चिपचिपाती गर्मी से यूपीवाले बेहाल
UP में इस बार की गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे लोगों का जीवन दूभर हो गया है। इस भीषण गर्मी के बीच, बिजली कटौती ने लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। जहां एक ओर आम जनता बिजली कटौती से परेशान है, वहीं विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है। अब यह मुद्दा विधानसभा तक पहुंच गया है और सत्ता पक्ष को भी जवाब देना पड़ रहा है।
गर्मी का कहर
इस बार की गर्मी ने UP में लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। तापमान में लगातार हो रही वृद्धि से लोग बेहाल हो गए हैं। चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। ग्रामीण इलाकों में जहां पंखे और कूलर भी गर्म हवा फेंक रहे हैं, वहीं शहरी इलाकों में एसी का भी कोई फायदा नहीं हो रहा है। इस चिपचिपाती गर्मी ने खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा प्रभावित किया है।
बिजली कटौती की समस्या
गर्मी के इस मौसम में बिजली कटौती ने लोगों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। बिजली की लगातार कटौती से न केवल घरों में रहने वाले लोग परेशान हैं, बल्कि उद्योगों और व्यवसायों पर भी इसका बुरा असर पड़ा है। छोटे व्यापारियों की दुकानों में बिजली न होने के कारण उनका काम ठप पड़ गया है। किसानों को भी सिंचाई में दिक्कतें आ रही हैं। कई क्षेत्रों में तो बिजली कटौती इतनी ज्यादा है कि लोग पानी तक की समस्या से जूझ रहे हैं।
विपक्ष का आक्रोश
बिजली कटौती के मुद्दे पर विपक्ष ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार इस समस्या को हल करने में पूरी तरह से विफल रही है। विपक्षी नेताओं ने कहा कि सरकार की लापरवाही और खराब प्रबंधन के कारण ही जनता को इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष ने इस मुद्दे को विधानसभा में जोर-शोर से उठाया और सरकार से जवाब मांगा।
विधानसभा में गर्मी
बिजली कटौती का मुद्दा विधानसभा में भी गर्माया। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की। विधानसभा में विपक्षी नेताओं ने कहा कि सरकार को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए, नहीं तो जनता का आक्रोश और बढ़ जाएगा। सत्ता पक्ष ने भी इस मुद्दे पर अपनी सफाई दी और कहा कि सरकार इस समस्या को हल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
सरकार का रुख :
लोकसभा चुनाव में UP में 37 सीटें जीतने के बाद सपा बिजली के मुद्दे पर योगी सरकार पर हमलावर है। बीते दिनों कानपुर में बिजली कटौती के खिलाफ सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और जाम लगाया। प्रदेश के अन्य शहरों में भी यही हाल है। लोग बिजली कटौती से त्रस्त और हताश हैं, और उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे जाएं तो जाएं कहां। बिजली विभाग उनकी सुनता नहीं।
सत्ता पक्ष ने बिजली कटौती की समस्या पर सफाई देते हुए कहा कि राज्य में बिजली की मांग बढ़ गई है, जिसके कारण बिजली की कटौती हो रही है। सरकार ने कहा कि बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं और जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। सरकार ने यह भी कहा कि बिजली वितरण व्यवस्था को सुधारने के लिए कई परियोजनाएं चल रही हैं, जिनके पूरा होने पर बिजली की समस्या दूर हो जाएगी।
जनता की प्रतिक्रिया
बिजली कटौती से परेशान जनता का कहना है कि उन्हें जल्द से जल्द राहत चाहिए। लोगों का कहना है कि इस भीषण गर्मी में बिजली न होने के कारण उनका जीवन दूभर हो गया है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की और सरकार से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने की मांग की।
भविष्य की तैयारी
बिजली कटौती की इस समस्या ने राज्य सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे आने वाले समय में ऐसी समस्याओं से निपटा जाए। सरकार ने बिजली उत्पादन और वितरण व्यवस्था को सुधारने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इसके अलावा, सरकार ने सोलर पावर जैसी वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का भी उपयोग करने का फैसला किया है, ताकि भविष्य में बिजली की समस्या से निपटा जा सके।
UP में इस बार की भीषण गर्मी और बिजली कटौती ने लोगों की परेशानियों को कई गुना बढ़ा दिया है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों इस मुद्दे पर अपने-अपने तर्क दे रहे हैं, लेकिन जनता को जल्द से जल्द राहत चाहिए। उम्मीद है कि सरकार इस समस्या का समाधान जल्द ही निकालेगी और लोगों को इस भीषण गर्मी से राहत दिलाएगी। इस मुद्दे ने सरकार को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि भविष्य में ऐसी समस्याओं से कैसे निपटा जाए, ताकि लोगों को इस तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े
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