 करोड़ की देनदारी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, कंपनी के पास पूंजी निवेश और टैरिफ वृद्धि के रूप में कुछ सकारात्मक कदम हैं, लेकिन देनदारी माफी न मिलने से कंपनी की वित्तीय स्थिति और खराब हो सकती है।

निवेशकों के लिए यह समय सतर्क रहने का है। Vodafone Share Price की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, उन्हें वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेकर ही अपने निवेश से जुड़े निर्णय लेने चाहिए।

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