UP Sambhal News: जामा मस्जिद हिंसा के बाद जिले में तनाव, 3 की मौत और 20 घायल
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार (24 नवंबर) को जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा ने इलाके में तनाव को बढ़ा दिया है। UP Sambhal News के अनुसार, इस हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी है और बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
घटना का विवरण: जामा मस्जिद में हिंसा
रविवार को संभल जिले की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर एक सर्वेक्षण किया जा रहा था। इस दौरान सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव हो गया।
- पथराव और गोलीबारी: हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। जवाब में पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की।
- मृतक और घायल: इस हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।
UP Sambhal News राहुल गांधी का बयान
संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपात और जल्दबाज़ी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और फायरिंग में जिन्होंने अपनों को खोया है उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
प्रशासन द्वारा बिना सभी पक्षों को सुने और असंवेदनशीलता से की गई कार्रवाई ने माहौल और…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 25, 2024
इस घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य और केंद्र सरकार को घेरा।
- उन्होंने कहा कि प्रशासन ने “पक्षपातपूर्ण रवैया” अपनाया है और बिना सभी पक्षों को सुने कार्रवाई की है।
- राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “संभल में हुई हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह भाजपा सरकार की नीतियों का परिणाम है, जो समाज में दरार और भेदभाव पैदा करती हैं।”
- उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से मामले में जल्द हस्तक्षेप की अपील की और सभी से शांति बनाए रखने की गुजारिश की।
प्रशासन की कार्रवाई
UP Sambhal News हिंसा के बाद इलाके में शांति बहाल करने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं।
- इंटरनेट सेवाएं बंद: संभल तहसील में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
- स्कूल बंद: सोमवार को 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए।
- निषेधाज्ञा लागू: भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 163 के तहत 30 नवंबर तक जिले में निषेधाज्ञा लागू की गई है। इसके तहत बाहरी लोगों के जिले में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।
जिला प्रशासन का बयान
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के पीछे कुछ असामाजिक तत्वों का हाथ है।
- पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने इस मामले में अब तक 15 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
- शांति बहाल करने की अपील: संभल के डीएम ने जिले के निवासियों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
सांप्रदायिक तनाव और राजनीतिक बयानबाजी
संभल की घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी गर्माहट देखी जा रही है।
- भाजपा का बयान: भाजपा के नेताओं ने घटना को कांग्रेस की राजनीति से जोड़ते हुए इसे “राजनीतिक लाभ के लिए उकसावे की साजिश” बताया।
- कांग्रेस की मांग: कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट से मामले में न्याय सुनिश्चित करने की मांग की।
सांप्रदायिक सौहार्द पर असर
UP Sambhal News के अनुसार, इस घटना का जिले में सांप्रदायिक सौहार्द पर गहरा असर पड़ा है।
- धार्मिक स्थलों की सुरक्षा: प्रशासन ने जिले में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
- सांप्रदायिक तनाव: हिंसा के बाद इलाके में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने हिंसा पर चिंता जताई है।
- कुछ लोगों का मानना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई।
- अन्य लोगों ने घटना के पीछे बाहरी तत्वों का हाथ बताया।
UP Sambhal News: आगे की स्थिति
- शांति प्रयास: प्रशासन और स्थानीय नेता मिलकर शांति बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।
- जांच जारी: हिंसा के कारणों और जिम्मेदार लोगों की पहचान के लिए जांच जारी है।
निष्कर्ष
UP Sambhal News की यह घटना सिर्फ संभल जिले तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे राज्य में प्रशासनिक जिम्मेदारी और सांप्रदायिक सौहार्द पर सवाल खड़े करती है। प्रशासन की चुनौती अब यह सुनिश्चित करने की है कि जिले में शांति और कानून व्यवस्था को जल्द से जल्द बहाल किया जाए।
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