Uttarakhand : उत्तराखंड में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। गुरुवार को सुबह-सुबह, उत्तरकाशी जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनका अहसास लोगों को लगभग 349 बजे रात को हुआ। इस भूकंप के झटके की तीव्रता इतनी नहीं थी कि किसी तरह का नुकसान हो, लेकिन यह एक और भूकंप का मामूला है जो उत्तराखंड में हाल ही में हुआ है। यह इसके बाद का तीसरा भूकंप है जो तीन अक्टूबर को महसूस हुआ था।इस समय, सरकारी अधिकारियों ने किसी तरह के नुकसान या आपत्तियों की जानकारी नहीं दी है, और वे भूकंप के प्रभावों की निगरानी कर रहे हैं। जनता से सतर्क रहने की सलाह दी गई है, और सुरक्षा उपायों का पालन करने का आदेश दिया गया है।भूकंप के झटकों के साथ ही, भूमिगत गतिविधियों की वाणिज्यिक और गैर-वाणिज्यिक मामूला अधिग्रहणी गतिविधियों में बदलाव हो सकता है, इसलिए स्थानीय अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी है।यह विकल्प है कि स्थानीय और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी और भूकंप विज्ञानी इस स्थिति का मॉनिटरिंग कर रहे हैं और अपडेट प्रदान कर रहे हैं
मंगलवार को आए भूकंप की तीव्रता 6.2 :मंगलवार को दिल्ली-NCR सहित पूरे उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इस भूकंप के कारण काफी देर तक झटके लगते रहे थे, और इसकी तीव्रता इतनी जोरदार थी कि लोग तुरंत ही अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था, और भूकंप के झटके आधे घंटे के अंतर से दो बार महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि दिल्ली से उत्तराखंड तक, पूरे उत्तर भारत में धरती कांप गई और लोगों ने इसे महसूस किया। उत्तराखंड के खटीमा तक भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए।इस समय, सरकारी और स्थानीय अधिकारी इस स्थिति को मॉनिटर कर रहे हैं और नुकसान की जांच कर रहे हैं। लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा, भूकंप के प्रतिद्वंद्वी प्राथमिक उपायों को भी समय-समय पर जारी किया जा रहा है
उत्तरकाशी में देर रात एक और भूकंप के झटके महसूस हुए। भारतीय भूकंप केंद्र के अनुसार, गुरूवार रात करीब 3:49 बजे लोगों ने भूकंप को महसूस किया। इस भूकंप की तीव्रता को 3.2 रिक्टर स्केल पर मापा गया है।राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि यह झटके इतने तेज नहीं थे, जिससे किसी तरह का नुकसान हो। इसके बावजूद, लोगों के बीच में थोड़ी हलचल और चौंकाने वाले लम्हे हुए, लेकिन सुरक्षित रूप से अपने घरों में लौट आने के बाद स्थिति सामान्य हो गई।