. बिहार के सदर अस्पताल में भी इन दिनों जुगाड़ पर ही काम हो रहा है.: मामला जमुई के सदर अस्पताल का है. सोमवार (7 अगस्त) की देर रात झाझा की रेल पुलिस बेहोशी की हालत में एक यात्री को लेकर सदर अस्पताल पहुंची. यहां मरीज को भर्ती कराया गया. रात भर मरीज बेड पर ही छटपटाता रहा. जब अस्पताल प्रबंधक को देर रात फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. जब उन्हें इस बात की जानकारी मंगलवार (8 अगस्त) की अल सुबह हुई तो आनन-फानन में यूरिनल बैग सहित अन्य आवश्यक दवाइयों की पूर्ति कराई गई. बता दें कि इससे पूर्व भी इमरजेंसी का हाल कमोबेश इसी तरह रहा है.
नई तस्वीर जमुई के सदर अस्पताल से सामने आई है : मंगलवार की रात घायल अवस्था में एक 60 वर्षीय बुजुर्ग गिरा हुआ दिखा तो रेल पुलिस ने उन्हें घायल अवस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान लापरवाही की हदें पार करते हुए अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती वृद्ध को स्वास्थ्य कर्मियों ने यूरीन बैग की जगह कोल्ड ड्रिंक की बोतल यूरिन निकलने वाली पाइप में लगा दी। जिसका एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो स्वास्थ्य कर्मियों में हडकंप मच गया और आनन फानन में यूरिन बैग का इंतजाम कर पिर दोबारा से लगाया गया.
दरअसल, जमुई के एक सरकारी अस्पताल में यूरीन बैग की जगह अस्पताल कर्मियों ने मरीज को कोल्ड ड्रिंक की बोतल लगा दी। बिहार के अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था को देख किसी के भी रौंगटे खड़े हो जाएंगे।