चंद्रयान-3 : चंद्रमा की तस्वीरों के जरिए किसे जलाना चाहता है यह बात स्पष्ट नहीं है लेकिन इशारा जरूर है. दुनियाभर के नजर भारत के इस मून मिशन लगी है. अमेरिका, रूस, यूरोपीय देश, चीन, जापान सब बिना पलकें झुकाएं भारत और इसरो की ओर देख रहे हैं. इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब ये मिशनसफल हो सकता है
सफल हो सकता है
चंद्रयान ने चांद की तस्वीरें कैप्चर कीं
चंद्रयान ने जब चंद्रमा की 164 Km x 18,074 Km की ऑर्बिट में प्रवेश किया था तो उसके ऑनबोर्ड कैमरों ने चांद की तस्वीरें कैप्चर की थीं। इसरो ने अपनी वेबसाइट पर इसका एक वीडियो बनाकर शेयर किया था। इन तस्वीरों में चंद्रमा के क्रेटर्स साफ-साफ दिख रहे हैं।
‘अगर सब कुछ विफल हो जाता है, अगर सभी सेंसर नाकाम हो जाते हैं, कुछ भी काम नहीं करता है, फिर भी यह (विक्रम) लैंडिंग करेगा. इसे इसी तरह डिज़ाइन किया गया है – बशर्ते कि प्रणोदन प्रणाली अच्छी तरह से काम करे.’ चंद्रयान-3 अंतरिक्ष में 14 जुलाई को प्रक्षेपित हुआ और यह पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गया. इसे चंद्रमा के करीब लाने के लिए तीन और डी-ऑर्बिटिंग कवायद होगी – ताकि विक्रम 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर उतर सके. सोमनाथ ने कहा कि ये डी-ऑर्बिटिंग की प्रक्रिया नौ अगस्त, 14 अगस्त और 16 अगस्त को होगी. 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग’ कर सकेगा,
इस बीच, रूस से आई बड़ी खबर : Russia 47 साल बाद पहली बार चांद पर अपना मिशन भेज रहा है. मिशन का नाम है लूना-25 (Luna-25). इसकी लॉन्चिंग 10 अगस्त 2023 को हो सकती है यूक्रेन पर हमला करने के बाद पहली बार रूस किसी दूसरे ग्रह या उपग्रह के लिए अपना मिशन भेजने को तैयार हुआ है इस अभियान के तहत यान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर एक बार फिर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास करेगा जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंच पाया है. चंद्र सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं, लेकिन उनकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर नहीं हुई थी.<
Hey earthlings! I’m in the lunar orbit. @isro, could you please allow me to post some pictures? So that I can make them feel jealous! pic.twitter.com/ly3ZGTook0
— LVM3-M4/CHANDRAYAAN-3 MISSION (@chandrayaan_3) August 8, 2023
31 जुलाई 2023: चंद्रयान-3 धरती की सभी पांच कक्षाओं में चक्कर लगाने के बाद चांद के हाइवे पर निकला. जिसे ट्रांस लूनर इंजेक्शन कहा गया.
5 अगस्त 2023 चंद्रमा की पहली कक्षा में डाला गया.
6 अगस्त 2023: चंद्रमा की दूसरी कक्षा में डाला गया
9 अगस्त 2023: चंद्रमा की तीसरी कक्षा में डाला जाएगा.
14 और 16 अगस्त: चांद की चौथी और पांचवीं ऑर्बिट में जाएगा चंद्रयान-3.
17 अगस्तः चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग होंगे.
18 और 20 अगस्त: चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की डीऑर्बिटिंग होगी