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Today News Uttar Pardesh Murder : पति ने शराब के नशे में पत्नी की हत्या बच्चे चिल्लाते रहे लेकिन पति ने एक न सुनी और कर दिया चाकू से वार

UP : लखनऊ के विशाल नगर में स्थित अलाया अपार्टमेंट के 101 नंबर फ्लैट में शनिवार रात को एक युवक ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी, जब बच्चे उनके सामने थे। उसके बाद, उसने बालकनी से कूदकर बच निकला, लेकिन कूदते समय उसे चोट आई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस अब उसकी जाँच कर रही है और मामला गहराई से छानबीन कर रही हैयह घटना बेहद दुखद है। एक पति द्वारा उसकी पत्नी की हत्या कर दी जाने का मामला है, और यह भी खतरनाक है कि इस घटना के दो बच्चों के सामने हुई। पुलिस द्वारा आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।

इस घटना से हमें समाज में घरेलू हिंसा और बातचीत की महत्वपूर्णता को समझना चाहिए। घरेलू हिंसा एक समस्या है जिसका समाधान करने के लिए सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है। लोगों को यह समझना चाहिए कि समस्याओं का समाधान हिंसा द्वारा नहीं, बल्कि सही तरीके से बातचीत और समझौते से किया जा सकता है। इसके लिए समाज, परिवार, और सरकार के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि घरेलू हिंसा को रोका जा सके

कहा जा रहा है कि एक सामान्य विवाद के बाद, उसने यह बर्बरता की। अलाया अपार्टमेंट में निवास करने वाली शिवानी कपूर (43) डॉक्टर वीरेंद्र स्वरूप मेमोरियल पब्लिक स्कूल में कॉमर्स की एक शिक्षिका थीं। वह अपने 14 साल के बेटे शोहम और 13 साल की बेटी पहल के साथ रहती थीं। पति आदित्य, जो कुछ महीनों से आपसी विवाद की वजह से अलग रह रहा था, इस घटना का प्रमुख प्रतापी माने जा रहे हैं


शनिवार रात करीब सवा 11 बजे, वह पत्नी के फ्लैट पहुंचा। दरवाजा बंद रहने पर उसने गाली देना शुरू किया। इस पर शिवानी ने दरवाजा खोला, और वह उन्हें क्रूरता से पीटने लगा। दोनों बच्चे चीखते-चिल्लाते थे, लेकिन आदित्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा उस समय, वह चाकू निकाल लिया और शिवानी की पीठ पर बेरहमी से हमला कर दिया। शिवानी बिलखती हुई चिल्ला उठी और फिर गिर पड़ी। इस हलचल को सुनकर, उनके सामने फ्लैट में रहने वाले शहनवाज ने दरवाजा खटखटाया, जिस पर शोहम ने दरवाजा खोल दिया शिवानी को खून से लथपथ देखकर, शहनवाज ने तुरंत गार्ड को बुलाया और उन्हें शिवानी को बाहर निकालने के लिए कहा। इसी बीच, आदित्य फ्लैट की बालकनी से कूदकर भाग गए। पड़ोसी और पुलिस ने शिवानी को साथ लिया और पहले निजी अस्पताल, और फिर ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

  1. वारदात से सिखने योग्य बातें:
    • आदित्य कपूर को कारोबारी नुकसान के बावजूद निराश-हताश नहीं होना चाहिए था.
  2. आदित्य कपूर किस तरह अपने कारोबार को नए सिरे से खड़ा कर सकते थे.
  3. आदित्य ने डिप्रेशन के इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त की, जिसमें उनकी सबसे बड़ी गलती थी – शराब का सेवन.
  4. शिवानी कपूर को रोज़मर्रा की हिंसा का सामना नहीं करना चाहिए था.
  5. शिवानी किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लेकर अपने पति आदित्य के साथ काउंसलिंग कर सकती थी।शिवानी और आदित्य की शादी 2007 में संपन्न हुई थी। शिवानी के परिवार के अनुसार, आदित्य ने शराब और अन्य द्रव्यों का अधिक सेवन करना शुरू किया था। उन्होंने बहुत कोशिश की, परंतु वह सुधरने का नाम नहीं लिया, तो शिवानी ने उससे दूर हो लिया। उसने कहा कि जब आप सुधर जाएंगे, तो हम साथ रहेंगे। उसके मामा ने उसे अपनी दुकान पर काम पर रख दिया, लेकिन उसका सवाल था कि वह फिर भी सुधरा नहीं। परिवार के अनुसार, शिवानी ने बहुत समय से परिवार की सुरक्षा के लिए कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन आदित्य ने उनकी ज़िंदगी को खत्म कर दिया।
    जब फ्लैट के अंदर से शिवानी को बाहर निकाला गया, तब पड़ोसियों ने दरवाजा बंद कर दिया, जिससे आदित्य को बाग निकलने में रुकावट आ गई। बाद में पुलिस के पहुंचने पर फ्लैट का दरवाजा खुलाया गया, और तब पता चला कि आदित्य ने बालकनी से कूदकर भाग लिया था।
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